किसान, ठेकेदार और ईंट-भट्ठा मालिकों से वसूलते थे लेवी, बिहार में 8 नक्सलियों को पुलिस ने पकड़ा
- इनके पास से चार लॉन्ग रेंज वाली राइफल, एक थ्री नॉट थ्री राइफल, 12 की संख्या में राइफल का जिंदा कारतूस, 7.62 एमएम का एक जिंदा कारतूस, सात पीस वर्दी, एक वॉकी टॉकी, भाकपा माओ का एक लेटर हेड, झारखंड जनमुक्ति मोर्चा परिषद का लेटर हेड और मोबाइल फोन बरामद किया गया है।

बिहार के औरंगाबाद जिले में नक्सलियों पर कड़ा प्रहार किया गया है। उत्तर कोयल नहर में काम कर रही कंपनी के ठेकेदार से लेवी मांगने के मामले में पुलिस ने आठ नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से हथियार भी बरामद हुआ है।गिरफ्तार नक्सलियों में नवीनगर थाना क्षेत्र के बेला खैरा गांव निवासी बल्ली राम, माली थाना क्षेत्र के बीरबल बीघा गांव निवासी मिथिलेश यादव, टंडवा थाना क्षेत्र के बेनी गांव निवासी नरेश राम, माली थाना के बैरिया गांव निवासी कृष्णा पाल, झारखंड राज्य के जपला के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के चापनगर गांव निवासी छोटू सिंह उर्फ राकेश कुमार सिंह, बड़ेम थाना के नावाडीह गांव निवासी मिथिलेश सिंह, माली थाना के जसोइया गांव निवासी लालू सिंह और नरारी कला खुर्द थाना क्षेत्र के कुड़वा गांव निवासी छोटन कुमार शामिल है।
इनके पास से चार लॉन्ग रेंज वाली राइफल, एक थ्री नॉट थ्री राइफल, 12 की संख्या में राइफल का जिंदा कारतूस, 7.62 एमएम का एक जिंदा कारतूस, सात पीस वर्दी, एक वॉकी टॉकी, भाकपा माओ का एक लेटर हेड, झारखंड जनमुक्ति मोर्चा परिषद का लेटर हेड, लेवी की मांग और उसके हिसाब-किताब से संबंधित डायरी और पुर्जा, मोबाइल फोन बरामद किया गया है। औरंगाबाद के एसपी अंबरीश राहुल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित पुलिस सभा कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी। एसपी ने बताया कि 7 मार्च को नवीनगर थाना क्षेत्र में उत्तर कोयल नहर कंपनी में काम कर रही एजेंसी के संवेदक से हथियार बंद नक्सलियों ने लेवी की मांग की थी।
लगभग 8-10 की संख्या में नक्सली थे जिन्होंने परिचय देते हुए लेवी की मांग की थी जिसको लेकर प्राथमिकी दर्ज हुई थी। औरंगाबाद सदर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। सूचना संकलन करते हुए सभी नक्सलियों की पहचान की गई। 23 मार्च को तीन नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसमें बड़ेम थाना के नावाडीह गांव निवासी मिथिलेश सिंह, माली थाना के जसोइया निवासी लालू सिंह और नरारी कला खुर्द थाना क्षेत्र के कुड़वा गांव निवासी छोटन कुमार शामिल है।
वर्तमान में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया जिसमें से कई लोगों की नक्सली कांडों में पूर्व में संलिप्तता रही थी। पूछताछ के क्रम में उक्त नक्सलियों ने विभिन्न घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इस अवसर पर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडेय, एसएसबी के पदाधिकारी शिवांक कुमार पांडेय सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
कई मुकदमे हैं दर्ज
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली नरेश राम उर्फ नवीन पर कई मुकदमे दर्ज हैं। झारखंड के हुसैनाबाद थाना में 27 अक्टूबर 2008 को एक मुकदमा उस पर दर्ज हुआ था जो आर्म्स एक्ट और नक्सली घटना से संबंधित है। इसके अलावा चार अन्य मुकदमे भी उस पर दर्ज हैं। एक अन्य नक्सली कृष्णा पाल पर भी मदनपुर थाना में 4 सितंबर 2017 को एक मुकदमा दर्ज हुआ था। यह मुकदमा भी आर्म्स एक्ट और नक्सली घटना से संबंधित है। मदनपुर थाना में ही 29 दिसंबर 2017 को एक मुकदमा उस पर दर्ज किया गया था जो नक्सली कांड से संबंधित है। अन्य लोगों पर दर्ज मुकदमों की जानकारी भी जुटाई जा रही है।
ईंट भट्ठा मालिकों और सोन में खेती करने वालों से वसूलते थे लेवी
पूछताछ में नक्सलियों ने कई अहम जानकारियां दी हैं। बताया है कि ये लोग कई ईंट भट्ठा मालिकों, सरकारी प्रोजेक्ट में लगे संवेदकों और सोन नदी के दियारा क्षेत्र में खेती कर रहे किसानों से रंगदारी वसूलते थे। ये लोग कई नक्सलियों के संपर्क में थे। राजेंद्र सिंह, बीरबल पासवान, एनुल मियां, सीताराम रजवार उर्फ रमन जी, नीतेश यादव के साथ संपर्क होने आदि की जानकारी भी दी है।
एसपी ने बताया कि पूछताछ में उक्त लोगों ने बताया है कि यह लोग भाकपा माओवादी संगठन और झारखंड जनमुक्ति परिषद के साथ तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति के सक्रिय सदस्य हैं। अरविंद राम और संजय राम जैसे कुख्यात के साथ इनका संबंध रहा है। यह लोग चितकबरा वर्दी पहनते थे और हथियार के बल पर लेवी वसूलने का काम करते थे।