सावधान! बिहार में मॉनसून बाद पहली बार आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट, वज्रपात से 2 मौतें
मौसम विभाग ने शुक्रवार को बिहार के 7 जिलों में आंधी, बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। कुछ जगहों पर ओले गिरने की भी आशंका है। वहीं, आकाशीय बिजली गिरने से बीते 24 घंटे के भीतर दो लोगों की मौत हो गई।
Bihar Weather Forecast: बिहार में पिछले साल मॉनसून सीजन खत्म होने के बाद पहली आंधी, बारिश और वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में 5 महीने बाद झमाझम बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने 23 मार्च तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है। शुक्रवार को भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई और बांका जिले के कुछ स्थानों पर मेघगर्जन और ओलावृष्टि के साथ बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। वहीं दक्षिण बिहार, उत्तर-मध्य और उत्तर-पूर्व भागों के जिलों में बारिश का येलो अलर्ट है। इस दौरान प्रदेश में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी। गुरुवार को ठनका गिरने यानी वज्रपात से गया और बक्सर में दो लोगों की मौत हो गई।
इससे पहले प्रदेश में मॉनसून सीजन के दौरान अक्टूबर में झमाझम बारिश हुई थी। बिहार बारिश की कमी से जूझ रहा है। मॉनसून सीजन के दौरान सामान्य से राज्य में 23 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। वहीं, ठंड के मौसम (जनवरी-फरवरी) में भी सामान्य से 99 और प्री-मॉनसून सीजन (1 मार्च से 31 मई तक) में अब तक 97 फीसदी कम बारिश हुई है। पटना सहित प्रदेश के कई शहरों में गुरुवार को बादल छाए रहने और हल्की बारिश या बूंदाबांदी के कारण अधिकतम तापमान में 8 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई।
ठनका गिरने से दो लोगों की गई जान
बिहार में मौसम बिगड़ने से दो लोगों की मौत हो गई। बक्सर जिले के इटाढ़ी की हकीमपुर पंचायत के मंगोलपुर गांव में बधार में गए शंभू नोनिया के 18 वर्षीय बेटे दीपक चौहान की ठनका गिरने से मौत हो गई। बक्सर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
वहीं, गया जिले में इमामगंज के बाघौता में गुरुवार सुबह करीब 9 बजे ठनका गिरने से 10 साल की बच्ची की मौत हो गई। वह गांव से थोड़ी दूरी पर बकरी चरा रही थी। बारिश से बचने के लिए आम के पेड़ के नीच जाकर खड़ी हो गई थी। वहीं ठनका गिरने से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
बारिश से फसल को होगा भारी नुकसान
इस बारिश होने से फसल को काफी नुकसान होगा। कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि पूस की बारिश फसल की उपज को दोगुनी करती है लेकिन उसके बाद होने वाली बारिश से उन्हें नुकसान होता है। खेतों में अभी मुख्य रूप से गेहूं, चना और कुछ तेलहन की फसलें लगी हैं। चना के तैयार होने का अभी समय है। इसके अलावा गेहूं की पिछात बुआई हुई है उसको अधिक नुकसान होगा।
पिछले 24 घंटे में कहां-कितनी बारिश हुई?
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कई शहरों में बुधवार रात से ही बारिश हो रही है। बीते 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-मध्य भागों के एक-दो स्थानों पर गरज व चमक के साथ हल्की बारिश हुई। इस दौरान गया के शेरघाटी में सबसे अधिक 6 मिलीमीटर पानी गिरा। इसके अलावा गया में 1.4, डेहरी में 0.2, बक्सर में 0.5, औरंगाबाद में 1.5, अरवल में 2 मिलीमीटर बारिश हुई। पटना और भागलपुर में बूंदाबांदी हुई।
4 दिनों तक तापमान बदलाव नहीं
बिहार में आगामी तीन-चार दिनों तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने का पूर्वानुमान नहीं है। रात में बादल छाए होने के कारण प्रदेश के अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 14.6 डिग्री के साथ सीतामढ़ी का पुपरी रहा। सबसे गर्म शहर 36.2 डिग्री के साथ मधुबनी रहा है।
एक दिन में 3 तरह के मौसम
पटना सहित बिहार के शहरों में गुरुवार को 3 तरह के मौसम रहे। गुरुवार सुबह के समय हल्की धूप निकली, इसके बाद बादल छा गए। इसी दौरान दोपहर में पटना सहित प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी हुई। वहीं दोपहर बाद एक बार फिर धूप निकल गई। प्रदेश के अधिकतर शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट आने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।