बिहार में 40 हजार से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती, दरभंगा में 1700 बेड का अस्पताल; मंगल पांडेय का ऐलान
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में जल्द 1700 बेड के अस्पताल का निर्माण शुरू होगा। इसके बाद दरभंगा के मरीजों को पटना जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार आरोग्य मंदिर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राज्य में जल्द ही 41 हजार स्वास्थ्यकर्मियों और मानव बल की बहाली की जाएगी। उन्होंने बुधवार को मुजफ्फरपुर और दरभंगा में विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का शुभारंभ किया। मंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले गांवों में अस्पताल नहीं थे। जो अस्पताल थे, वह भी खंडहर थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास हो रहा है। सरकार का ध्यान ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को विकसित करने पर है। ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल खोले जा रहे हैं। मंत्री ने मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल परिसर में बने मॉडल अस्पताल का उद्घाटन किया। साथ ही जिले के 27 नये हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का ऑनलाइन शिलान्यास भी किया।
उन्होंने कहा कि मॉडल सदर अस्पताल के निर्माण पर 29 करोड़ 80 लाख की लागत आयी है। 27 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 11.56 करोड़ का खर्च आएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मॉडल सदर अस्पताल में 100 बेड हैं। एक जून से यहां सारी सुविधाएं शुरू हो जाएंगी। फिलहाल 15 मई से ओपीडी शुरू हो जाएगी। अस्पताल के निचले तल पर 16 विभागों की ओपीडी चलेंगी। अस्पताल में 20 बेड इमरजेंसी के लिए हैं। पहले फ्लोर पर आईपीडी और ऑपरेशन थियेटर है।
मौके पर पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता, पूर्व मंत्री रामसूरत राय, सांसद वीणा देवी, पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, नगर विधायक विजेंद्र चौधरी, पूर्व विधायक बेबी कुमारी, प्राचार्य प्रो. ममता रानी, क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ सरिता शंकर, अधीक्षक डॉ बीएस झा, सीएस डॉ अजय कुमार, प्रभारी एसीएमओ डॉ चंद्रशेखर प्रसाद मौजूद रहे। स्वास्थ्य मंत्री ने पांच प्रखंडों के एक-एक एनएम को एईएस किट बांटा।
उधर, दरभंगा में स्वास्थ्य मंत्री ने कर्पूरी चौक स्थित मेडिकल ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बीते 20 वर्षों में सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था में व्यापक बदलाव हुआ है। पहले लोग सरकारी अस्पताल में आना नहीं चाहते थे। अब रोजाना हजारों लोग उपचार के लिए आ रहे हैं। मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना के तहत अस्पताल खुल रहे हैं। डॉक्टर-नर्सों की तैनाती हो रही है। उन्होंने यहां 14 करोड़ चार लाख की लागत से बने प्री-फैब्रिकेडड नर्सिंग हॉस्टल का उद्घाटन किया और डीएमसीएच के न्यू सर्जिकल भवन में 10 ओटी मरीजों के उपचार के लिए समर्पित किया।
मंत्री ने कहा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में जल्द 1700 बेड के अस्पताल का निर्माण शुरू होगा। इसके बाद दरभंगा के मरीजों को पटना जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार आरोग्य मंदिर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। पहले जितनी दवाएं मिलती थीं, अब उसे दोगुनी दवा मुफ्त मिल रही हैं। मौके पर भूमि सुधार व राजस्व मंत्री संजय सरावगी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, सांसद गोपाल जी ठाकुर, राज्य सभा सदस्य धर्मशीला गुप्ता, विधायक मुरारी मोहन झा, रामचंद्र प्रसाद, भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य प्रकाश मन्ना, लोजपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, जदयू जिलाध्यक्ष गोपाल मंडल आदि मौजूद थे।
मरीजों ने दवा और डॉक्टर नहीं रहने की शिकायत की
मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य मंत्री के कार्यक्रम में कुछ मरीज पहुंच गए और अस्पताल में दवा व डॉक्टर नहीं रहने की शिकायत की। मरीज राजेश भगत ने कहा कि उसे तीन में दो ही दवा मिली है। हड्डी विभाग में डॉक्टर नहीं हैं। एक मरीज विनोद साह ने कहा कि वह ईसीजी कराने के लिए परेशान है। आशा कार्यकर्ताओं ने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। संघ की अनीता शर्मा ने कहा कि उनका मानदेय छह महीने से लंबित है। उन्होंने प्रोत्साहन राशि पुनरीक्षण करने की मांग की। इसपर मंत्री ने जल्द कदम उठाने का आश्वासन दिया।