10 साल से पहले ही धरती खत्म हो जाएगी; नीतीश कुमार को सदन में आ गया गुस्सा
- सीएम ने कहा कि ऐसे ही मोबाइल का उपयोग होता रहा तो दस साल से पहले ही धरती खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले खूब मोबाइल देखते थे। लेकिन 2019 में जान गए तो छोड़ दिया।

बिहार विधान मंडल के बजट सत्र के 13 वें दिन विधानसभा में मोबाइल को लेकर जोरदार बहस हुई। सदन में मोबाइल के इस्तेमाल पर नीतीश कुमार को गुस्सा आ गया। उन्होंने स्पीकर नंद किशोर यादव से सदन में मोबाइल के उपयोग पर रोक लगाने की मांग की। कहा कि जो मोबाइल लेक आए उसे निकाल दीजिए। इस दौरान मुख्यमंत्री के एक वक्तव्य पर सदन में ठहागे लगने लगे। उन्होंने कहा कि ऐसे ही मोबाइल का उपयोग होता रहा तो दस साल से पहले ही धरती खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले खूब मोबाइल देखते थे। लेकिन 2019 में जान गए तो छोड़ दिया।
दरअसल विधानसभा सदस्य कृष्ण कुमार मोहन मोबाइल देखकर अपनी बात कह रहे थे। सीएम नीतीश कुमार ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि अपनी बात सदन में बोलिए, क्या मोबाइल देखकर बोलते हैं। यह तो प्रतिबंधित था। लेकिन आज सब लोग मोबाइल से बात कर रहा है। यह कोई बात हुई। स्पीकर को संबोधित करते हुए कहा कि आप इन लोगों को कहिए कि मोबाइल ना लाएं। जो लेकर आते हैं उन्हें बाहर कर दीजिए।
नीतीश कुमार ने कहा कि पहले ऐसा नहीं था लेकिन, पिछले पांच-छह सालों से यह चल रहा है। अगर चलता रहा तो दस साल नहीं उससे पहले ही धरती खत्म हो जाएगी। नीतीश कुमार के इस बयान पर सदन में ठहाके लगने लगे। उन्होंने कहा कि आप लोग अपनी तरफ से बात कीजिए। पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि वे भी पहले खूब मोबाइल देखते थे। लेकिन 2019 में पता चला कि इस वजह से दुनिया का विनाश हो जाएगा तो छोड़ दिया।
इससे पहले नीतीश कुमार ने बांका में खुले मंच से मोबाइल का उपयोग नहीं करने की नसीहत थी।अमरपुर की लोकसभा की चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि पहले मोबाइल का उपयोग बहुत कम होता था। कहा कि मोबाइल का उपयोग इतना बढ़ गया है कि सौ साल में धरती खत्म हो जाएगी। सब भूल जाएंगे और सब लोग मर जाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कहा है कि बिहार के ऐसे रूढ़ीवादी कालग्रस्त मुख्यमंत्री मिले हैं।