Severe Heatwave Disrupts Life in Lakhisarai Health Infrastructure and Livestock Affected गर्मी के कहर से जनजीवन, स्वास्थ्य, बिजली और पशु सभी प्रभावित, Lakhisarai Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsLakhisarai NewsSevere Heatwave Disrupts Life in Lakhisarai Health Infrastructure and Livestock Affected

गर्मी के कहर से जनजीवन, स्वास्थ्य, बिजली और पशु सभी प्रभावित

गर्मी के कहर से जनजीवन, स्वास्थ्य, बिजली और पशु सभी प्रभावित

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीसरायSun, 15 June 2025 04:12 AM
share Share
Follow Us on
गर्मी के कहर से जनजीवन, स्वास्थ्य, बिजली और पशु सभी प्रभावित

लखीसराय, एक प्रतिनिधि। जिले में भीषण गर्मी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। हीटवेव के चलते लोगों के स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, जनजीवन और पालतू पशुओं पर गंभीर असर पड़ा है। तापमान के लगातार ऊंचाई पर बने रहने से हर वर्ग प्रभावित हो रहा है।लखीसराय में प्रचंड गर्मी ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। स्वास्थ्य, बिजली, बाजार और पशु सभी इससे जूझ रहे हैं। प्रशासन द्वारा राहत के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन हालात सामान्य होने में समय लगेगा। आमजन से अपील है कि वे सजग रहें और गर्मी से बचाव के उपाय अपनाएं। स्वास्थ्य पर प्रभाव भीषण गर्मी और हीटवेव के कारण जिले के सदर अस्पताल में हीट स्ट्रोक, चक्कर आना, हीट क्रैम्प्स, निर्जलीकरण जैसी समस्याओं से पीड़ित मरीज लगातार पहुंच रहे हैं।

