दिल्ली में धरने पर बैठ गए झारखंड के BJP विधायक, वहीं से लगा दिया कल्पना सोरेन को फोन; वजह
झारखंड की पांकी विधानसभा सीट से विधायक शशिभूषण मेहता दिल्ली स्थित झारखंड भवन में धरने पर बैठ गए। मेहता ने यहीं से कल्पना सोरेन से फोन पर बात भी की। झारखंड भवन के कर्मचारी पर बड़ा आरोप लगाया है।

दिल्ली स्थित झारखंड भवन में बुक कराए गए दो की जगह मात्र एक कमरा देने से नाराज पांकी के भाजपा विधायक डॉ कुशवाहा शशिभूषण मेहता शुक्रवार को झारखंड भवन में ही धरना पर बैठ गए। भवन की प्रबंधकीय व्यवस्था का विरोध किया। इधर, मामले में सियासत भी गर्म हो गई है। राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने जनप्रतिनिधि के साथ ऐसे व्यवहार की निंदा की है।
वहां से उन्होंने रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, स्पीकर रबींद्रनाथ महतो, विधायक कल्पना सोरेन, झारखंड भवन के स्थानीय आयुक्त अरवा राजकमल से बात की। इसके बाद उन्हें दो कमरे उपलब्ध कराए गए। एक घंटे बाद उन्होंने धरना समाप्त कर दिया। विधायक ने सीधा आरोप लगाया कि झारखंड भवन में कार्यरत तरुण नामक कर्मी बुकिंग का प्रबंधन करता है। उसका प्रयास होता है कि यहां कमरे कम दिए जाएं, ताकि उसे होटल बुक कराने का कमीशन आसपास के होटलों से मिल सके। उन्होंने कहा कि झारखंड भवन की प्रबंधकीय व्यवस्था को बदतर बनाकर रखा गया है।
तीन जून को ही दो कमरे कराए थे आरक्षित
विधायक ने बताया कि इलाज के लिए वे नई दिल्ली में हैं। इसके लिए तीन जून को ही दो कमरे आरक्षित कराए थे। छह जून को जब वे झारखंड भवन पहुंचे, तो उन्हें मात्र एक कमरे की चाबी दी गई। उन्हें कहा गया कि सांसद-विधायक आ गए हैं, जिस कारण एक ही कमरा मिल पाएगा। लेकिन, जब उन्होंने बुकिंग की सूची देखी तो किसी भी विधायक, सांसद या मंत्री वहां नहीं ठहरे थे। इसका विरोध करते हुए वे लगेज के साथ धरना पर बैठ गए। विधायक मेहता ने कहा कि यह मामला विधायिका के सम्मान से जुड़ा है। इसलिए धरना देकर आपत्ति जताई।
स्पीकर से व्यवस्था दुरुस्त कराने का अनुरोध
विधायक ने कहा कि उन्होंने व्यवस्था दुरुस्त करने का अनुरोध झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष और राज्य सरकार से की है। वे स्पीकर को पत्र भी लिख रहे हैं। झारखंड भवन के स्थानीय आयुक्त अरवा राजकमल ने भी जिम्मेवार पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। पूरे मामले में अरवा राजकमल से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं किया।