पटना, भागलपुर समेत 24 जिलों में गश्ती में लापवाही कर रही पुलिस; एडीजी बोले- मॉनिटरिंग ही नहीं हो रही
- पुलिस की गश्ती को सुदृढ़ बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी गश्ती वाहनों की जांच रोस्टर ड्यूटी के अनुसार वरीय अधिकारी को करने को कहा है।

पुलिस की गश्ती को लेकर तमाम दावे, नर्दिेश और सख्ती के बाद भी जिलों में इसको लेकर लापरवाही बरती जा रही है। पुलिस मुख्यालय ने फरवरी महीने की समीक्षा की जिसमें सच्चाई सामने आई। गश्ती को लेकर किस कदर लापरवाही बरती जा रही है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 24 जिलों में उक्त महीने में गश्ती में बेहतर करने वाले कितने पदाधिकारी को न तो पुरस्कृत किया गया न ही लापरवाही करने वाले कितने पुलिस वालों को सजा दी गई। इस तरह की लापरवाही पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने नाराजगी जताई है।
इन जिलों में वरीय अधिकारियों की मॉनिटरिंग पर उठाए गए सवाल
गश्ती को लेकर फरवरी महीने में जिन 24 जिलों से पुरस्कृत और सजा देने की रिपोर्ट नहीं भेजी गई उनमें भागलपुर, बांका, नवगछिया, पूर्णिया, मधेपुरा, मुंगेर, शेखपुरा, खगड़िया, पटना, नालंदा, नवादा, रोहतास, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, मोतिहारी, बेतिया, समस्तीपुर, मधुबनी, अररिया और किशनगंज शामिल हैं। एडीजी का कहना है कि इन जिलों में जब बेहतर कार्य करने वालों को पुरस्कृत नहीं किया गया और लापरवाह को सजा नहीं दी गई इसका मतलब है कि गश्ती की मॉनिटरिंग ही नहीं की जा रही। जिले के वरीय अधिकारी को गश्ती पर नजर रखने को कहा गया है।
गश्ती पंजी की नियमित जांच, गश्ती का औचक निरीक्षण को कहा गया
पुलिस की गश्ती को सुदृढ़ बनाने के लिए मुख्यालय ने सभी गश्ती वाहनों की जांच रोस्टर ड्यूटी के अनुसार वरीय अधिकारी को करने को कहा है। गश्ती को बेहतर बनाने के लिए ही वाहनों में जीपीएस भी लगाया गया है ताकि पता चल सके कि गश्ती वाहन कब कहां पर थी। किसी प्रकार की सूचना मिलने पर उक्त वाहन कितनी देर में वहां तक पहुंचा।
एडीजी ने यह भी कहा है कि गश्ती में लापरवाही करने वाले पुलिस पदाधिकारी को पुलिसलाइन बुलाकर उन्हें प्रशक्षिति भी किया जाए। इसके बाद भी अगर वे लापरवाही करते हैं तो उनके विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाए। गौरतलब है कि रात्रि और प्रात: गश्ती में लापरवाही की वजह से कई बार छिनतई और लूट की घटनाएं हो चुकी हैं। वर्तमान डीजीपी विनय कुमार ने गश्ती को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
गश्ती का निरीक्षण डीएसपी से कराया जा रहा है। मैं भी गश्ती का जायजा लेने के लिए निकल रहा हूं। गश्ती को सुदृढ़ करने के और जो भी उपाय होंगे उसे किया जाएगा। गश्ती को सुदृढ़ करने को लेकर मुख्यालय के नर्दिेश का पालन कराया जाएगा। - हृदय कांत, एसएसपी