गिरफ्तार सूरज को छुड़ाने पहुंचे करीब मुखिया सहित 28 नामजद और 150 अज्ञात पर केस दर्ज
डंडखोरा थाना पर सूरज कुमार को छुड़ाने के प्रयास में ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला किया। इस हमले में 28 नामजद और 150 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारियों को भी चोटें आईं। घटना की जांच के...

डंडखोरा-कटिहार, हिन्दुस्तान टीम। गिरफ्तार सूरज को छुड़ाने का प्रयास करने के क्रम में पुलिस पदाधिकारी को मारपीट कर जख्मी करने और थाना पर हमला करने मामले में रायपुर पंचायत के मुखिया सहित 28 नामजद और 150 अज्ञात केस दर्ज किया गया है। दर्ज केस में नामजद आरोपी डंडखोरा प्रखंड रायपुर पंचायत के मुखिया आलोक चौहान भाजपा प्रखंड अध्यक्ष, पैक्स अध्यक्ष, बीस सूत्री अध्यक्ष और मुखिया संघ का उपाध्यक्ष के पद भी कार्यरत हैं। पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा डंडखोरा थाना पहुंच कर लोगों द्वारा की गई मारपीट और धक्का मुक्की से आंशिक रूप से जख्मी हुए थानाध्यक्ष सहित चार पुलिस कर्मियों व पदाधिकारियों से 45 मिनट तक घटना की जानकारी ली और थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इसके बाद घटना में शामिल लोगों की पहचान कर सभी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। जबकि पुलिस ने नामजद आरोपी आरोपी मुखिया सहित कई लोग फरार बताया जाता है। एसपी ने बताया कि करीब शनिवार की सुबह करीब छह बजे बाद अचानक 150 से 2 सौ लोग डंडखोरा थाना पहुंचे और थाना में तैनात पुलिस पदाधिकारियों के साथ हाथापाई करने लगे। इस क्रम में थानाध्यक्ष ओम प्रकाश, अपर थानाध्यक्ष अमलेंदु कुमार सिंह, एएसआई सुमन और प्रशिक्षु पुलिस पदाधिकारी राजीव रंजन आशिंक रूप से जख्मी हुए हैं। जख्मी पुलिस पदाधिकारी के बयान पर केस दर्ज किया गया है।
थाना पर पहुंच कर लोगों ने बोला हमला, एक घंटा 18 मिनट तक थाना पर हमला करने वालों का कब्जा
जानकारी के अनुसार नवादा के सूरज कुमार को पुलिस ने शराब मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया था। इसके के बाद अनुसंधान के क्रम में आरोपी के मोबाइल में शराब तस्करी से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी मिली। इसके निशानदेही पर शराब भी बरामद किया गया। शनिवार को आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी में पुलिस जुटी हुई थी। थाना में करीब थानाध्यक्ष, अन्य पुलिस पदाधिकारी सहित करीब डेढ़ दर्जन पुलिस फोर्स मौजूद थे। इसी बीच अचानक सुबह के करीब साढ़े बजे बाद अचानक तीन से चार ऑटो और स्कार्पियों के अलावा बाइक व अन्य वाहनों से लोग थाना पर पहुंचे। इससे पहले की थाना पर तैनात थानाध्यक्ष ओमप्रकाश और अन्य पुलिस पदाधिकारी कुछ समझ पाते कि लोगों ने हाजत के पास पहुंचे और सूरज को बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। लोगों की मंशा समझते ही पुलिस ने विरोध जताना शुरू किया।मगर लोगों ने पुलिस के साथ मारपीट व धक्का मुक्की करने लगे। एएसआई सुमन कुमार का वर्दी को भी फाड़ दिया। इसके बाद थाना में रखा हुआ पेड़ का सूखा टहनी, लाठी व डंडा को हाथ में लेकर पुलिस पदाधिकारी पर हमला बोल दिया।
सीढ़ी से घसीटकर नीचे लाया अपर थानाध्यक्ष को
