देवनगढ़ : वार्ड पांच में सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह रहे लोग
कौआकोल के रामपुर बलुआ वार्ड के लोग सरकारी मद से खर्च होने के बावजूद विकास की कमी से परेशान हैं। वार्ड में पक्की नाली और गली निर्माण का कार्य अधूरा है, जिससे ग्रामीणों को कई समस्याओं का सामना करना पड़...

कौआकोल। एक संवाददाता प्रखंड की ग्राम पंचायत देवनगढ़ के वार्ड संख्या 5 रामपुर बलुआ के लोग अपनी बदहाली को लेकर परेशान हैं। सरकारी मद से लाखों रूपए खर्च होने के बावजूद वार्ड की स्थिति पूरी तरह से बदहाल है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस वार्ड में विकास की रफ्तार काफी धीमी है। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और इस वार्ड के लोग अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश हो रहे हैं। आवास योजना को छोड़कर कहें तो इस वार्ड के लोगों को हर तरह की सरकारी लाभ से वंचित रह जाना पड़ रहा है। इस वार्ड में मुख्य रूप से दलित और महादलितों की आबादी है।
बावजूद इस वार्ड तक विकास की किरण नहीं पहुंच पा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इस वार्ड में पक्की नाली एवं गली के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2017-18 में कार्य शुरू कराया गया, जो आज तक पूरा नहीं हो सका है। पूर्व के वार्ड सदस्य के द्वारा योजना की लगभग 60 प्रतिशत की राशि की निकासी कर ली गई और कुछ भी कार्य नहीं कराया गया। अभी तक बिना स्लैब के ही नाली खड़ी है। गली में भी किसी प्रकार का कार्य नहीं हो सका है। ग्रामीणों की शिकायत है कि पंचायत की मुखिया की निष्क्रियता के कारण वार्ड का समुचित विकास नहीं हो सका है। लोगों को मिलने वाली आवश्यक मूलभूत सुविधाओं से वार्ड के लोग पूरी तरह से वंचित हैं। वार्ड में शिक्षा, स्वास्थ्य, नली गली, चापाकल तथा सरकार की हर घर नल का जल जैसे प्रमुख नारा वार्ड वासियों के लिए दिवास्वप्न बना हुआ है। नाली गली की स्थिति है बदहाल, जिम्मेदार हैं चुप वार्ड संख्या 5 रामपुर बलुआ महादलित टोला से निकलने वाली मुख्य नली व गली की स्थिति पूरी तरह से बदहाल है। पांच साल पूर्व सरकार की बहुमुखी योजना मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत वार्ड में पक्की नाली एवं गली के निर्माण की शुरुआत तत्कालीन वार्ड सदस्य द्वारा पंचायत के मुखिया एवं पंचायत सचिव के देखरेख में की गई। पर वह आज तक पूरा नहीं हो सका। योजना की लगभग 60 प्रतिशत राशि की निकासी भी तत्कालीन पंचायत सचिव के साथ मिलकर वार्ड सदस्य द्वारा निकाल लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण काल से ही नाली खुला हुआ है। इसके ऊपर स्लैब (ढक्कन) नहीं दिये जाने से रात के अंधेरे में लोगों को वहां पर खुली नाली में गिरने का खतरा बना रहता है। कई बार इस नाली में गिर कर लोग जख्मी भी हो चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ नाली का खुला रहने के कारण अगले बगल के घर वालों द्वारा घर का कूड़ा करकट नाली में ही डाल दिया जाता है। जिससे नाली में कचड़ा का जमावड़ा हो गया है। जिससे सही ढंग से नाली की पानी की निकासी नहीं हो पाती है। लिहाजा खुला नाली मच्छरों का बसेरा बनकर रह गया है। नाली पर ढक्कन नहीं रहने के कारण हमेशा ही उससे सड़ांध बदबू निकलती रहती है। जिसके कारण आस पास के घर वाले लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। खुले नाली से निकलने वाली बदबू से लोगों में तरह तरह की बीमारी फैलने की भी आशंका बनी रहती है। बरसात के दिनों में तो नाली में कचड़ा भरे रहने के कारण पानी का बहाव ऊपर से होने लगता है। ग्रामीणों की शिकायत है कि इस नाली में भरे कचड़ा एवं गंदगी के कारण प्रत्येक वर्ष बरसात के दिनों में गांव में डायरिया जैसे खतरनाक व जानलेवा बीमारी से लोगों को जुझना पड़ता है। पर इसका न तो कोई देखनहार है और न ही पूछनहार ही है। कचड़े का लगा है अंबार ग्रामीणों की शिकायत है कि पंचायत के मुखिया की निष्क्रियता एवं लापरवाही के कारण वार्ड के विभिन्न घरों से कचरा का उठाव निस्तारण किए जाने का समुचित व्यवस्था नहीं हो सका है। जिसके कारण लोग जहां तहां खुले स्थानों पर ही कपड़ों का जमाव कर दे रहे हैं। जिससे वार्ड में जहां तहां कपड़ों का अंबार लगा हुआ है। वार्ड के लोगों का अशिक्षित होने के कारण इसके दुष्प्रभाव पर कुछ भी ध्यान नहीं दिया जाता है और न ही संबंधित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा ही कभी इसके लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जाता है कि इससे कौन कौन से नुकसान होते हैं और इसका निस्तारण किस प्रकार किया जाए। लिहाजा गांव