15 अगस्त को पटना मेट्रो दौड़ाने की तैयारी, पीएम मोदी कर सकते हैं उद्घाटन, जानें किराया और रूट
नीतीश सरकार 15 अगस्त से पटना मेट्रो की सेवा शुरू कर सकती है। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की उम्मीद जताई जा रही है। शुरुआत में मेट्रो रेल में तीन रेक होंगे, जिनमें करीब 150 यात्री बैठ सकेंगे। किराया 10 से 60 रुपए तक हो सकता है।

पटनावासियों का मेट्रो में सफर करने का इंतजार खत्म होने वाला है। नीतीश सरकार 15 अगस्त से पटना मेट्रो की सेवा शुरू कर सकती है। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की उम्मीद जताई जा रही है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) अगस्त के मध्य तक पटना मेट्रो रेल को चालू करने के लिए प्रयासरत है। मुख्य सचिव अमृत लाल मीना ने कहा कि 15 अगस्त तक उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के मलाही पकरी और आईएसबीटी सेक्शन पर मेट्रो रेल चलाने के प्रयास जारी हैं। योजना के मुताबिक चीजें ठीक चल रही हैं और राज्य सरकार अपना पूरा सहयोग दे रही है।
शुरुआत में मेट्रो रेल में तीन रेक होंगे, जिनमें करीब 150 यात्री बैठ सकेंगे। अगले कुछ महीनों में रेक की पहली खेप आने की संभावना है। मेट्रो रेल अधिकतम छह कोचों के साथ चलेगी और यात्रियों की मांग के आधार पर मेट्रो रेल की बैठने की क्षमता बाद में बढ़ाई जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि एक यात्रा के लिए 10 से 60 रुपये के बीच किराया प्रस्तावित किया है। सभी कोच वातानुकूलित होंगे, सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई कनेक्शन और मोबाइल चार्जिंग सॉकेट से लैस होंगे। स्टेशनों पर कैफेटेरिया और शॉपिंग एरिया होंगे। बिहार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अंतिम किराया तय किया जाएगा।
मलाही पकरी-आईएसबीटी (अंतर-राज्यीय बस टर्मिनल) 14.45 किमी लंबे उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर का हिस्सा है। शुरुआत दौर में मेट्रो रेल 6.63 किमी के एलिवेटेड हिस्से पर चलेगी, जिसमें पांच स्टेशन मलाही पकरी, खेनीचक भूतनाथ, जीरो माइल और आईएसबीटी शामिल होंगे। हालांकि, महाली पकरी से पटना विश्वविद्यालय की ओर दो और स्टेशनों को जोड़ने के लिए ट्रैक बिछाए गए हैं, जो बाद में चालू हो जाएगा।
शहरी विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वे 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेट्रो रेल का उद्घाटन करवाने की कोशिश कर रहे हैं। मलाही पकरी-आईएसबीटी कॉरिडोर-2 का हिस्सा है, जो राजेंद्र नगर, पटना विश्वविद्यालय, गांधी मैदान और रेडियो स्टेशन होते हुए पटना जंक्शन तक फैला हुआ है। इसकी लंबाई 14.57 किलोमीटर है और इसमें 8.08 किलोमीटर भूमिगत नेटवर्क है। पीएम मोदी ने 2019 में इस परियोजना की नींव रखी थी।
दानापुर से बेली रोड होते हुए खेमनीचक तक 17.93 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर-1 पर भी काम जोरों पर चल रहा है। डीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया, कि निर्माण कंपनियों के चयन में देरी के कारण गोलारोड से पटना स्टेशन तक भूमिगत नेटवर्क का निर्माण प्रभावित हुआ है। दानापुर से गोला रोड तक एलिवेटेड स्ट्रेच पर जल्द ही पटरियां बिछाई जाएंगी।
उन्होंने बताया कि कॉरिडोर-1 पर कुल 14 स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं, जिनमें सगुनामोरे, आरपीएस मोरे, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, पटना चिड़ियाघर, विकास भवन और विद्युत भवन शामिल हैं। वहीं कुछ अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले करीब 19,500 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना का उद्घाटन करने की जल्दी कर रही है, ताकि इसका राजनीतिक लाभ उठाया जा सके।