लोगों द्वारा हमला करने की स्थिति में पुलिस इधर-उधर भागने लगा। इस समय अपर थानाध्यक्ष थाना के तीन मंजिला पुलिस आवास में था। हमला कर रही महिलाएं और पुरुष आवास में घुस गया और अपर थानाध्यक्ष को लाठी और डंटा से मारपीट किया। इसके बाद उसी घसीटते हुए सीढ़ी के रास्ते दूसरी मंजिल से नीचे उतारा। इस क्रम में तीसरी मंजिल पर अवस्थित पुलिस आवास पर करीब तीन से चार महिला फोर्स थी। स्थिति को देखते हुए वे लोग रूम में बंद हो गई। डर के कारण से बाहर नहीं निकली। इस समय थाना अपने चेंबर में थे। लोगों का हल्ला सून कर बाहर निकला ही था कि थानाध्यक्ष पर लाठी चला दिया। लाठी उसके गर्दन, कान और चेहरा जख्मी हो गया। करीब 1 घंटा 18 मिनट तक डंडखोरा थाना रणक्षेत्र में बना रहा है। हमलावार लोग पुलिस को खदेड़ने लगा। इस बीच मुखिया और अन्य लोग जो स्कर्पियों से आये थे, उन लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे लोग पुलिस की बात मान नहीं रहे थे। लोग केवल एक ही बात कह रहा था कि सूरज को क्यों गिरफ्तार किया है। क्या दोष है सूरज का। इसके बाद लोग ज्यादा आक्रोशित हो गये और थाना में तोड़फोड़ करते हुए थाना में रखा टेबुल, टेबुल का शीशा, कुर्सी, चौकी, स्टैंड फेन, लैपटॉप, की बोर्ड को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। थाना में रखा हुआ कई प्रकार के अभिलेखों को फाड़ते हुए तितर बितर कर दिया। करीब ड़ेढ़ घंटे तक थाना पर हमला करने वालों का कब्जा रहा। इसके बाद करीब 7.13 बजे पुलिस ने आत्मरक्षार्थ 6 राउंड हवाई फायरिंग किया। इसके बाद सभी महिलाएं खड़ी रही। जब सभी पुलिस कर्मियों ने बंदुक को तैयार करने लगे इसके बाद सभी हमलावार और पुरुष ऑटो, टोटो, स्कार्पियों के अलावा अन्य वाहनों से रायपुर की ओर भाग खड़े हुए। हवाई फायरिंग के बाद सभी लोग थाना से 7.48 बजे बाद भाग खड़े हो गये।
दूसरे जिले के लोग भी थाना पर हमले में थे शामिल
बताया जाता है कि नवादा में एक लड़का और एक लड़की की शादी थी। इस शादी समारोह में पहुंचे दूसरे जिले के भागलपुर के लोग भी नवादा गांव के लोगों के साथ थाना पहुंचे थे। इस बात पर तब मोहर लग गया। जब पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई महिला में एक भागलपुर की रहने वाली है। बताया जाता है कि महिला शादी में भाग लेने के लिए नवादा आयी हुई थी। थाना पर हमला के समय इसमें कई युवा शराब का सेवन किए हुए थे।
सुबह 8.55 बजे एक बटालियन फोर्स पुलिस लाइन से पहुंचे थे पुलिस
थाना और पुलिस पदाधिकारी पर हमले की सूचना पर पुलिस लाइन से करीब एक सौ पुलिस फोर्स पहुंचे थे। दंगा निरोधी दस्ता के साथ पहुंचे थे।
8 बजे बाद बजे सर्किल इंस्पेक्टर ने घायल पुलिस कर्मी का कराया इलाज
घटना की सूचना पर पर सबसे पहले सर्किल इंस्पेक्टर इकबाल खान पहुंचे। उन्होंने जख्मी का इलाज डंडखोरा सीएचसी में कराया। इसके बाद करीब साढ़े आठ बजे बाद डीएसपी वसीम और सद्दाम हुसैन पहुंचे। साथ ही मनसाही, प्राणपुर, रोशना, हसनगंज, मुफस्सिल थानाध्यक्षों और करीब दो दर्जन पुलिस पदाधिकारियों ने थाना में रणनीति तैयार करने के बाद करीब 1.30 बजे गोरफर पहुंचे।गोरफर में रायपुर के मुखिया आलोक के घर छापेमारी की। उसे खोजने के लिए कई सामानों को इधर-उधर भी हटा दिया। जिसे लोगों द्वारा तोड़फोड़ बताया गया। करीब डेढ़ घंटे की कार्रवाई में मुखिया के घर के बाहर स्थित स्कार्पियो और ट्रैक्टर को जब्त कर लिया तथा नवादा और गोरफर से महिला सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
2.15 बजे फॅारेंसिंक टीम ने किया थाना घटना स्थल का जायजा
डंडखोरा थाना पर हुए हमला की जांच करने के लिए फॉरेंसिंक टीम भी करीब 2.15 बजे पहुंची।टीम में शामिल तीन लोगों ने घटना स्थल पर लाल फीता से घेरा बना दिया। इसके बाद जांच किया।
5 बजे शाम एसपी पहुंच कर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला
डंडखोरा थाना पर हमला, मारपीट, पथराव की घटना की जानकारी पर एसपी वैभव शर्मा शाम 5 बजे बाद थाना पहुंचे। उन्होंने डीएसपी, इंस्पेक्टर के साथ सीसीटीवी कैमरा को खंगाला है। देर शाम तक डीएसपी और अन्य पुलिस पदाधिकारी थाना में बने हुए हैं।
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