लंबी दूरी की ट्रेनें आते ही स्टेशन का गेट हो जाता है जाम,यात्री हलकान
बापूधाम रेलवे स्टेशन पर अस्थायी प्रवेश द्वार के सामने जाम की समस्या बढ़ रही है। लम्बी दूरी की ट्रेनों के आगमन के समय ऑटो चालकों की लापरवाही से यात्री परेशान हैं। रेल प्रशासन की उदासीनता से स्थिति और...
बापूधाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक स्थित अस्थायी प्रवेश द्वार के सामने जाम की समस्या दिन-प्रतिदिन विकराल रूप लेती जा रही है। लम्बी दूरी की ट्रेनों के स्टेशन पर आगमन के समय ऑटो चालकों की मनमानी से जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है। इसके कारण स्थानीय लोग व रेल यात्री ऑटो स्टैंड इंचार्ज, आरपीएफ, जीआरपी तथा रेल प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाने लगे हैं। स्थानीय लोगों व रेल यात्रियों का कहना है कि रेल प्रशासन की उदासीनता के कारण यह स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। ऑटो चालकों की लापरवाही से स्टेशन परिसर ही नहीं बल्कि स्टेशन रोड में पटेल चौक से एमकेडी पब्लिक स्कूल तक घंटों जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
यात्रियों का दर्द और बेबसी
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे परशुराम कुमार, नीतीश कुमार, राजीव सिंह, सूरज कुमार, नागेन्द्र कुमार, दीपेन्द्र कुमार, जयकांत कुमार, नीरज कुमार व दीपक कुमार आदि छात्रों ने बताया कि, ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन रोड से प्लेटफार्म तक जाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में ऐसा लगता है जैसे हम किसी भीड़ भरी मंडी में आ गए हों। ऑटो वाले कहीं भी अपनी गाड़ियां खड़ी कर देते हैं, जिससे निकलना मुश्किल हो जाता है। पप्पू ठाकुर, राज वर्मा, बाबर हाशमी, अमन कुमार राज, संतोष कुमार, राजमणि कश्यप व अवधेश कुमार सिंह आदि लोगों ने कहा कि सर्कुलेटिंग एरिया में भीड़ की वजह से आए दिन कुछ यात्रियों की ट्रेन छूट जा रही है। इसके कारण यात्रियों को अगली ट्रेन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है।
यात्री सुविधा व सुरक्षा का अभाव
बापूधाम मोतिहारी स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ताक पर रख दिया गया है। संबंधित अधिकारियों और जिम्मेदार विभागों की चुप्पी इस गंभीर समस्या को और बढ़ावा दे रही है। यात्रियों की बढ़ती परेशानी और उनकी ट्रेन छूटने की घटनाओं को देखते हुए, यह अत्यंत आवश्यक है कि रेलवे प्रशासन इस गंभीर समस्या का संज्ञान ले और तत्काल प्रभाव से कठोर कदम उठाए। ऑटो रिक्शा के लिए एक सुव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था और नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराना बेहद जरूरी है, ताकि यात्रियों को बिना किसी बाधा के स्टेशन तक पहुंचने और अपनी यात्रा पूरी करने में आसानी हो।
प्रवेश द्वार के सामने अराजक स्थिति
पप्पू ठाकुर, राज वर्मा, अमन कुमार राज, संतोष कुमार, राजमणि कश्यप, अवधेश कुमार सिंह, परशुराम कुमार, बाबर हाशमी, नीतीश कुमार, राजीव सिंह, सूरज कुमार, नागेन्द्र कुमार, दीपेन्द्र कुमार, जयकांत कुमार, नीरज कुमार व दीपक कुमार आदि का कहना है कि ऑटो चालकों की वजह से लम्बी दूरी के ट्रेनों के आगमन के समय प्रवेश द्वार पर अराजक स्थिति देखने को मिल रही है। इस समस्या की वजह से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गयी है। सवारी बैठाने की होड़ में ऑटो चालकों में स्टेशन के प्रवेश द्वार पर अपनी गाड़ियां लगाने की होड़ मच जाती है, जिससे पूरा रास्ता अवरुद्ध हो जाता है। पैदल यात्रियों को इस जाम से निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है और कई बार तो उनकी ट्रेनें भी छूट जाती हैं। इस अव्यवस्थित पार्किंग से न केवल यात्रियों को शारीरिक परेशानी हो रही है, बल्कि इससे स्टेशन परिसर में भीड़ और सुरक्षा संबंधी चिंताएं भी बढ़ रही हैं।
बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन पर पार्किंग का संकट
स्टेशन पर चल रही पुनर्विकास परियोजना ने जहां एक ओर सुविधाओं के विस्तार की उम्मीद जगाई है, वहीं दूसरी यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। सर्कुलेटिंग एरिया में पुनर्विकास परियोजना पर काम चलने से बाइक व ऑटो स्टैंड का एरिया कम हुआ है। स्टेशन के ऑटो पार्किंग एरिया का सिकुड़ जाना और दिन-प्रतिदिन बढ़ती ऑटो एवं ई-रिक्शा की संख्या के कारण मौजूदा जगह अब अपर्याप्त साबित हो रही है। इससे ऑटो चालक बेधड़क स्टेशन चौक से प्लेटफॉर्म के मुख्य प्रवेश द्वार तक अपने वाहनों को पार्क कर रहे हैं, जिससे यात्रियों व राहगीरों को परेशानी है।
शिकायतें
1. स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ऑटो मनमाने ढंग से खड़े कर दिए जाते हैं, जिससे यात्रियों का रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध हो जाता है।
2. जाम की वजह से स्टेशन चौक से प्लेटफाॅर्म तक पहुंचने में 20 मिनट लग जा रहे हैं, जिससे कई यात्रियों की ट्रेनें छूट जाती हैं।
3. ऑटो चालकों की मनमानी पर रोक लगा पाने में रेल प्रशासन व पुलिस विफल है। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना होता है।
4. ऑटो चालकों की लापरवाही और भीड़ के कारण पटेल चौक से एमकेडी पब्लिक स्कूल तक घंटों जाम की स्थिति बन जाती है।
5. स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के कारण पार्किंग क्षेत्र छोटा हो गया है, जिससे अव्यवस्थित पार्किंग हो रही है।
सुझाव
1. स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार से दूर ऑटो और ई-रिक्शा के लिए एक सुव्यवस्थित और पर्याप्त पार्किंग क्षेत्र निर्धारित किया जाए।
2. रेल प्रशासन, आरपीएफ व जीआरपी को प्रवेश द्वार पर अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई व निरंतर निगरानी रखनी चाहिए।
3. ऑटो चालकों के लिए कड़े नियम बनाए जाएं और उनका पालन न करने पर जुर्माना या लाइसेंस रद्द करने जैसे प्रावधान हो।
4. यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों और पार्किंग स्थलों के बारे में स्पष्ट जानकारी देने के लिए पर्याप्त साइनेज लगाए जाएं।
5. ऑटो स्टैंड इंचार्ज, रेल प्रशासन व पुलिस की जवाबदेही तय की जाए ताकि वे अपनी ड्यूटी का निर्वहन ईमानदारी से करें।
बोले जिम्मेदार
स्टेशन पुनर्विकास परियोजना पर काम चलने की वजह से हाल के दिनों में कुछ परेशानी बढ़ी है। बाइक व ऑटो स्टैंड इंचार्ज को निर्धारित पर्किंग एरिया के अंदर ही वाहन पर्किंग कराने का निर्देश दिया गया है। स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ऑटो पार्क करने वाले चालकों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा। स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ऑटो पर्किंग करने वाले चालकों पर रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। ऑटो को जब्त कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। स्टेशन परिसर में बेतरतीब ढंग से वाहन पर्किंग पर लगाम लगाई जाएगी। भरत प्रसाद, पोस्ट कमांडर, आरपीएफ, मोतिहारी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।