सौगात : खरीफ विपणन के नए सत्र के लिए एमएसपी में की गयी वृद्धि
नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता।नए खरीफ सीजन में किसानों को अपनी फसलों को अधिक मूल्य मिल सकेगा। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि का निर्णय लिया है।

नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। नए खरीफ सीजन में किसानों को अपनी फसलों को अधिक मूल्य मिल सकेगा। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि का निर्णय लिया है। खरीफ विपणन के नए सत्र 2025-26 के लिए एमएसपी में की गयी वृद्धि किसानों के लिए हितकारी साबित होगी। जिले के किसानों को सरकार के फैसले का बेहतर लाभ मिल सकेगा। धान के साथ ही अन्य फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी बढ़ोत्तरी की गयी है। केन्द्र की सरकार ने खुशहाल किसान समृद्ध राष्ट्र के थीम पर केन्द्रीय केबिनेट ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। खरीफ सीजन के सबसे महत्वर्पूण फसल धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में गत वर्ष की तुलना में किसानों को प्रति क्विंटल लगभग 70 रुपए अधिक मिल सकेंगे।
सरकार ने सबसे महत्वपूर्ण फैसला यह किया है कि हर हाल में किसानों को उनकी फसल का मूल्य क्रय के 48 घंटों के अंदर उनके खाते में भेज दिया जाना है। किसान अर्जुन सिंह, जागेश्वर सिंह, ईश्वरी प्रसाद, शंकर राम, सुधीर सिंह, सुरेन्द्र सिंह, मनोज कुशवाहा, रंजन कुशवाहा आदि ने सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी पर खुशी जताई और कहा कि अब किसानों को उनकी फसल का समुचित मूल्य लाभ मिल सकेगा तथा बाजार के संकट से भी मुक्ति मिल सकेगी। धान की कीमत तय हुई 2369 रुपए प्रति क्विंटल खरीफ विपणन के नए सत्र 2025-26 के लिए सामान्य धान की कीमत गत वर्ष 2300 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित थी लेकिन इस वर्ष इसमें 69 रुपए की वृद्धि कर एमएसपी 2369 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। जिला सहकारिता पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि इसी प्रकार, ग्रेड ए धान गत वर्ष 2325 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित था लेकिन इस वर्ष किसानों से यह 2389 रुपए प्रति क्विंटल यानी 64 रुपए प्रति क्विंटल अधिक मूल्य तय किया गया है। इसी प्रकार, केन्द्र सरकार ने हाइब्रिड ज्वार का एमएसपी 3699 रुपए प्रति क्विंटल जबकि मालदंडी ज्वार का एमएसपी 3749 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। बाजरा 2775 रुपए प्रति क्विंटल, रागी यानी मड़ुआ 4886 रुपए प्रति क्विंटल, मक्का 2400 रुपए प्रति क्विंटल, अरहर दाल 8000 रुपए प्रति क्विंटल, मूंग दाल 8768 रुपए प्रति क्विंटल, उड़द दाल 7800 रुपए प्रति क्विंटल और मूंगफली 7263 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। -------------------- एमएसपी यानी किसानों के लिए बीमा जैसा लाभ नवादा। जिला सहकारिता पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि हर फसल सीजन से पहले कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइजेज की सिफारिश पर एमएसपी तय करती है। यदि किसी फसल की बम्पर पैदावार हुई है तो उसकी बाजार में कीमतें कम होती हैं, तब एमएसपी उनके लिए फिक्स एश्योर्ड प्राइस का काम करती है। यह एक तरह से कीमतें गिरने पर किसानों को बचाने वाली बीमा पॉलिसी की तरह यह काम करती है। उन्होंने बताया कि एमएसपी किसानों के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह एक सुरक्षा जाल प्रदान करता है, जिससे उनकी फसलों के लिए न्यूनतम मूल्य की गारंटी सुनिश्चित हो जाती है। सरकार के इस आश्वासन के साथ, किसान अपनी उपज को एमएसपी पर बेच सकते हैं, यदि कहीं और बेहतर मूल्य उपलब्ध नहीं हैं। बाजार की अस्थिरता से किसानों की सुरक्षा को लेकर एमएसपी को वैध बनाने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि खुले बाजारों में अप्रत्याशित मूल्य उतार-चढ़ाव के बावजूद किसानों को उचित मुआवजा मिले, जिससे उन्हें अधिशेष उत्पादन या वैश्विक व्यापार गतिशीलता के कारण होने वाले नुकसान से सुरक्षा मिलती है।
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