आईजीआईएमएस में अगले माह से बच्चों का विशेष कैंसर वार्ड
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में जून में बच्चों के लिए विशेष कैंसर वार्ड और अन्य सुविधाओं का शुभारंभ होगा। इसमें दो मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, नई डायलिसिस मशीनें, और क्रिटिकल केयर यूनिट शामिल हैं।...

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में जून में बच्चों के लिए विशेष कैंसर वार्ड शुरू होगा। इसके अलावा दो मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 24 नई डायलिसिस मशीनें और 20 बेड की क्रिटिकल केयर मेडिसिन इकाई का शुभारंभ होगा। साथ ही आधुनिक फिजियोथेरेपी मशीनों का भी लोकार्पण होगा। आईजीआईएमएस में सुविधाओं के विस्तार के क्रम में ही स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को परिसर में चहारदीवारी, सड़क निर्माण एवं नाला का शिलान्यास किया। मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केवल शहरी संस्थानों का विकास नहीं हुआ है, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुदूर गांव से लेकर जिला मुख्यालय तक में स्वास्थ्य सेवाओं को आधुनिक और सुलभ बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि लगभग 1470 मीटर लंबी और 10 फीट ऊंची इस नई चहारदीवारी पर चार वॉच टावर बनाए जाएंगे। इसके साथ छह मीटर चौड़ी सड़क तथा दो ट्रेन (सीवरेज व पानी निकासी के लिए) का निर्माण भी किया जाएगा। इस पूरी परियोजना की लागत 16 करोड़ होगी। श्री पांडेय ने कहा कि आईजीआईएमएस में 701 करोड़ की लागत से दो नए अस्पताल भवनों (1200 बेड और 500बेड क्षमता वाले) और चहारदीवारी, सड़क निर्माण और नाला निर्माण कार्य चल रहा है। 500 बेड वाले अस्पताल के दो ब्लॉक का उद्घाटन हो चुका है। वहीं, दो अन्य ब्लॉक का उद्घाटन अगले तीन महीने में होगा। 1200 बेड के अस्पताल के पहले कुछ ब्लॉक का लोकार्पण शीघ्र हो जाएगा। संस्थान की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए 75 करोड़ की लागत से मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। मेडिकल शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए 96.26 करोड़ की लागत से नया लेक्चर थिएटर और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी तैयार किया जाएगा। छात्रों के लिए 100-100 बेड वाले नए बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण भी होना है, जिसकी कुल लागत 18.45 करोड़ होगी। डेंटल रिसर्च और एजुकेशन का राष्ट्रीय केंद्र बनेगा स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस संस्थान को डेंटल रिसर्च और एजुकेशन का राष्ट्रीय केंद्र बनाने के उद्देश्य से पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च की स्थापना की जाएगी, जिसकी अनुमानित लागत 91.70 करोड़ है। यह संस्थान 20291 वर्ग मीटर क्षेत्र में आठ मंजिला होगा और पूर्वात्तर भारत का प्रमुख दंत चिकित्सा संस्थान बनने की दिशा में कदम होगा। उन्होंने बताया कि पिछले चार महीनों में 800 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और हेल्थ सब सेंटर के लिए निर्माण का आदेश दिया गया है। खुद मैंने 20 दिनों में 400 से अधिक ग्रामीण अस्पतालों का उद्घाटन और शिलान्यास किया है। अब बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल रही है। पहले जो राज्य स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न मानकों में सबसे नीचे गिना जाता था, अब विभिन्न स्वास्थ्य मानकों पर शीर्ष स्थानों पर दिखता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक संजीव चौरसिया ने की।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।