एससी-एसटी टोलों में लगेंगे विकास शिविर, योजनाओं का तुरंत लाभ; नीतीश ने आंबेडकर समग्र सेवा का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को ‘डॉ. अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान' का शुभारंभ किया। हर प्रखंड की आधी पंचायतों के एक-एक टोले में बुधवार और शेष पंचायतों के हर टोले में शनिवार को शिविर लगेंगे। जिसके तहत 22 से ज्यादा सरकरी योजनाओं का लाभ तुरंत किया जाएगा।

बिहार के 60 हजार से अधिक अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति टोलों में विशेष विकास शिविर लगेंगे। सरकार की 22 से अधिक योजनाओं का लाभ मौके पर ही लाभार्थियों को दिलाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को ‘डॉ. अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान' का शुभारंभ किया।प्रत्येक प्रखंड की आधी पंचायतों के एक-एक टोले में बुधवार एवं शेष पंचायतों के हर टोले में शनिवार को शिविर लगेंगे। यह चक्र तब तक जारी रहेगा जब-तक अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति टोलों को सभी योजनाओं के लाभ से आच्छादित नहीं कर लिया जाए।
प्रथम शिविर 14 अप्रैल को ही सभी जिलों के एक-एक टोले में जिला पदाधिकारियों के नेतृत्व में लगाया गया। प्रखंड स्तर पर बीडीओ तथा जिला स्तर पर उप विकास आयुक्त की देख-रेख में इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन होगा। मुख्यमंत्री ने अधिवेशन भवन में बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
एकमुश्त राशि का भुगतान
मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जति एवं अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के 600 लाभुकों को एकमुश्त राशि का भुगतान किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने डॉ आंबेडर समग्र सेवा अभियान जन जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर सभी 38 जिलों के लिए रवाना किया।
सर्वांगीण विकास है मकसद
पदाधिकारियों ने बताया कि डॉ. अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदायों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना है। पंचायत सचिव और विकास मित्र द्वारा शिविर का आयोजन एवं संचालन किया जाएगा। शिविर में सभी संबंधित विभागों के पंचायत स्तरीय कर्मचारी उपस्थित रहेंगे, ताकि लाभार्थियों को एक ही स्थान पर सभी सेवाएं उपलब्ध कराई जा सके। प्रत्येक शिविर के संचालन के लिए प्रखंड स्तरीय पर्यवेक्षी पदाधिकारी को प्रभारी नियुक्त किया गया है। कार्यक्रम के बेहतर कार्यान्वयन के लिए मुख्य सचिव द्वारा सभी संबंधित विभागाध्यक्षों को विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है।
लाभार्थियों को 50-50 हजार का चेक दिया
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सांकेतिक रूप से चेक एवं नियुक्ति पत्र प्रदान किया। सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के लाभार्थी चंदन कुमार और अभिषेक कुमार को 50-50 हजार रुपये का चेक दिया। साथ ही विद्यासागर मांझी को विकास मित्र का नियोजन पत्र, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं जनजाति उद्यमी योजना के लाभार्थी करण कुमार को पांच लाख 50 हजार तथा राकेश कुमार को आठ लाख का स्वीकृति पत्र प्रदान किया। आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी तारेंद्र कुमार को आयुष्मान भारत कार्ड प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत लाभार्थी पवन कुमार एवं चंदन कुमार को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
पुस्तक का विमोचन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की योजनाओं पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया। मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के सचिव दिवेश सेहरा आदि उपस्थित थे।