चुनावी साल में बिहार में इफ्तार की सियासत, नीतीश दे रहे पार्टी; तेजस्वी को भी न्योता
- मीडिया रिपोर्ट़्स के मुताबिक सीएम के सरकारी आवास एक अणे मार्ग में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया है जिसमें तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को भी न्योता मिला है। पार्टी में एनडीए के सभी घटक दलों के नेता शामिल होंगे, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।

बिहार में चुनावी वर्ष चल रहा है और चालू माह रमजान का है जब दिन भर रोजा रखकर मुसलमान भाई शाम को इफ्तार करते हैं। बिहार में हर साल सियासी दलों और नेताओं की ओर से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता है। इस साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी शुरुआत कर दी है। आज शाम को नीतीश कुमार इफ्तार पार्टी दे रहे हैं जिसमें सभी दलों को आमंत्रित किया गया है। माहौल चुनावी है तो इस पार्टी पर सबकी नजरें टिकी हैं कि कौन-कौन लोग इसमें शरीक होते है और कौन दूरी बनाकर रखते हैं।
समाचार चैनल न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक सीएम के सरकारी आवास एक अणे मार्ग में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया है जिसमें तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को भी न्योता मिला है। कहा जा रहा है कि चुकि तेजस्वी नेता प्रतिपक्ष हैं तो प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उन्हें भी नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी में शरीक होने के लिए निमंत्रित किया गया है। हालांकि तेजस्वी यादव इसमें शामिल होंगे या नहीं इस पर किसी ने कुछ नहीं कहा है।
माना जा रहा है कि इफ्तार पार्टी में जेडीयू, बीजेपी, चिराग पासवान की लोजपा रामविलास, जीतनराम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेताओं के साथ एनडीए के कार्यर्ता और समर्थक शामिल होंगे। इस पार्टी से राज्य के सियासी रुख के संकेत मिलेंगे। सियासत के नजरिए से यह पार्टी काफी अहम है।
इससे पहले राजद प्रवक्ता ऋषि मिश्रा की ओर से दरभंगा में राजनैतिक इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल हुए थे। हालांकि इस पर जमकर राजनीति हुई क्योंकि इफ्तार में जाने से पहले उन्होंने मां अहिल्यास्थान में हिंदू विधि विधान के साथ पूजा की थी। पूजा में उन्हें तिलक लगाया गया था। लेकिन जब वे इफ्तार में पहुंचे तो तिलक मिटा हुआ था और जालीदार टोपी सिर पर था। मंत्री जीवेश मिश्रा और संजय सरावगी ने तेजस्वी पर तीखा वार किया था।