सड़क जाम सुगम आवागमन के लिए बना रोड़ा
सड़क जाम सुगम आवागमन के लिए बना रोड़ा सड़क जाम सुगम आवागमन के लिए बना रोड़ा सड़क जाम सुगम आवागमन के लिए बना रोड़ा

बहादुरगंज में रोजाना लगने वाले सड़क जाम का समाधान नहीं होने से सड़क जाम रुटीन समस्या का हिस्सा बन गया है। जानकारी के अनुसार झांसी रानी चौक से कॉलेज चौक एवं हरिनगर मोड़ से पुराना बैंक चौक तक रोजाना लगने वाला सड़क जाम बहादुरगंज सहित टेढ़ागाछ एवं दिघलबैंक प्रखंड वासियों के आवागमन पर प्रतिकुल असर डाल दिया है और रोजाना सैकड़ों वाहनों को सड़क जाम से जूझना नियती बन गई है। बताते चलें कि जिले के भौगोलिक मानचित्र के मध्य बसे बहादुरगंज प्रखंड सड़क मार्ग से जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली बहादुरगंज - किशनगंज पथ जिले की लाइफ लाइन सड़क के तौर पर स्थापित है और सड़क आवागमन के दृष्टिकोण से तीन प्रखंडों बहादुरगंज, टेढ़ागाछ एवं दिघलबैंक को सीधे जोड़ती है।
ऐसे में बहादुरगंज -टेढ़ागाछ पथ एवं बहादुरगंज -दिगघलबैंक पथ होकर जिला मुख्यालय तक आवागमन के लिए बहादुरगंज मुख्य कॉरिडोर सड़क के तौर पर उपयोग में आने के कारण बहादुरगंज स्थित कालेज चौक, झांसी रानी चौक एवं एलआरपी चौक तीन प्रखंड वासियों के आवागमन का मुख्य मार्ग बने रहने के बावत रोजाना भारी संख्या में मालवाहक एवं यात्री वाहन की आवाजाही होती है। बहादुरगंज में सड़क जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लगने के कारण लोगों के लिए सुगम आवागमन कभी न पुरा होने वाला सपना बन गया है। कालांतर के वर्षों में सड़क जाम से जुड़ी समस्या का समाधान के लिए किये गये प्रशासनिक प्रयास मौके पर विफल साबित हुए हैं। सड़क छोड़ की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर झांसी रानी चौक के एक सौ मीटर परिधि को नगर पंचायत प्रबंधन द्वारा नो पार्किंग जोन घोषित कर नो पार्किंग संबंधी आम सूचना पट स्थापित करने से जुड़ी प्रकिया कागजी खानापूर्ति बनकर रह गई है। विगत वर्ष नप बहादुरगंज द्वारा एक दर्जन यातायात प्रहरी की तैनाती कर झांसी रानी चौक से तीन पहिया वाहनों के पार्किंग को हटाकर अनुमंडल पदाधिकारी से एनओसी ग्रहण कर बाजार समिति प्रांगण में शिफ्ट कर देने का फलाफल नहीं मिल पाया जिसके कारण आज भी झांसी रानी चौक दर्जनों तीन पहिया वाहनों का पार्किंग स्टैंड बना हुआ है। इतना ही नहीं बहादुरगंज को सड़क जाम से मुक्ति के लिए प्रशासनिक स्तर पर बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष एवं नगर कार्यपालक पदाधिकारी स्तर पर भारी वाहनों का नो इंट्री से जुड़ा संयुक्त प्रतिवेदन अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से तत्कालीन जिला पदाधिकारी को उपलब्ध कराया गया था जिसका संज्ञान लगभग दो साल बाद विगत जनवरी 2025 में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में वर्तमान डीएम विशाल राज द्वारा लेने के बाद स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारी को नो इंट्री के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था। नगर पंचायत बहादुरगंज के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा स्थानीय पदाधिकारी से सामंजन स्थापित कर झांसी रानी चौक से कॉलेज चौक तक की सड़क को सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक भारी वाहनों के लिए नो इंट्री घोषित कर महादेव दिग्घी चौक से कॉलेज चौक होकर वैकल्पिक मार्ग दिया गया था। नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत झांसी रानी चौक एवं कॉलेज चौक पर नो इंट्री बैरियर स्थापित कर भारी वाहनों का रोजाना सुबह से लेकर शाम तक नो इंट्री की व्यवस्था बहाल रहने पर सड़क जाम से जुड़ी समस्या में व्यापक सुधार नजर आ रहा था। वहीं विगत एक माह से कालेज चौक स्थित नो इंट्री बैरियर क्षतिग्रस्त पड़े रहने के कारण नो इंट्री से जुड़े नियम का पालन नहीं होने से सड़क जाम की समस्या पुराने दौर में आ जाने के बाद सड़क जाम की स्थिति प्रतिकुल बन गई है। स्थानीय लोगों ने बहादुरगंज सड़क जाम से मुक्ति के लिए जब तक प्रस्तावित बाईपास सड़क निर्माण योजना की स्वीकृति प्रदान नहीं हो जाती है भारी वाहनों के नो इंट्री को बहाल रखना आवश्यक बताया है। बावजूद उसके विगत एक माह से भारी वाहनों का नो इंट्री को खुली छुट मिलने से नगर पंचायत की कार्यप्रणाली शक के दायरे में आ गया है जिसपर नगर कार्यपालक पदाधिकारी को अविलंब संज्ञान लेने की आवश्यकता है। --बॉक्स के लिए -- सड़क जाम से लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी अच्छी और जाम मुक्त सड़क सुगम आवागमन की जरूरत है उसके बावजूद बहादुरगंज में सड़क जाम से जुड़ी समस्या रुटीन समस्या का हिस्सा बना हुआ है। बहादुरगंज में सड़क जाम की समस्या का समाधान के लिए पूर्व में किये गये सारे प्रयास विफल साबित हुए हैं। सुबह से लेकर शाम तक भारी वाहनों की नो इंट्री सिस्टम बहाल होने के बाद सड़क जाम से जुड़ी स्थिति में संतोषजनक सुधार आ गया था विगत एक माह से नो इंट्री का बैरियर उपयोग विहीन बनकर शोभा की वस्तु बनकर रह जाने से सड़क जाम की स्थिति पुराने दौर में वापस आ जाने के कारण ढ़ाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो गई है जिसको लेकर स्थानीय लोगों में असंतोष व्याप्त है। बोले जिम्मेदार बहादुरगंज में रोजाना लगने वाले सड़क जाम से मुक्ति के लिए पूर्व में अनेकों प्रयास किये गये थे जिसका फलाफल सही तरीके से प्राप्त नहीं होने के बाद स्थानीय स्तर पर बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष एवं नगर कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा संयुक्त प्रतिवेदन जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी को भेजकर झांसी रानी चौक से कॉलेज चौक तक के मार्ग को भारी वाहनों के लिए नो इंट्री मार्ग घोषित कर वैकल्पिक मार्ग से भारी वाहनों की आवाजाही का प्रस्ताव भेजा गया था जो मामला जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में प्रस्तावित होने के उपरांत झांसी रानी चौक से कालेज चौक तक भारी वाहनों की नो इंट्री सुबह से लेकर शाम तक प्रतिबंधित कर महादेव दिग्घी चौक होकर भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग दिया गया था। विगत एक माह पहले नो इंट्री क्षतिग्रस्त बैरियर की मरम्मत करने का निर्देश दिया गया है क्षतिग्रस्त बैरियर की मरम्मत होने के बाद नो इंट्री सिस्टम को पुन: बहाल कर दिया जायेगा। फोटो : अतिउर रहमान, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, बहादुरगंज सड़क जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए बहादुरगंज में प्रस्तावित बाईपास सड़क निर्माण एक मात्र विकल्प है जब तक बाईपास सड़क निर्माण को हरी झंडी नहीं मिल जाती है तब तक नप बहादुरगंज द्वारा सुबह से लेकर शाम तक भारी वाहनों का नो इंट्री से जुड़ी व्यवस्था अच्छी पहल थी। विगत एक माह से