पुनपुन के सीओ के खिलाफ होगी विभागीय कार्यवाही, दो लिपिक निलंबित
पुनपुन के सीओ और दो लिपिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया और पाया कि दाखिल-खारिज के 2791 मामले लंबित हैं। दो कर्मी एक महीने से अनुपस्थित...

काम में लापरवाही, दफ्तर का खराब तरीके से रखरखाव, अभिलेखों के संधारण में शिथिलता और आम लोगों के मन में अंचल कार्यालय के कामकाज के प्रति गुस्से के कारण पुनपुन के सीओ और दो लिपिक कार्रवाई की जद में आ गए हैं। जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने बुधवार को अंचल कार्यालय के निरीक्षण के बाद मसौढ़ी के अनुमंडल पदाधिकारी को पुनपुन के सीओ के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के लिए प्रपत्र-‘क गठित कर एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही दो अंचल लिपिकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एक राजस्व कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एसडीओ को निर्देश दिया गया। दाखिल-खारिज के 2791 मामले हैं लंबित : डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पुनपुन अंचल कार्यालय की स्थिति खेदजनक है। दाखिल-खारिज के 2791 मामले अभी तक लंबित हैं। परिमार्जन प्लस के 900 आवेदनों में केवल 42 आवेदनों को निष्पादित किया गया है। 2023- 24 के दाखिल-खारिज का 189 मामला लंबित रखा गया है। सबसे पुराने 5 लंबित मामलों की समीक्षा में पाया गया कि 4 अप्रैल, 2023 के सबसे पुराने मामले को अभी तक निष्पादित नहीं किया गया है। यह मामला आवेदक तुलसी देवी, मौजा डुमरी का दाखिल-खारिज का है। इसका निष्पादन अब तक नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि आश्चर्यजनक रूप से अंचलाधिकारी के निर्णय के लिए मामले 08 अप्रैल से ही लंबित है।
पुनपुन सीओ का कार्यालय पर कोई नियंत्रण नहीं : निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि परिमार्जन के पुराने आवेदनों का कोई अभिलेख संधारित नहीं है जबकि अंचल अधिकारी द्वारा शत-प्रतिशत निष्पादन दिखाया गया है। ई-मापी के 235 में से केवल 108 आवेदनों को निष्पादित किया गया है। अंचल अधिकारी का अपने कार्यालय पर कोई नियंत्रण नहीं है। जिलाधिकारी ने कहा कि पुनपुन के अंचल अधिकारी के कार्यों में लापरवाही के कारण आम जनता के मन में काफी आक्रोश देखा गया है।
दो अंचल कर्मी लंबे समय से गायब : दो अंचल कर्मी एक माह से अधिक समय से कार्यालय से अनुपस्थित हैं फिर भी अंचल अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इनमें एक कर्मी प्रधान लिपिक धर्मेन्द्र कुमार हैं और दूसरा उच्च वर्गीय लिपिक संतोष त्रिपाठी हैं। राजस्व कर्मचारी अरुण कुमार शर्मा के खिलाफ भी काफी शिकायत प्राप्त हो रही है फिर भी अंचल अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। निरीक्षण में पाए गए तथ्यों के आलोक में दोनों अनुपस्थित कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही प्रपत्र-क प्राप्त होने पर अंचल अधिकारी, पुनपुन के विरुद्ध अनुशासनात्मक और विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। राजस्व कर्मचारी अरुण कुमार शर्मा के विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।
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