विवि ने लटकाया रिजल्ट, छात्रा ने की आत्महत्या की कोशिश
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में रिजल्ट में सुधार नहीं होने से परेशान एक छात्रा ने आत्महत्या की कोशिश की। उसके भाई ने अधिकारियों से गुहार लगाई। छात्रा की कॉपी का कोड मैच नहीं हो रहा था। अन्य छात्रों ने...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बीआरएबीयू में पेंडिंग रिजल्ट में सुधार नहीं होने से परेशान राम लखन सिंह यादव कॉलेज बेतिया की एक छात्रा ने आत्महत्या की कोशिश की। उसके भाई रंजीत कुमार ने सोमवार को आयोजित छात्र संवाद में अधिकारियों से अपनी बहन के लिए गुहार लगाई है। उसने बताया कि पार्ट वन में उसकी बहन का रिजल्ट पेंडिंग हो गया। इसके बाद इसे सुधार कराने के लिए वह और उसकी बहन बेतिया में एमजेके कॉलेज में खुले एक्सटेंशन काउंटर पर 20 से अधिक बार गये, लेकिन कुछ नहीं हुआ। वर्ष 2024 से ही वह रिजल्ट सुधार के लिए चक्कर काट रहा है।
बेतिया एक्सटेंशन काउंटर पर काम नहीं होने के बाद वह विवि के चक्कर काट रहा है। रिजल्ट नहीं ठीक होने से उसकी बहन इतनी परेशान हुई कि उसने आत्महत्या की कोशिश कर डाली। अब स्थिति यह है कि उसके साथ घर का एक सदस्य हमेशा रहता है। छात्र संवाद में अधिकारियों ने इसपर मंथन किया। पता चला कि छात्रा की कॉपी का कोड मैच नहीं हो रहा है। डीएसडब्ल्यू प्रो. आलोक प्रताप सिंह, डिप्टी कंट्रोलर डॉ. आनंद दुबे और डॉ. रेणुबाला ने जल्द समस्या के समाधान का निर्देश दिया। छात्र संवाद में पहुंची एक अन्य छात्रा अंजलि भारती ने कहा कि वह एमडीडीएम में बीएड की छात्रा है। उसे परीक्षा में फेल कर दिया गया था। जब आरटीआई से कॉपी निकाली गई तो देखा कि एक प्रश्न को चेक ही नहीं किया गया है। इसके बाद जब रिजल्ट सही हुआ तो उसे नया अंक पत्र नहीं मिला। वह आठ महीने से दौड़ रही है। छात्र मनीष कुमार ने कहा कि विशेष परीक्षा पार्ट वन में उसके एक पेपर का नंबर अंक पत्र पर नहीं चढ़ा है। एक अन्य छात्र ने शिकायत की कि उसकी कॉपी नहीं मिल रही है। डिग्री के लिए पोर्टल पर अपलोड करने होंगे दस्तावेज बीआरएबीयू में छात्रों को डिग्री के लिए अब काउंटर पर दस्तावेज नहीं जमा कराना पड़ेगा। डिग्री के आवेदन की प्रक्रिया में बीआरएबीयू बदलाव करने जा रहा है। छात्रों को अब ऑनलाइन पोर्टल पर सारे प्रमाणपत्र अपलोड करने होंगे। इस काम में बिहार विवि एनआईसी से मदद लेगा। डिप्टी कंट्रोलर डॉ. रेणुबाला ने बताया कि इसके लिए एक कमेटी भी बना दी गई। एनआईसी की मदद से बीआरएबीयू एक लिंक तैयार करेगा। इसी लिंक पर छात्रों को अपने दस्तावेज और चालान अपलोड करने होंगे। छात्र साइबर कैफे की मदद से अपने दस्तावेज अपलोड कर सकेंगे। एनआईसी सीधे परीक्षा विभाग को ईमेल करेगा आवेदन एनआईसी छात्रों के आवेदन को सीधे परीक्षा विभाग को ईमेल करेगा। एनआईसी से ईमेल आने के बाद परीक्षा विभाग उसे डिग्री बनाने वाली एजेंसी को भेजेगा। अभी छात्र आवेदन और अपने दस्तावेजों की फोटो कॉपी बिहार विवि के काउंटर पर जमा करते हैं। इसके बाद वह डिग्री सेक्शन में जाता है। डिग्री सेक्शन से फिर एक-एक कर आवेदन एजेंसी को ईमेल किया जाता है। इस प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है।
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