नो इंट्री सिस्टम धाराशाही होने के उपरांत सड़क जाम की स्थिति पुराने दौर में लौट गयी है। बतौर विधायक बहादुरगंज को सड़क जाम से स्थायी मुक्ति के लिए लगभग एक सौ दस करोड़ का प्राक्कलन विभागीय स्तर पर समर्पित किया गया है। उक्त प्रस्तावित बाईपास योजना की स्वीकृति के लिए प्रयास जारी है जब तक बाईपास सड़क योजना को हरी झंडी नहीं मिल जाती है तब तक भारी वाहनों का नो इंट्री की व्यवस्था नागरिक सुविधा के मद्देनजर आवश्यक है नो इंट्री सिस्टम फेल होने का खामियाजा लोगों को सड़क जाम के तौर पर उठाना पड़ता है जिसका निदान आवश्यक हो गया है फोटो : अंजार नईमी विधायक बहादुरगंज लोगों की राय बहादुरगंज में सड़क जाम से जुड़ी समस्या रुटीन समस्या का हिस्सा बन गया है। सड़क जाम से जुड़ी समस्या का स्थाई समाधान के लिए व्यापक पहल की जरूरत है रोजाना सड़क जाम के कारण लोगों का समय एवं वाहनों का ईंधन की बर्बादी होती है साथ ही साथ वाहन चालकों एवं राहगीरों को सड़क जाम के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है सड़क जाम के लिए भारी वाहनों के लिए नो इंट्री स्वागत पुर्ण कदम था विगत एक माह से नो इंट्री सिस्टम फेल होने से सड़क जाम की स्थिति पुराने दौर में लौट गया है फोटो : गणेश लाल बसाक ग्रामीण झांसी रानी चौक से कालेज चौक तक रोजाना लगने वाले भीषण सड़क जाम के कारण मजबुरन दूसरे गलीनुमा मार्ग से आवाजाही करने पर मजबुर होना पड़ता है सड़क जाम का स्थायी समाधान मात्र बहादुरगंज में रिंग रोड की तर्ज पर प्रस्तावित बाईपास सड़क निर्माण योजना की स्वीकृति एवं कार्यान्वयन से ही दूर किया जा सकता है। विगत जनवरी माह में भारी वाहनों की सुबह से लेकर शाम तक नो इंट्री के बाद सड़क जाम की स्थिति सुधरी थी नो इंट्री सिस्टम कतिपय कारण वश मौके पर फेल पड़े रहने से सड़क जाम की स्थिति नारकीय बनी हुई है जिसमें समय रहते सुधार की आवश्यकता है फोटो : आसीफ उर्फ बुलेट, नगरवासी बहादुरगंज में सड़क जाम का खामियाजा सबसे अधिक स्कूल के ग्रामीण बच्चों सहित बीमार लोगों को उठाना पड़ता है। सड़क जाम में फंसे रहने के कारण नियत समय पर विधालय एवं कोचिंग सेंटर पहुंचने एवं बीमार व्यक्ति को ससमय इलाज की व्यवस्था सड़क जाम के कारण नहीं हो पाती है। सड़क जाम से मुक्ति के लिए पूर्व में किये गये सारे प्रयास महज कागजी खानापूर्ति साबित हुए हैं। नगर प्रबंधन एवं सड़क विभाग को उक्त मामले में संज्ञान लेकर सड़क जाम से जुड़ी समस्या का समाधान करने की आवश्यकता समय की मांग बन गई है। फोटो : शिवम सिन्हा नगरवासी सड़क जाम से निजात के लिए नगर पंचायत बहादुरगंज द्वारा बड़ी राशि नो इंट्री बैरियर स्थापित करने के नाम पर खर्च होने के बाद नो इंट्री बैरियर मौके पर शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। भारी वाहनों का नो इंट्री से जुड़ा निर्णय स्वागत पूर्ण कदम था। विगत एक माह से बहादुरगंज का नो इंट्री बैरियर क्षतिग्रस्त होकर मरम्मत के अभाव में उपयोग विहीन बना रहना सिस्टम पर सवालिया निशान लगा रहा है नागरिक हित में नो इंट्री बैरियर को मरम्मत करवाकर नो इंट्री सिस्टम को पुन: चालु करना आवश्यक हो गया है जिसपर शासन व प्रशासन को गौर करने की आवश्यकता है फोटो : सिकंदर खान नगरवासी बहादुरगंज में सड़क जाम से जुड़ी समस्या के कारण बहादुरगंज, दिघलबैंक एवं टेढ़ागाछ प्रखंड वासियों को सड़क आवागमन के तौर पर उठाना पड़ता है सड़क जाम के कारण लोगों को सुगम आवागमन के लाभ से वंचित रहने के कारण अधिकांश लोग दिन में कॉलेज चौक से झांसी रानी चौक को जोड़ने वाली सड़क पर यातायात करने से परहेज़ करते हैं जाम मुक्त सड़क की सुविधा बहादुरगंज में नहीं मिलने के कारण बहादुरगंज बाजार का व्यापार प्रभावित होने के कगार पर आ गया है फोटो : जुबेर आलम नगरवासी रोजाना सड़कों पर बढ़ रहे वाहनों की बोझ को देखते हुए बहादुरगंज में प्रस्तावित बाईपास सड़क निर्माण योजना सड़क जाम से जुड़ी समस्या का समाधान में मील का पत्थर साबित हो सकता है। प्रस्तावित बाईपास सड़क को हरी झंडी नहीं मिलना नागरिक सुविधा की अनदेखी है। नगर पंचायत बहादुरगंज द्वारा जनवरी माह में भारी वाहनों का सुबह से शाम तक नो इंट्री से जुड़ी व्यवस्था लागु होने से सड़क जाम से जुड़ी समस्या में सुधार आया था अचानक विगत एक माह से नो इंट्री सिस्टम फेल पड़े रहने से सड़क जाम दोबारा रुटीन समस्या का हिस्सा बन जाने से लोगों को भारी परेशानी होती है ऐसे में नो इंट्री सिस्टम को पुन: बहाल करने की आवश्यकता है फोटो : सिकंदर आजम नगरवासी सड़क जाम के कारण आम लोग रोजाना परेशान होते रहते हैं। सड़क जाम के कारण एम्बुलेंस वाहन का फंसा रहना व्यवस्था की पोल खोलकर रख दिया है। नगर पंचायत द्वारा सड़क जाम से मुक्ति के लिए यातायात प्रहरी की व्यवस्था सरजमीन पर असफल होने के कारण विगत एक माह पहले यातायात प्रहरी को हटा दिया गया था नागरिकों को नो इंट्री से सड़क जाम की विकट समस्या से थोड़ी राहत मिली थी नो इंट्री सिस्टम फेल होने से सड़क जाम पुराने दौर में लौट गया है फोटो : विपलु कुमार साह, ग्रामीण बहादुरगंज में सड़क जाम की समस्या का जनहित के मद्देनजर समाधान निकालना आवश्यक है अच्छी और जाम मुक्त सड़क मौजुदा समय की मांग बन गई है बावजूद उसके सड़क जाम से जुड़ी समस्या की स्थिति बद से बदतर बनी हुई है जिसका समाधान बाईपास सड़क निर्माण या ओवर ब्रिज निर्माण से संभव है। भारी वाहनों का नो इंट्री से जुड़ा निर्णय अस्थाई राहत के तौर पर विगत दो माह कारगर बने रहने के बाद नो इंट्री सिस्टम फेल पड़े रहने से नगर प्रबंधन को उक्त मामले में तत्काल संज्ञान लेना आवश्यक हो गया है फोटो : अमित कुमार उर्फ गुड्डू जिले के भौगोलिक मानचित्र के मध्य में बसे बहादुरगंज जिले की आधी आबादी को जिला मुख्यालय से सड़क मार्ग से जोड़ती है ऐसे में बहादुरगंज में रोजाना लगने वाले सड़क जाम का नजारा रोजाना यात्रा कर रहे हजारों लोगों के मन में असुरक्षा का भाव उत्पन्न कर दिया है। सड़क जाम के कारण सभी वर्गों एवं विभिन्न व्यापार ट्रेड से जुड़े लोग प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित होते रहते हैं सड़क जाम के कारण मालवाहक वाहन अधिक किराया क्षेत्र के किसान और व्यापारी से लेने की नाजायज फायदा उठाते हैं फोटो : उज्जवल सिन्हा, समाजसेवी नगर पंचायत बहादुरगंज अन्तर्गत सड़क जाम की समस्या बहादुरगंज के लिए अभिशाप बनकर रह गया है। रोजाना सड़क जाम में फंसे रहने के कारण विद्यालय के शिक्षक एवं बच्चे नप बहादुरगंज को कोसने से बाज नहीं आते हैं। नगर प्रबंधन द्वारा नो इंट्री बैरियर से जुड़ी व्यवस्था अच्छी पहल थी विगत एक माह से नो इंट्री सिस्टम फेल होकर उपयोग विहीन बने रहने से स्थानीय नागरिकों में असंतोष व्याप्त है और लोग नो इंट्री सिस्टम फेल होने को तथाकथित मिलीभगत से जोड़कर भी देख रहे हैं। फोटो : साजिद आलम, नगर पार्षद प्रतिनिधि
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