हालांकि शनिवार को गर्मी के अत्यधिक प्रकोप के कारण मरीजों की संख्या में थोड़ी गिरावट देखी गई। अस्पताल में पंखों और हवा की समुचित व्यवस्था न होने के कारण दवा काउंटर और ओपीडी में मरीज बेहाल हो रहे हैं। अधिक भीड़ और गर्मी के कारण कई मरीज बेहोश तक हो रहे हैं। हालांकि, अस्पताल प्रशासन की ओर से ओआरएस घोल, प्राथमिक दवाएं और स्वास्थ्य सुरक्षा से संबंधित सुझाव उपलब्ध कराए जा रहे हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि वे अत्यधिक गर्मी में घर से बाहर न निकलें, जरूरत हो तो सिर को ढंककर और पानी लेकर ही बाहर जाएं। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर प्रभाव: गर्मी के कारण बिजली व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है। ट्रांसफॉर्मरों पर अतिरिक्त भार पड़ने से कई जगह ट्रांसफॉर्मर धुए दे रही है। गर्मी के कारण फ्यूज उड़ाना तो आम बात हो गई है और तार टूटकर गिरने लगे हैं। वोल्टेज की अनियमितता से लोगों के घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामान खराब हो रहे हैं। कई इलाकों में पानी की आपूर्ति भी बाधित हो रही है क्योंकि मोटर चलाने के लिए बिजली नहीं मिल रही। चानन क्षेत्र में बिजली कटौती को लेकर पदाधिकारियों पर आक्रोशित जनता ने हमला तक कर दिया। जनजीवन पर प्रभाव: गर्मी के कारण शहर के बाजार और गलियां सूनी पड़ी हैं। सुबह 10 बजे के बाद दुकानों में ग्राहक दिखाई नहीं देते। दुकानदार परेशान हैं क्योंकि गर्मी में व्यापार ठप हो गया है और आय कम हो गई है। लाली पहाड़ी और अन्य सार्वजनिक स्थान जैसे पार्क भी सुनसान पड़े हैं। जो लोग बाहर निकलते हैं, वे पानी की बोतल और सिर ढकने का सामान साथ लेकर ही बाहर जा रहे हैं। इस बीच, देसी उपायों का सहारा लिया जा रहा है घड़ा (मिट्टी का कुल्हड़) फिर से लोगों के घरों में लौट आया है और इसकी बिक्री बढ़ गई है। पेड़ों की छांव में लोग बैठकर राहत की तलाश कर रहे हैं। ट्रांसफॉर्मर जला, बिजली बाधित, लोगों का फूटा गुस्सा लखीसराय, एक प्रतिनिधि। जिले में लगातार बढ़ रही भीषण गर्मी ने जहां जनजीवन को बेहाल कर दिया है, वहीं बिजली व्यवस्था पूरी तरह से लड़खड़ा गई है। तापमान 44 डिग्री के आसपास पहुंच चुका है, जिससे ट्रांसफॉर्मर गर्म होकर फुंकने लगे हैं और बिजली के तार टूटकर गिर रहे हैं। इससे कई मोहल्लों और गांवों में लगातार बिजली बाधित हो रही है।लोगों की परेशानी तब और बढ़ जाती है जब भीषण गर्मी में कूलर, पंखा और एसी तक काम नहीं करता। बिजली कटते ही पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हो जाती है। शनिवार सुबह कई इलाकों में लोग शौचालय तक नहीं जा सके क्योंकि मोटर से पानी नहीं भर पाया। हालांकि बिजली विभाग के कर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आपूर्ति बहाल की, लेकिन यह समाधान स्थायी नहीं है। जानकारी के अनुसार, कई ट्रांसफॉर्मर की अर्थिंग सिस्टम काम नहीं कर रही है, जिससे वोल्टेज अनियंत्रित हो गया है। इसके कारण कई घरों में फ्रिज, टीवी, इनवर्टर जैसे उपकरण खराब हो रहे हैं। बिजली लोड अधिक होने से सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। बिजली की लचर व्यवस्था से नाराज लोगों का गुस्सा भी फूटने लगा है। चानन प्रखंड में बिजली की सुचारु आपूर्ति को लेकर स्थानीय पदाधिकारी पर हमला तक हो चुका है। इससे हालात की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। बिजली विभाग के अनुसार, गर्मी की वजह से उपभोग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया है और सिस्टम पर दवाब बना हुआ है। अधिकारी लगातार फॉल्ट सुधारने में जुटे हैं लेकिन ट्रांसफॉर्मर की संख्या कम और फीडर पर अत्यधिक लोड के कारण स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है। जिला प्रशासन और बिजली विभाग से लोगों ने मांग की है कि ट्रांसफॉर्मर की समय पर मरम्मत, वैकल्पिक बिजली व्यवस्था और ज्यादा फीडर के माध्यम से बिजली आपूर्ति को दुरुस्त किया जाए, ताकि इस प्रचंड गर्मी में लोग राहत की सांस ले सकें। तापमान में वृद्धि से बीमार हो रहे दुधारू पशु चानन, निज संवाददाता। तापमान में लगातार वृद्धि से दुधारू पशु बीमार हो रहे है। गर्मी की वजह से दोपहर में गाय, बछड़े जीभ निकाल कर हांफते नजर आते है। जर्सी गाय की स्थिति तो गर्मी में ओर नाजूक हो रहे है। गर्मी बढ़ने से पशुपालक भी अपने पशुओं के हिफाजत को लेकर परेशान हो रहे है। पशुपालक मथुरा यादव, विपीन यादव, उचित यादव, रंजीत सिंह, सुलेन सिंह, कामेश्वर यादव, कपिलदेव यादव, उमेश यादव आदि ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से बढ़ रहे तापमान की वजह से मवेाी बीमार हो रहे है। गर्मी में मवेाी खाना कम ओर पानी ज्यादा पी रहे है। तीखी गर्मी के कारण पशुओं को लू लगने की आांका भी बढ़ गई है। वहीं प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुजीत कुमार ने कहा कि गर्मी में मवेशी को ठंडा जल पिलायें। उचित मात्रा में खनिज मिश्रण