सचिवालय का घंटा घर 17.5 मीटर होगा छोटा
पटना एयरपोर्ट के रनवे की ऊंचाई कम करने और विस्तार की मांग की जा रही है। एयरपोर्ट प्रशासन ने कहा है कि रनवे छोटा होने के कारण विमानों की लैंडिंग में परेशानी हो रही है। इसके लिए जिला प्रशासन को पत्र...

जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर उतरने वाले विमानों को सचिवालय के घंटा घर से परेशानी हो रही है, जिसके कारण रनवे पर विमान सही तरीके से उतर नहीं पा रहे हैं इसलिए इसकी ऊंचाई 17.5 मीटर (लगभग 51 फीट )कम करने की मांग एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से की गई है। इस बाबत एयरपोर्ट प्रशासन ने जिला प्रशासन को पत्र भी भेजा है। एयरपोर्ट प्रशासन का कहना है कि रनवे छोटा होने के कारण विमानों की लैंडिंग में बहुत परेशानी हो रही है। यदि प्रशासन इस पर गंभीरता से विचार करे तो समस्या का समाधान हो सकता है। अहमदाबाद में विमान हादसे के बाद एक बार फिर पटना एयरपोर्ट के रनवे विस्तार का मामला उठाया गया है।
सोमवार को इस विषय पर एयरपोर्ट और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक होनी है। रनवे छोटा होने के कारण विमानों के उतरने में काफी परेशानी हो रही है। यह बात एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से पिछले 10 सालों से की जा रही है, लेकिन इस पर अभी तक ठोस निर्णय नहीं लिया गया। इसलिए विमानों के लैंडिंग की दृष्टि से रनवे को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप नहीं माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार विमान को तीन डिग्री पर लैंड करना चाहिए जबकि पटना में टावर के कारण साढ़े तीन डिग्री पर लैंड करना पड़ रहा है, जो जोखिम से भरा है। विमानों को पटना के रनवे पर लैंडिंग कराने के लिए प्रशिक्षित पायलट की जरूरत होती है। दो-दो सौ मीटर फुलवारी और चिड़ियाखाना की ओर रनवे विस्तार की तैयारी पटना एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार फुलवारीशरीफ रेलवे गुमटी की ओर 200 मीटर होना है। इसके लिए 220 मीटर लंबे टनल का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए डिजाइन और नक्शा बनाकर पुल निर्माण निगम की ओर से एयरपोर्ट प्रशासन को भेज दिया गया है। पटना एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से मंजूरी और फिजिविलिटी रिपोर्ट तैयार करने के लिए दिल्ली स्थित मुख्यालय को भेजा गया है। मंजूरी मिलने के बाद रनवे विस्तार की दिशा में काम शुरू हो जाएगा। दूसरी ओर रनवे का विस्तार चिड़ियाखाना की ओर होना है। यहां चिड़ियाखाना की भूमि लगभग 15 एकड़ भूमि की जरूरत है। अधिकारियों का कहना है कि चिड़ियाखाना के गेट नंबर दो के पहले तक का हिस्सा रनवे विस्तार में जाने की संभावना है। चिड़ियाखाना की 15 एकड़ जमीन गोल्फ क्लब की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। गोल्फ क्लब का वर्तमान समय लगभग 91 एकड़ जमीन है। राज्य स्तर पर इन बातों पर सहमति होने के बाद रनवे विस्तार का रास्ता साफ हो जाएगा। हालांकि, एयरपोर्ट प्रशासन इस बात पर बल दे रहा है कि यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से यह काम जरूरी है। बॉक्स में लें 1917 में बना था घंटा घर सचिवालय स्थित घंटा घर 1917 में बना था। न्यूजीलैंड के जोसेफ फियरिस मनी की देखरेख में इसका निर्माण किया गया था। तब टावर की ऊंचाई 198 फीट थी। 1934 में बिहार में भूकंप आने पर यह क्षतिग्रस्त हो गया तथा इसकी ऊंचाई 184 फीट हो गई। 1924 में टावर में घड़ी लगाया गया। लंदन और मैनचेस्टर के बिगबेन टावर के तर्ज पर इसे बनाया गया है। घड़ी को जिलेट एंड जॉसन कंपनी ने लगाया था। घड़ी की घंटे की सूई 4.5 फीट लंबा है। मिनट की सूई की लंबाई 5.5 फीट है। पेंडुलम दो क्विंटल का है। इसे आर्टिटेक्ट हेरिटेज ऑफ पटना घोषित किया गया है।
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