की गलियों, घरों के आगे, सार्वजनिक स्थलों आदि पर कचड़ों का अंबार लगा हुआ है। जिस पर नौनिहाल बच्चे खेलते, बैठते व लेटते रहते हैं। वार्ड में नहीं लगाया जा सका है अभी तक स्ट्रीट लाइट देवनगढ़ पंचायत के वार्ड संख्या 5 महादलित टोला रामपुर बलुआ में पंचायत के मुखिया एवं पंचायत सचिव के अनदेखी के कारण अभी तक स्ट्रीट लाइट नहीं लगाया गया है। जिसका खामियाजा वार्ड वासियों को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर वार्ड को दो तीन सामुदायिक स्थलों पर स्ट्रीट लाइट लगा दिया जाता तो लोगों को रात के अंधेरे में चलने में परेशानी कम होती। ग्रामीणों ने कहा कि वार्ड सदस्य से लोगों को काफी अपेक्षाएं थीं कि इस बार स्ट्रीट लाइट जरूर लगा दिया जाएगा। पर लोगों की अपेक्षाओं पर पानी फिर गया। वार्ड में करीब करीब दलित व महादलित समुदाय के लोगों की आबादी है। वे आर्थिक रूप से तंगी के शिकार होने के साथ साथ अशिक्षित भी है। लिहाजा वे अपने स्तर से भी रोशनी की व्यवस्था नहीं कर पाते हैं। लाचार होकर अंधेरे में ही वे लोग किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे हैं। मुखिया ने दिया था आश्वासन वर्तमान के वार्ड सदस्य जगिया देवी बताती है कि पहले के वार्ड सदस्य और पंचायत सचिव के द्वारा नाली गली निर्माण की राशि बिना काम कराए ही निकाल कर हड़प लिया गया। जिसके कारण योजना अधूरा ही पड़ा हुआ है। ग्रामीणों द्वारा अर्धनिर्मित नाली पर ढक्कन लगाने का दबाव बनाए जाने पर कुछ दिन पूर्व पंचायत के मुखिया द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था कि किसी तरह नाली पर ढक्कन बनाकर उसे ढक दिया जाए। बाद में किसी दूसरे मद के साथ इस जोड़कर उसका भरपाई कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि दो महीना के अंदर ही खुले नाली पर स्लैब ढाल कर डाल दिया जाएगा। पर आज तक किसी भी प्रकार से उनके द्वारा मदद नहीं पहुंचाया गया है। लिहाजा आज तक यूं ही वह नाली बिना स्लैब के ही पड़ा हुआ है। क्या कहते हैं जिम्मेदार वार्ड संख्या 5 रामपुर बलुआ के वार्ड सदस्य जगिया देवी बताती है कि पूर्व वार्ड सदस्य द्वारा योजना की लगभग 60 प्रतिशत राशि की निकासी बिना काम कराए ही निकाल लिया गया। जब से मैं वार्ड सदस्य का चुनाव जीती हूं तब से एक रुपए की भी राशि उन्हें विकास मौके लिए नहीं मिला है। लिहाजा विकास की रफ्तार तो धीमी रहेगी ही। बावजूद कोशिश है कि किसी भी प्रकार से वार्ड में विकास की पहिया को आगे बढ़ाया जाय। इसके लिए लगातार प्रयासरत हूं। पंचायत के मुखिया एवं बीडीओ साहब से मिलकर समस्या को रखने का काम किया गया है। मुखिया जी द्वारा आश्वासन दिया गया है कि पूर्व के वार्ड सदस्य द्वारा बनाए गए नाली पर किसी प्रकार ढक्कन डालने का काम किया जाय। राशि किसी दूसरे मद से व्यवस्था किया जाएगा। उम्मीद है कि बरसात के पूर्व नाली पर ढक्कन डालने तथा गली की ढलाई का कार्य कर दिया जाएगा। ऐसे राशि के अभाव के कारण इस वार्ड का समुचित विकास नहीं हो पाया है। राशि उपलब्ध होते ही विभिन्न तरह की विकास के कार्यों को गति देने का काम किया जाएगा। जगिया देवी वार्ड सदस्य, वार्ड संख्या 5 लोगों की बात इस वार्ड में समस्या ही समस्या है। जिसका समाधान नहीं निकालना वार्ड वासियों को निराश करता है। एक तरफ नाली पर स्लैब डालने की समस्या मुंह बाए खड़ी है तो दूसरी खुले नाली में कचड़ा भरे जाने के कारण निकल रही सड़ांध से लोग परेशानी झेलने के लिए विवश हो रहे हैं। श्रवण कुमार, ग्रामीण। नाली के निर्माण के साथ ही उस पर ढक्कन डाल दिया जाना चाहिए। और गली को भी पक्की करण कर देना चाहिए। ताकि अंधेरे में लोगों तथा मवेशियों को उसमें गिरने आदि का खतरा नहीं बने। जल्द ही इस खुले नाली पर स्लैब डालने चाहिए। ताकि लोग भय के साये में जीने को विवश नहीं हो सकें। सुनील कुमार, ग्रामीण। इस योजना पर न तो किसी जनप्रतिनिधि का ध्यान है और न ही अधिकारी का ही। अगर अधिकारी का ध्यान होता तो कब की नाली और गली का कार्य पूर्ण हो चुका होता। पर इससे किसी को कोई मतलब नहीं है। लिहाजा वार्ड के लोग परेशानी झेलने को विवश हो रहे हैं। रीना देवी, ग्रामीण। बीडीओ को चाहिए की सरकारी योजना की पैसा निकाल कर हड़पने वाले लोगों पर एफआईआर दर्ज कर राशि की वापसी करानी चाहिए। दोषी चाहे कोई भी हो पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव व वार्ड सदस्य कार्रवाई होनी चाहिए। अगर कार्रवाई नहीं होती है तो सभी लोग इसी तरह काम करना शुरू कर देंगे। इसलिए हर हाल में वैसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। राजेश कुमार, ग्रामीण।
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