एनकाउंटर का सताया डर,सुकमा में 16 नक्सलियों का सरेंडर,कई पर था लाखों का इनाम
एसपी किरण चव्हाण,एएसपी उमेश गुप्ता और सीआरपीएफ व पुलिस अधिकारियों के समक्ष 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि सरकार की सरेंडर नीति और नियद नेल्लानार योजना से प्रभावित होकर सभी ने हिंसा का रास्ता छोड़ने की इच्छा जताई है।

छत्तीसगढ़ के एंटी नक्सल ऑपरेशन पर तैनात सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। नक्सल लीडर बसवा राजू के मारे जाने के बाद माओवादी संगठन में टूट जारी है। नक्सल एनकाउंटर में मारे जाने के डर से पीएलजीए बटालियन के 2 हार्डकोर नक्सली समेत 16 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में एक महिला और एक पुरुष माओवादी पर 8-8 लाख का इनाम घोषित है। वहीं 6 नक्सलियों पर कुल 25 लाख का इनाम घोषित है। बीहड़ जंगलों में सुरक्षा बलों के नए कैंप खुलने और फोर्स के एक्शन से नक्सलियों में दहशत है। इससे पहले 27 मई को 39 लाख के इनामी 18 नक्सलियों ने सरेंडर किया था, जिसमें PLGA बटालियन नंबर-1 में सक्रिय 4 हार्डकोर नक्सली शामिल थे।
एसपी किरण चव्हाण,एएसपी उमेश गुप्ता और सीआरपीएफ व पुलिस अधिकारियों के समक्ष 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि सरकार की सरेंडर नीति और नियद नेल्लानार योजना से प्रभावित होकर सभी ने हिंसा का रास्ता छोड़ने की इच्छा जताई है। सरेंडर करने वाले नक्सली फोर्स को नुकसान पहुंचाने, आगजनी,हत्या,सरकारी संपत्ति को नुकसान सहित कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं। सभी समर्पित नक्सलियों को 50-50 हज़ार की प्रोत्साहन राशि प्रदाय की गई। इससे पहले 18 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया था,जिन पर कुल 39 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
नक्सलमुक्त गांव को मिलेंगे एक करोड़ रुपये
एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में एक महिला नक्सली संगठन में पिछले 5 साल से सक्रिय थी। वहीं 15 पुरुष नक्सली माओवादी संगठन में 3 से 10 साल से सक्रिय रहे हैं। समर्पण करने वालों को सरकार की तरफ से 10 लाख रुपये का अनुदान दिया रहा है। पुनर्वास योजना के तहत उन्हें रोजगार और शिक्षा के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। आत्मसमर्पण करने वालों को सुरक्षा भी प्रशासन-प्रशासन की जिम्मेदारी है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सलमुक्त ग्राम पंचायत को 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई। इस राशि से गांव में विकास या मूलभूत सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराई जाएगी।
फोर्स को नुकसान पहुंचाने लगाए 10 बम बरामद
इधर नारायणपुर जिले में फोर्स को नुकसान पहुंचाने लगाए गए 10 IED बम को एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकले जवानों ने बरामद किया है। नारायणपुर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि कोहकामेटा थाना क्षेत्रा के कैम्प कुतूल ग्राम खोड़पार और गुरमका के जंगल रास्ते पर 10 नग आईईडी बरामद किया गया है। कैम्प से DRG, ITBP और BDS की संयुक्त टीम एरिया डॉमिनेशन पर धुरबेड़ा, गुमरका और खोड़पार क्षेत्र में सर्चिंग पर निकली थी, तभी आईईडी की जानकारी मिली। बम निरोधक दस्ते ने सावधानीपूर्वक सभी बमों को डिफ्यूज कर दिया। बता दें कि सुकमा जिले में 2025 में अब तक कुल 33 से अधिक IED बरामद कर निष्क्रिय किया जा चुका है।
(रिपोर्ट - संदीप दीवान)
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