कर्मियों की हड़ताल से चरमराई हिसुआ नगर की सफाई व्यवस्था
हिसुआ, संसू।आउटसोर्सिंग से काम कराए जाने के विरोध में हिसुआ के सफाई कर्मी पिछले 15 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।

हिसुआ, संसू। आउटसोर्सिंग से काम कराए जाने के विरोध में हिसुआ के सफाई कर्मी पिछले 15 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। लिहाजा हिसुआ नगर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। शहर के मुख्य चौक-चौराहे सहित गलियों में कूड़े-कचरे का ढेर लग गया है। शहर पूरी तरह कचड़े में तब्दील हो चुका है। जिससे शहर के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। सफाई कर्मियों की हड़ताल को परोक्ष रूप से स्थानीय लोगों का भी समर्थन प्राप्त है। जो इनकी मांगों को जायज बता रहे हैं। सफाई मजदूरों की हड़ताल के कारण फिलहाल नगर में पूरी तरह से सफाई व्यवस्था ठप है। दरअसल, नगर की सफाई दो तरह से कराई जा रही थी। जिसमें नगर परिषद के पुराने सफाई कर्मी पूर्व की भांति नगर परिषद की ओर से नगर परिषद के पुराने 17 वार्डों में सफाई करते थे। जिन्हे वेतन वगैरह सभी तरह के भुगतान नगर परिषद की ओर से किया जाता था। जिसके तहत पुराने 17 वार्डों में सफाई कार्य को लेकर नगर परिषद को मात्र 6 लाख 50 हजार रुपया खर्च होता है। जबकि मात्र दस विस्तारित वार्डों में आउटसोर्सिंग से कार्य कराने पर 12 लाख 50 हजार रूपये प्रतिवर्ष खर्च किया जाता है। इधर, हड़ताल के कारण नगर की बिगड़ती दुर्दशा को लेकर मंगलवार को एक बार पुनः मुख्य पार्षद पूजा कुमारी और उप मुख्य पार्षद टिंकू चौधरी ने सफाई कर्मियों से मिलकर उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन कर्मियों ने अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि जब तक हम सभी पुराने सफाई कर्मियों के लिए पुरानी व्यवस्था कायम नहीं होगी, तबतक हम लोग डटकर आउटसोर्सिंग का विरोध करते रहेंगे।
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