झारखंड वालों को मिलेगा सुगम और सस्ता इलाज, जानिए क्या है मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना
स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि मेरा एकमात्र लक्ष्य झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ और तकनीकी रूप से सक्षम बनाना है। बतौर डॉक्टर, मैं व्यवस्था की जमीनी जरूरतों को समझता हूं। लगातार उसी दिशा में काम कर रहा हूं।

राज्यवासियों को सुलभ,सस्ता और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा तेजी से उपलब्ध कराने के लिए सरकार ‘मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना’ लागू करने जा रही है। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने योजना का संकल्प जारी कर दिया है। अगले पांच साल में (2025-26 से 29-30) इस योजना को चरणबद्ध तरीके से मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी व एचएससी तक में लागू किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने बताया कि योजना पर करीब 299.30 करोड़ रुपए खर्च होंगे। योजना के तहत सभी स्वास्थ्य संस्थान मैनेज्ड वाईफाई से युक्त किए जाएंगे। साथ ही सीसीटीवी एनेबल्ड कंट्रोल एवं कमांड सेंटर स्थापित किए जाएंगे। स्वास्थ्य योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार का उपक्रम सीडैक के जरिये इंटिग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम भी लागू किए जाएंगे। पहले यह जिम्मेवारी बीएसएनएल को मिली थी। इसे बदलकर अब सीडैक का मनोनयन किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि मेरा एकमात्र लक्ष्य झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ और तकनीकी रूप से सक्षम बनाना है। बतौर डॉक्टर, मैं व्यवस्था की जमीनी जरूरतों को समझता हूं। लगातार उसी दिशा में काम कर रहा हूं। अब बदलाव धरातल पर दिखने लगे हैं।
अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि जनता को समुचित चिकित्सकीय लाभ उपलब्ध कराने एवं राज्य में स्वास्थ्य सुविधा की प्रशासनिक एवं संस्थागत व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ‘मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना’ के नाम से योजना का क्रियान्वयन चरणबद्ध तरीके से 5 वर्ष में किया जाएगा। पहले वर्ष 2025-26 में सभी चिकित्सा महाविद्यालयों एवं जिला अस्पतालों में डिजिटल हेल्थ के विभिन्न मानकों का क्रियान्वयन किया जाएगा। दूसरे वर्ष 2026-27 में अनुमंडल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर तक डिजिटल हेल्थ के विभिन्न मानकों का क्रियान्वयन एवं वृहत स्तर पर क्षमता संवर्द्धन कार्य किया जाएगा। योजना की शेष अवधि में डिजिटल हेल्थ के संपूर्ण क्रियान्वयन का हैंड होल्डिंग किया जाएगा एवं इसकी गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाएगा।
● डिजिटल तकनीक के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं का सुगमतापूर्वक अधिकाधिक लाभ पहुंचाना
● आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के सभी अवयवों को स्वास्थ्य संस्थानों में लागू करना
● रियल टाइम कम्युनिकेशन द्वारा डॉक्टर, पाराकर्मी व अन्य स्वास्थ्य कर्मी के समन्वय से उपचार
● टेलीमेडिसिन के माध्यम से सुदूर क्षेत्रों में विशेषज्ञों से परामर्श की सुविधा
● प्रशासनिक कार्यों, इन्वेंट्री प्रबंधन व अन्य परिचालन प्रक्रिया में दक्षता
● 24 गुना 7 आपातकालीन चिकित्सा, स्वचालित तकनी कसे विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श
● चिकित्सकीय जांच व परामर्श का डिजिटली संधारण, कहीं भी पुर्जा व रिपोर्ट ले जाने की जरूरत नहीं
● हेल्थ रिकार्ड्स व आंकड़े डिजिटली उपलब्ध रहने से नीति निर्धारण में सहूलियत
● 2025-26 में मेडिकल कॉलेजों में लागू होगी योजना