नीतीश सरकार ने भ्रष्ट इंजीनियर तारिणी दास को बर्खास्त किया, घर से मिला था नोटों का पहाड़
ईडी छापेमारी में भवन निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर तारिणी दास समेत अन्य पदाधिकारियों के ठिकाने से 11 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद की गई। नीतीश सरकार ने तारिणी दास को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।

बिहार की नीतीश सरकार ने भवन निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर तारिणी दास को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी में उनके घर से करोड़ों की नकदी बरामद हुई थी। नोट गिनने के लिए चार मशीनें मंगानी पड़ी थीं। तारिणी दास को रिटायरमेंट का बाद राज्य सरकार ने दो साल का सेवा विस्तार दिया था। काली कमाई उजागर होने के बाद अब उनके नियोजन को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभाग ने अलग से विभागीय कार्यवाही शुरू करने का भी फैसला लिया है।
भवन निर्माण विभाग के संयुक्त सचिव रमेंद्र कुमार ने शुक्रवार को इससे संबंधित अधिसूचना जारी की। तारिणी दास से टेंडर रद्द करने संबंधी शिकायत के लिए स्पष्टीकरण भी मांगा गया। विभाग ने ईडी की कार्रवाई को उनके पद के आचरण के प्रतिकूल बताया है।
वहीं, ईडी सूत्रों के अनुसार भवन निर्माण विभाग और सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड में जारी होने वाले टेंडर को ठेकेदारों के बीच मैनेज करने के नाम पर वसूली का खेल चल रहा था। ईडी को मिले दस्तावेजों में इसकी जांच की जा रही है। जिन अधिकारियों के यहां कम नकदी मिली है, उनकी आय एवं अर्जित संपत्तियों का मिलान किया जा रहा है।
बता दें कि ईडी ने हाल ही में तारिणी दास समेत सात लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में 11.64 करोड़ रुपये कैश बरामद किए गए। आईएएस संजीव हंस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गुरुवार को यह कार्रवाई की। ईडी ने शुक्रवार को आधिकारिक बयान में कहा कि ठेकेदार रिशु श्री की शिकायत पर टीम ने छापेमारी की। इंजीनियर के घर से जब्त की गई राशि निविदा के बिल क्लियर करने की एवज में दी गई थी। हालांकि, ईडी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि किस ठिकाने से कितना कैश मिला।