अस्पतालों में इलाज कराने आ रहे 98 फीसदी मरीजों का हो रहा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
अस्पतालों में इलाज कराने आ रहे 98 फीसदी मरीजों का हो रहा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशनअस्पतालों में इलाज कराने आ रहे 98 फीसदी मरीजों का हो रहा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ीं तो मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ। सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों का अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो रहा है। शुरुआत के दिनों में यह आकड़ा जिले में खराब रहा। पहले 60 से 70 फीसदी ही मरीजों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो रहा था। मई 2025 माह के आकड़े के अनुसार विभिन्न अस्पतालों में आए 98 फीसदी मरीजों का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन हुआ है। जिले के सदर अस्पताल, दो अनुमंडल अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को मिलाकर 27 अस्पतालों का आकड़ा देखें तो इस दौरान मई में 90 हजार 901 लोग अस्पताल में आये। इनमें 89 हजार 111 मरीजों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हुआ जो 98 फीसदी है।
कई स्वास्थ्य केंद्रों में शत-प्रतिशत हुआ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आकड़े के अनुसार सीएचसी बोधगया, वजीरगंज, परैया स्वास्थ्य केंद्रों में शत-प्रतिशत मरीजों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हुआ है। डीपीएम स्वास्थ्य निलेश कुमार ने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से मरीजों को फायदा है। मरीज का डिजिटल रिकार्ड बन जाता है, जिससे मरीज कहीं दूसरे अस्पताल में बिना पर्चे के इलाज के लिए जाता है और सिर्फ अपना आधार नंबर बताता है तो उसकी बीमारी का रिकार्ड दिख जायेगा। इसलिए लोगों को भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए। लगातार मॉनिटरिंग का है असर डीपीएम ने बताया कि इसके लिए कमांड कंट्रोल सेंटर जिला स्वास्थ्य समिति में बनाया गया है, जहां से प्रत्येक सप्तह सिविल सर्जन डॉ. राजाराम प्रसाद सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले मरीजों की संख्या की समीक्षा करते है। जहां ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का आकड़ा कम दिखता है वहां उन्हें निर्देश दिया जाता है। हमलोगों का प्रयास है कि हर महीने सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में शत-प्रतिशत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन मरीज कराए, जिससे उनका स्वास्थ्य रिकार्ड सुरक्षित रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।