लोग शोर मचाते रहे, देखते-देखते डूब गये नहा रहे तीन बच्चे; बांका में दर्दनाक हादसा
परिजनों ने तीनों बच्चों को ऑटो से रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉ. ज्योति भारती ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। कुछ लोग बच्चों की सांस चलने की बात कह अस्पताल में हंगामा करने लगे।

बिहार के बांका में तीन बच्चों की डूबकर मौत हो गयी। जिले के अमरपुर की भदरिया पंचायत स्थित गंगापुर गढ़ैल गांव में शुक्रवार दोपहर को तालाब में स्नान करने गए तीन बच्चे डूब गए। ग्रामीणों ने बच्चों को तालाब से निकाल अमरपुर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शवों को भेज दिया है। बीडीओ ने कहा है कि नियमानुसार मुआवजा राशि देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। घटना से तीनों बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा गांव शोक में डूब गया है।
मृतकों में गंगापुर गढ़ैल निवासी फंटूश दास का पुत्र अमरजीत कुमार (7 वर्ष), हीरालाल दास का पुत्र धर्मेंद्र कुमार (13 वर्ष) व मुकेश दास की पुत्री स्वीटी कुमारी (12 वर्ष) शामिल हैं। सरपंच प्रतिनिधि सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि तीनों बच्चे अन्य बच्चों के साथ गांव के ही पास हथका तालाब में स्नान करने गए थे। अचानक तीनों बच्चे डूबने लगे। यह देख वहां मौजूद अन्य बच्चे शोर मचाने लगे। शोर सुनकर गांव के लोगों ने डूब रहे तीनों बच्चों को तालाब से निकाला।
परिजनों ने तीनों बच्चों को ऑटो से रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉ. ज्योति भारती ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। कुछ लोग बच्चों की सांस चलने की बात कह अस्पताल में हंगामा करने लगे, जिससे कुछ देर वहां अफरातफरी का माहौल बन गया। सूचना पर बीडीओ प्रतीक राज, अपर थानाध्यक्ष विक्की कुमार व राहुल कुमार, दारोगा राजेश कुमार, विभाष कुमार आदि अस्पताल पहुंचे।
पुलिस ने तीनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया। बीडीओ प्रतीक राज ने बताया कि आपदा के तहत मिलने वाली राशि के लिए विभाग को सूचना भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने बच्चों का सावधानी से ध्यान रखने की अपील लोगों से की।