जिला परिषद की बैठक में पेयजल संकट को लेकर हुई चर्चा
जिला परिषद की बैठक में पेयजल संकट को लेकर हुई चर्चा जिला परिषद की बैठक में पेयजल संकट को लेकर हुई चर्चा जिला परिषद की बैठक में पेयजल संकट को लेकर हुई चर्चा

जमुई । हिन्दुस्तान प्रतिनिधि जिला परिषद सभागार में बुधवार को जिला परिषद की बैठक में अध्यक्षा दुलारी देवी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। सर्वप्रथम उप विकास आयुक्त -सह- मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सुभाष चंद्र मंडल को बुके देकर स्वागत किया गया। मौके पर पूर्व की बैठक में उठाए गए सवालों की समीक्षा की गई। बैठक में पेयजल आपूर्ति पर जमकर चर्चा हुई । जिला पार्षद धर्मदेव यादव, अनिल प्रसाद साह, विभा सिंह, सलोमी मुर्मू ने जमुई जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों की चर्चा करते हुए विभाग पर कई आरोप लगाए। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने हस्तक्षेप करते हुए जिला परिषद सदस्यों एवं विभागीय पदाधिकारी के साथ टीम बनाकर तथा क्षेत्र भ्रमण कर पेयजल संकट से ग्रामीणों को उबारने का सुझाव दिया।
जिला पार्षद धर्मदेव यादव ने कहा कि पेयजल आपूर्ति के लिए जिले भर के लोग या तो सरकारी चापकलों पर अथवा अपने निजी बोरिंगों पर निर्भर करते हैं। उन्होंने कहा कि प्राय: जल मीनार हाथी का दांत बना हुआ है। पार्षद ने विभागीय पदाधिकारी के द्वारा चापाकल मरम्मती में फर्जीवाड़े की आशंका जताते हुए मरम्मत किए गए चपकालों की सूची की मांग की। पेयजल संकट के मद्देनजर जिला परिषद अध्यक्ष ने हर एक सदस्य स्तर पर एक-एक टैंकर क्रय हेतु प्रस्ताव देने का सुझाव दिया। जिस पर सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति दर्ज की। जिले के कई स्थानों पर बिजली की तार टूटकर गिरने और उसके चपेट में आकर मौत के शिकार हुए लोगों एवं मवेशियों के लिए मुआवजे पर सवाल उठाए गए। जवाब में कार्यपालक अभियंता ने कहा कि बिजली विभाग से मुआवजे में देरी नहीं होती है। जिला पार्षद धर्मदेव यादव ने बताया कि झाझा प्रखंड के सरैया आदिवासी टोला, भुड़कुड़िया जैसी जगहों पर कंज्यूमर बनने के बाद भी पोल नहीं गाड़े गए और तार नहीं लगाए गए हैं। ग्रामीण सड़कों के निर्माण के बाद अनुरक्षण नीति के तहत 5 वर्षों तक मेंटेनेंस के प्रावधान का पालन नहीं करने पर सदस्यों ने आपत्ति दर्ज की। समीक्षा के क्रम में अनुपालन रिपोर्ट में आरडब्लूडी के द्वारा कटहराटांड़ से सूइया की तरफ जाने वाली सड़क एवं धमना-लक्ष्मीपुर मुख्य पथ से खैरन होते हुए तारखंजरी तक जाने वाली सड़क में मरम्मत कार्य संपन्न हो जाने की रिपोर्ट दर्ज करने पर जिला पार्षद धर्मदेव यादव ने रिपोर्ट को फर्जी बताया। फर्जीवाड़े की जांच की मांग की। पतसंडा से गरसंडा की ओर जाने वाली सड़क की बदहाली की चर्चा पर विभागीय अधिकारी ने बताया कि इस सड़क को पीडब्ल्यूडी को स्थानांतरित कर दिया गया है। जिला पार्षद- सह-शिक्षा समिति अध्यक्ष के द्वारा सरकारी विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति नगण्य रहने तथा उम्र व वर्ग सापेक्ष योग्यता नहीं रहने के सवाल पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों की सतत निरीक्षण कर स्थिति में सुधार लाने की कोशिश हो रही है। कई विद्यालयों में जमीन उपलब्ध रहने के बावजूद बच्चों की उपस्थिति एवं वर्गवार पढ़ाई के लिए कमरे के निर्माण को प्राथमिकता नहीं देने की बात कही। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि अब तक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के रिपोर्ट के आधार पर विद्यालयों में आधारभूत संरचना का डीपीआर बनाया जाता था। अब सीधे प्रधानाध्यापकों को आईडी और पासवर्ड उपलब्ध करा दिया गया है। अब वे विद्यालय स्तर पर आधारभूत संरचनाओं की कमी स्वयं दर्ज कर सकेंगे। सोनो प्रखंड प्रमुख के द्वारा समेकित बाल विकास परियोजना के स्तर पर निरीक्षण में फर्जीवाड़े की शिकायत की गई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कई आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जो सेविकाओं के द्वारा अपने घरों से संचालित किए जा रहे हैं। गिद्धौर प्रखंड प्रमुख एवं जमुई प्रमुख ने कहा कि जिला परिषद की बैठक में पदाधिकारियों के द्वारा उनकी बातों को अनसुना कर दिया जाता है। बैठक में कृषि, भूमि संरक्षण विभाग, मत्स्य पालन विभाग, उद्योग विभाग से संबंधित सवाल भी रखे गए तत्पश्चात संबंधित पदाधिकारी के द्वारा माकूल जवाब नहीं दिए जाने पर सदस्यों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।
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