मतदान से चुने गए प्रतिनिधि नहीं सुनते जनता की बात
जहानाबाद, निज संवाददाता। चर्चा में भाग लेते हुए वक्ताओं ने कहा कि हम चुनाव को गंभीरता से नहीं लेते। इसलिए पार्टियां आपके जीवन के मुद्दे और अधिकार को खत्म करते जा रही है।

जहानाबाद, निज संवाददाता। नवादा गांव स्थित जनमुक्ति आंदोलन कार्यालय में बिहार विधानसभा चुनाव में नागरिक के मुद्दे पर चर्चा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जन मुक्ति आंदोलन के महासचिव हरिलाल प्रसाद सिंह ने की। चर्चा में भाग लेते हुए वक्ताओं ने कहा कि हम चुनाव को गंभीरता से नहीं लेते। इसलिए पार्टियां आपके जीवन के मुद्दे और अधिकार को खत्म करते जा रही है। संस्कृति कर्मी अनीश अंकुर ने कहा कि जो पार्टी आपके भारत के संविधान को बदलना चाहती है उसको हराना है एवं अन्य पार्टियों पर नागरिको के मुद्दे के सवाल पर दबाव बनाना है। जन मुक्ति आंदोलन के उपाध्यक्ष अनिल राय ने कहा कि जनता अपना काम कराने के लिए पंचायत से लेकर देश के पैमाने पर प्रतिनिधि को चुनती है।
लेकिन वह प्रतिनिधि हमारी बात नहीं करते। जनमुक्ति आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व आईएएस व्यास जी ने कहा कि स्थानीय प्रतिनिधि क्या करते हैं यह पता नहीं चलता। अगर सरकार के फैसले को लागू नही करा सकते तो लोगों को उसको वोट देने के पहले सोचना चाहिए। भूमि विहीन परिवार को 5 डिसमिल जमीन पक्का मकान बनाने हेतु देने का कानून बना हुआ है, लेकिन स्थानीय प्रतिनिधि आज तक इसको लागू करने की दिशा में विधानसभा के अंदर प्रयास नहीं किये। यह बहुत खेद की बात है। जन मुक्ति आंदोलन का यह प्रयास होगा कि गांव-गांव में वोट मांगने जो भी प्रतिनिधि आते हैं उनसे अपने मुद्दे की बात को रखिए और उनसे पूछिए कि गांव-गांव में मजदूर, किसान, काश्तकार, अल्पसंख्यक, महिला के विकास के लिए आपका मुद्दा क्या है। विगत 5 वर्षों में आपने विधानसभा में क्या-क्या नागरिक मुद्दे उठाए हैं। कार्यक्रम में जन मुक्ति आंदोलन के उपाध्यक्ष संत प्रसाद, कुणाल कुमार, भीम सिंह, शमशाद आलम, विश्वनाथ यादव, सुदर्शन कुमार, युवा राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष डॉ रविकांत कुमार, सामाजिक चिंतक गजेंद्र शर्मा, सीबीया देवी, उर्मिला देवी आदि मौजूद थीं।
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