Jhajha station platforms deteriorated passengers are facing trouble झाझा स्टेशन के प्लेटफॉर्मों का बिगड़ा हाल ,मुसाफिरों को हो रही है परशानी, Jamui Hindi News - Hindustan
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झाझा स्टेशन के प्लेटफॉर्मों का बिगड़ा हाल ,मुसाफिरों को हो रही है परशानी

झाझा रेलवे स्टेशन स्थित रेलवे के चारों प्लेटफॉर्मों का हाल बुरा है। कदम-कदम गड्ढे या उबड़-खाबड़ वाली सूरत इन प्लेटफॉर्मों की मानों पहचान बन गई है। प्लेटफॉर्मों के बिगड़े हाल से रेल के यात्रियों को खासी...

Newswrap हिन्दुस्तान, जमुईMon, 15 June 2020 12:25 AM
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झाझा स्टेशन के प्लेटफॉर्मों का बिगड़ा हाल ,मुसाफिरों को हो रही है परशानी

झाझा रेलवे स्टेशन स्थित रेलवे के चारों प्लेटफॉर्मों का हाल बुरा है। कदम-कदम गड्ढे या उबड़-खाबड़ वाली सूरत इन प्लेटफॉर्मों की मानों पहचान बन गई है। प्लेटफॉर्मों के बिगड़े हाल से रेल के यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यदि संभलकर न चले तो गिरना-पड़ना भी तय है। प्लेटफॉर्मों की उक्त बिगड़ी सूरत विशेषकर बच्चों,बुजुर्गों व महिलाओं क खासी मुश्किलें में डाल रही है।

तसल्ली की बात यह है कि वर्त्तमान में केवल तीन जोड़ी टे्रनें ही गमनागमन कर रही होने की वजह से सीमित मुसाफिर ही परेशानियों के शिकार हो रहे हैं। पर,अन्य टे्रनों के परिचालन का भी हरी झंडी मिल जाने की सूरत में बड़ी संख्या में मुसाफिर उक्त परेशानी के शिकार होंगे। वैसे,उक्त प्लेटफॉर्मों का अभी गुजरे सालों में ही जीर्णोद्धार कराया गया था। पर,लोगों की मानें तो अधिकारियों की देख-रेख में हुए उक्त निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा कामचलताऊ ढंग में किए गए निर्माण की वजह से प्लेटफॉर्मों पर टूट-फूट निर्माण कार्य के एकाध महीने बाद से ही सामने आने लगी थी। बहरहाल,गौरतलब यह कि दानापुर के पूर्व डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर के बीते साल के 4 नवंबर को झाझा के उनके अंतिम दौरे के दौरान मीडियाकर्मियों द्वारा उनसे झाझा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्मों के बिगड़े हाल को ले सवाल किए जाने पर उनका जवाब था कि जल्द ही प्लेटफॉर्मों की यह परेशानी अगले कई सालों तक के लिए दूर हो जाएगी। उन्होंने बताया था कि झाझा रेलवे स्टेशन स्थित चारों प्लेटफॉर्मों की ब्लैक ‘मेस्ट्रिक फ्लोरिंग कराए जाने की रेलवे की योजना है। उन्होंने इस तकनीक वाली फ्लोरिंग की खासियत का भी खुद ही खुलासा करते हुए बताया था कि ब्लैक ‘मेस्ट्रिक फ्लोरिंग कई सालों तक सुरक्षित रहती है तथा इसमें टूट-फूट जैसी स्थितियां नहीं सामने आती है।

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