दे। भैंस को दो-तीन बार नहलाएं। गेहूं का चोकर व जौ की मात्रा बढ़ा दें। पशुओं को चराने के लिए सुबह में जल्दी और शाम में देर से भेजें। लू से बचाव को लेकर पशुओं को पानी से भरे गड्डे में रखे या फिर हमेशा पानी का छिड़काव करें। भीषण गर्मी का असर,जनजीवन अस्त व्यस्त कजरा, एक संवाददाता।। भीषण गर्मी ने अब पूरी तरह से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। चिलचिलाती धूप और ऊमस ने आम जनजीवन को बेहाल कर दिया है। लोग दिनभर पंखा और कूलर के सहारे ही घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। इस वर्ष गर्मी का प्रकोप कुछ ज्यादा ही महसूस हो रहा है। लगातार पेड़-पौधों की कटाई और पर्यावरणीय असंतुलन इसके लिए जिम्मेदार हैं। यदि समय रहते हम नहीं जागे, तो आने वाले वर्षों में तापमान 55 से 60 डिग्री तक पहुंच सकता है, जो मानव जीवन के लिए घातक होगा। अब लोगों को खुद जिम्मेदारी लेनी होगी। डॉ आर लाल गुप्ता ने बताया कि 40 डिग्री से ऊपर तापमान पहुंचने पर शरीर डिहाइड्रेशन की स्थिति में चला जाता है। इससे चक्कर आना, गाढ़ा पेशाब, सलीवा सूखना और बेहोशी जैसे लक्षण सामने आते हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक धूप में निकलने से बचें, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, अधिक मात्रा में पानी पीएं और लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर से संपर्क करें। लगातार पांचवें दिन तापमान में बढ़ोतरी के बाद आज से राहत की संभावना लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। उत्तर भारत के विभिन्न राज्य समेत बिहार के अन्य जिला के साथ लखीसराय में लगातार पांचवें दिन शनिवार को देर शाम तक गर्मी में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद आज यानि रविवार को लोगों को गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार के अपेक्षा न्यूनतम 31 एवं अधिकतम 40 डिग्री सेल्सियस गर्मी की तुलना रविवार को न्यूनतम में दो डिग्री यानि 29 एवं अधिकतम में तीन डिग्री की कमी यानि 37 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर रहने की संभावना है। जो आमजन के साथ पशु-पक्षी एवं पेड़ पौधे तक के लिए काफी हद तक गर्मी से राहत का संकेत है। गत पांच दिन से लगातार सूर्यदेव के प्रकोप से आमजन, पशु-पक्षी सहित पेड़ पौधे व खासकर हरे साग-सब्जी के साथ धान बुआई के लिए खेत में डाला गया बिचड़ा की स्थिति खराब हो चुकी है। इन पांच दिनों में शनिवार को सबसे अधिक 40 डिग्री टेंपरेचर व 50 डिग्री के फीलिंग के साथ आमजन काफी परेशान रहे। गर्मी के कहर और स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी के आम लोगों को बेवजह व छोटी-मोटी मर्ज के लिए घर से बाहर निकाल अस्पताल आने से परहेज की आग्रह का असर शनिवार को सदर अस्पताल में देखा गया। इमरजेंसी व प्रसव पीड़िता को छोड़ दे तो छोटे-मोटे मर्ज के लिए सदर अस्पताल में आने वाले मरीज की संख्या नहीं के बराबर देखा गया। जो लोग इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंच रहे थे। आधा दर्जन से अधिक विभिन्न ओपीडी में चिकित्सक के उपस्थिति के साथ प्रबंधन उन्हें तत्काल व तत्परता के साथ इलाज सहित दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराकर वापस घर भेज रहे थे। डीएस डॉ राकेश कुमार ने बताया कि इलाज के लिए आने वाले लगभग सभी मरीज को सभी ओपीडी में इलाज के साथ संबंधित चिकित्सक के द्वारा घर में नींबू पानी का घोल पीने के साथ अस्पताल में उपलब्ध ओआरएस का घोल परामर्श किया गया। गर्मी के कारण बीमारी से पीड़ित सहित अन्य मर्ज के मरीज भी काफी कम संख्या में सदर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी से सभी उम्र वर्ग के लोग प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए लोगों को गर्मी से बचने के लिए सीधे धूप के संपर्क में आने से परहेज करना चाहिए। बहुत जरूरी हो तब ही घर से बाहर निकले वह भी पर्याप्त पानी पीकर खाली पेट किसी भी स्थिति में घर से बाहर न निकले। पैदल चल रहे हों तो छाता का उपयोग अनिवार्य रूप से करें। बाइक चलाने वाले फूल बांह का कपड़ा, हेलमेट के साथ गमछी और पैर में चप्पल की जगह अनिवार्य रूप से जूता का प्रयोग करें। डीएस ने बताया कि फिलहाल सदर अस्पताल में गर्मी के कारण गंभीर रूप से बीमार एक भी मरीज इलाज के लिए नहीं पहुंचे हैं जो राहत की खबर है। हल्का-पल्का गर्मी के प्रभाव से प्रभावित मरीज पहुंच रहे हैं। जिन्हें तत्काल इलाज उपलब्ध कराने के साथ गर्मी से बचने से संबंधित परामर्श के साथ वापस घर भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि गर्मी से प्रभावित गंभीर रूप से पीड़ित मरीज के इलाज के लिए सदर अस्पताल में 14 बेड का डेडीकेटेड वार्ड पूरे तरीके से तैयार है। जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर सहित गर्मी से राहत के लिए एयर कंडीशनर व अत्याधुनिक उपकरण लगा हुआ है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।