आयोग के हटाने के एक महीने बाद विवि ने शिक्षक को किया बर्खास्त
मुजफ्फरपुर विश्वविद्यालय ने फर्जी आरक्षण लाभ लेने के आरोप में सहायक प्राध्यापक डॉ. गौरी शंकर सोनी को बर्खास्त कर दिया है। विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने उनकी सेवा समाप्त करने का पत्र 29 अप्रैल को जारी...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा सेवा समाप्त करने के एक महीने बाद बीआरएबीयू प्रशासन ने फर्जीवाड़े में संलिप्त शिक्षक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। विवि प्रशासन ने शुक्रवार को सहायक प्राध्यापक डॉ. गौरी शंकर सोनी की बर्खास्तगी का पत्र जारी किया। सहायक प्राध्यापक पर गलत आरक्षण का लाभ लेने की बात आयोग की जांच में साबित हुई थी। इसके बाद 29 अप्रैल को ही विवि सेवा आयोग ने पत्र जारी कर सहायक प्राध्यापक की सेवा समाप्त कर दी थी। गौरी शंकर सोनी बेतिया के एमजेके कॉलेज में तैनात थे। दिलचस्प बात यह है कि आयोग की सेवा समाप्ति के पत्र के बाद स्नातक सेमेस्टर वन की परीक्षा की कॉपी जांच में गौरी शंकर सोनी का नाम विवि ने डाल दिया था।
विवि सेवा आयोग सहायक प्रध्यापकों की जांच करा रहा है। इनमें गलत अनुभव प्रमाणपत्र, गलत जाति और दिव्यांग प्रमाणपत्र देने वाले सहायक प्राध्यापक शामिल हैं। मोतिहारी के एक कॉलेज में तैनात एक महिला शिक्षक पर आरोप है कि उसने मूक बधिर कोटि का प्रमाणपत्र दिया था, लेकिन वह कक्षा में बोल कर पढ़ाती हैं। पिछले दिनों एसएसपी ने विवि थाना से विवि के दो सहायक प्राध्यापकों के बारे में एफआईआर संबंधी जानकारी मांगी थी।
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