Farmers Reluctant to Sell Wheat at Support Price in Munger District Amid High Market Rates डेढ़ माह बाद भी गेहूं की खरीद में नहीं आई तेजी, Munger Hindi News - Hindustan
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डेढ़ माह बाद भी गेहूं की खरीद में नहीं आई तेजी

मुंगेर जिले में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए किसानों से 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की गई है, लेकिन केवल 9.100 टन गेहूं की खरीद हुई है। बाजार मूल्य 2600-2700 रुपये प्रति क्विंटल होने के कारण किसान...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरSun, 18 May 2025 04:42 AM
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डेढ़ माह बाद भी गेहूं की खरीद में नहीं आई तेजी

मुंगेर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहंू की खरीद 1 अप्रैल से की जा रही है, लेकिन डेढ़ महीने से अधिक गुजर जाने के बाद भी तेजी नहीं आ रही है। 47 दिनों में 13 किसानों से मात्र 9.100 टन की खरीद हो पायी है। गेहूं खरीद में तेजी नहीं आने के पीछे बाजार मूल्य अधिक होना बताया जा रहा है। मुंगेर जिले को 1915 टन गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला है। लेकिन सरकारी दर गेहूं बेचने में किसानों की रूची नहीं रहने से लक्ष्य पूरा हो पाना मुश्किल लग रहा है।

किसानों से सरकारी दर पर गेहूं की खरीद के लिए जिले के 51 पैक्सों का चयन किया गया है। सरकार की ओर से गेहंू का समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है। जबकि बाजार मूल्य 26 से 27 सौ रुपये प्रति क्िंवटल है। बाजार मूल्य अधिक रहने से किसान सरकार की ओर से निर्धारित दर पर गेहूं बेचने में रूची नहीं ले रहे हैं। जानकारों का कहना है कि किसान खुले बाजार में व्यापारियों से गेहूं बेच रहे हैं। सरकारी मूल्य से अधिक कीमत के साथ हाथों हाथ भुगतान भी मिल रहा है। पिछले वर्ष भी लक्ष्य से काफी पीछे रहा था जिला: पिछले साल मुंगेर जिले को 7,500 टन गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला था। खरीद मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल था। लेकिन बाजार मूल्य इससे अधिक रहने से किसानों ने पैक्स में बेचने में रूची नहीं ली। नतीजतन 7,500 टन लक्ष्य के मुकाबले मात्र 27.500 टन ही गेहूं की खरीद हो पायी थी। इस वर्ष 150 रुपये की वृद्धि कर 2425 रुपये क्विंटल किया गया है। ‘सरकार को पहले की तरह बोनस देना चाहिए: धरहरा के किसान पवन सिंह ने कहा कि पिछले साल की तरह ही सरकारी मूल्य बाजार मूल्य से कम है। ऐसे में किसान सरकारी क्रय केन्द्रों में गेहूं बेचने में रूची नहीं ले रहे हैं। अधिक कीमत के साथ तुरंत भुगतान मिलने के कारण किसान खुले बाजार में कारोबारी को गेहूं बेच रहे हैं। सरकार को बाजार मूल्य से अधिक मूल्य निर्धारित करना चाहिए एवं पहले की तरह बोनस दिया जाना चाहिए। किसान राजेन्द्र यादव ने कहा कि बाजार मूल्य अधिक रहने से सरकारी केन्द्रों पर गेहूं बेचने में किसान रूची नहीं ले रहे हैं। कोट:मुंगेर जिले को 1915 टन गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला है। अबतक 13 किसानों से 9.100 टन की खरीद की गयी है। बाजार मूल्य अधिक रहने से सरकारी केन्द्रों पर गेहूं खरीद प्रभावित हो रहा है। किसानों को समर्थन मूल्य पर सरकारी केन्द्रों पर गेहूं बेचने के लिए जागरूक किया जा रहा है। -नवीन मोहन प्रसाद ,जिला सहकारिता पदाधिकारी,मुंगेर

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