किसानों को नहीं मिल रहा है कृषि कनेक्शन, 1600 आवेदन लंबित
मधुबनी जिले के झंझारपुर और जयनगर विद्युत प्रमंडल में कृषि कनेक्शन के लिए 1600 आवेदन लंबित हैं। मधुबनी विद्युत डिविजन में कोई लंबित आवेदन नहीं है। किसानों ने विभाग की सुस्ती की शिकायत की है।...
मधुबनी। जिले के झंझारपुर एवं जयनगर विद्युत प्रमंडल में कृषि कनेक्शन के लिए करीब 1600 आवेदन लंबित पड़े हैं। खुशी की बात है कि मधुबनी विद्युत डिविजन में एक भी आवेदन कृषि कनेक्शन का लंबित नहीं है। इसका दावा विद्युत कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने किया है। जयनगर एवं झंझारपुर विद्युत डिविजन में किसानों को कृषि कनेक्शन नहीं मिलने से उनकी परेशानी बढ़ती जा रही है। बासोपट्टी के जयराम ठाकुर, झंझारपुर के सरोज कुमार सहित कई किसानों ने बताया कि कृषि कनेक्शन देने में बिजली विभाग सुस्त है। इससे किसानों की परेशानी बढ़ गयी है। किसानों की शिकायत है कि अभी रबी फसल कटनी के बाद खेत खाली है। बरसात आने में भी देरी है। ऐसे में खेत में पोल, तार व ट्रांसफार्मर लगाने में सुविधा होगी। लेकिन विभाग व एजेंसी की उदासीनता से कृषि कनेक्शन में तेजी नहीं आ रही है। सिंचाई को लेकर हर बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा बिजली अभियंताओं को किसानों को कृषि कनेक्शन देने में तेजी लाने का निर्देश दिया जा रहा है। फिर भी कृषि कनेक्शन में तेजी नहीं आ रही है। इससे किसानों को अभी से आगामी फसल की सिंचाई की चिंता सता रही है। बासोपट्टी के जयराम ठाकुर ने बताया कि वे दो साल पहले कृषि कनेक्शन के लिए आवेदन किये थे। विभाग द्वारा बोला गया की अभी पोल व तार नहीं है। फिर बोला गया कि पुराना ऑन लाइन आवेदन स्वत: समाप्त हो गया है। फिर से आवेदन कीजिए। फिर से आवेदन किये भी महीना दिन से अधिक हो गया है लेकिन अभी तक कृषि कनेक्शन नहीं मिला है। अब वे इसको लेकर मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री से शिकायत करने का निर्णय लिया है। विद्युत कार्यपालक अभियंता जयनगर मनोज रजक ने बताया कि उनके यहां करीब 500 आवेदन कृषि कनेक्शन के लंबित हैं। जिसे शीघ्र कनेक्शन देने का निर्देश संबंधित एजेंसी को दिया गया है। जल्द ही सभी प्रतीक्षा सूची को समाप्त कर दिया जाएगा। वहीं झंझारपुर के विद्युत कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार ने बताया कि उनके यहां करीब 1100 आवेदन कृषि कनेक्शन का लंबित है। जिसे शीघ्र कनेक्शन देने का निर्देश संबंधित एजेंसी को दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब पोल व तार की कमी नहीं है। जल्द कनेक्शन दिया जाएगा।
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को 522 लोगों ने किया आवेदन, अनुदान का लाभ घरेलू उपभोक्ताओं को
मधुबनी। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसका उद्देश्य घरों की छत पर सौर उर्जा के माध्यम से बिजली उत्पादन को बढ़ावा देकर उपभोक्ताओं को अनुदान के माध्यम से लाभान्वित करना है। यह जानकारी बिजली एसडीओ मधुबनी सुधांशु कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह पर्यावरण मित्र योजना है। इस योजना का लाभ सिर्फ पक्के छतदार मकान वाले उपभोक्ता ही उठा सकते हैं। लेकिन सिर्फ घरेलू उपभोक्ताओं को ही अनुदान का लाभ मिलेगा। बिजली एसडीओ ने बताया कि इसके तहत उपभोक्ता के घर की छत पर लगे हुए सोलर पैनल से सूर्य की रौशनी से बिजली का उत्पादन होगा। उन्होंने बताया कि एक किलोवाट का सोलर पैनल लगाने में उपभोक्ताओं को लगभग 75 हजार की लागत आएगी। इसमें से 30 हजार अनुदान उपभोक्ता के बैंक खाते में वापस भेज दिया जाएगा। दो किलोवाट का सोलर पैनल लगाने में करीब डेढ़ लाख एवं तीन किलोवाट का पैनल लगाने में लगभग दो लाख 25 हजार रुपये लगेंगे। इसमें क्रमश: 60 हजार एवं 78 हजार रुपये अनुदान के रूप में उपभोक्ता के बैंक खाते में वापस होगा। बिजली एसडीओ ने बताया कि इस योजना में बिजली बिल शून्य हो जाता है। बताया कि अभी तक विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल मधुबनी में 522 लोगों ने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लिए आवेदन किया है। इसमें से 28 लोगों के घरों की छतों पर सोलर पैनल लग गया है।
शेष आवेदन प्रक्रिया में है। संवेदक को इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग के वेबसाइट पर या फिर बिजली कार्यालय आकर इस योजना का आवेदन कर सकते हैं।
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