बाढ़ पूर्व तैयारी : पशुचारा का दर निर्धारण, अब नाव व नाविक की दर होगी तय
-फोटो : 46: पूर्णिया, वरीय संवाददाता। आगामी बाढ़ के मद्देनजर संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की तैयार की गयी सूची को अपडे

पूर्णिया, वरीय संवाददाता। आगामी बाढ़ के मद्देनजर संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की तैयार की गयी सूची को अपडेट किया जायेगा। विगत बाढ़ में टूटे सड़कों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। बाढ़ के दौरान परिवहन में कोई दिक्कत न हो इसलिए खराब पथों से सम्बन्धी प्रतिवेदन प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी से प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने नदियों के तटबंध एवं उनके किनारे अवस्थित घरों का ड्रोन से फुटेज प्राप्त करने का निर्देश दिया। प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन शाखा द्वारा बताया गया कि पशुचारा का दर निर्धारण हो गया है।
आगामी बाढ़ के समय चलाये जाने वाले नाव एवं नाविक का दर निर्धारण अविलंब करने का निर्देश दिया गया। मछुआरों के संघ से समन्वय स्थापित कर बाढ़ की स्थिति में महाजाल की उपलब्धता हेतु एकरारनामा कर लेने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने आगामी बाढ़ से निपटने हेतु सभी पदाधिकारी को पूरी तत्परता से सभी पूर्व तैयारी कर लेने का निर्देश दिया गया। बैठक में डीडीसी चंद्रिमा अत्री, एडीएम रवि राकेश, एसडीएम पार्थ गुप्ता, आपदा प्रभारी पदाधिकारी टेशलाल समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। -सभी नाविकों को पिछले साल के बकाये का भुगतान : -नदियों के बढ़ते जल स्तर की निगरानी हेतु सभी क्षेत्रीय कर्मियों एवं प्रशिक्षित गोताखोर और स्वयंसवेकों को जिम्मेवारी देते हुए जल स्तर सहित क्षेत्र से संबंधित सूचनाओं को प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। आगामी बाढ़ के मद्देनजर मरम्मती योग्य नाव की मरम्मती करते हुए अनुपालन प्रतिवेदन सभी अंचलाधिकारी से प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। प्रभारी पदाधिकारी आपदा द्वारा बताया गया कि सभी नाविकों को विगत वर्ष चलाए गए नाव के बकाया का भुगतान कर दिया गया है। अंचलाधिकारी से नाविक के बकाया भुगतान से संबधी प्रमाण पत्र प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। नाव का भौतिक सत्यापन एवं निबंधन मोटरयान निरीक्षक से कराने का निर्देश दिया गया। -सदर को छोड़कर सभी अनुमंडल से तटबंधों की संयुक्त जांच प्रतिवेदन प्राप्त : -बाढ़ के समय जिला आपातकालीन केन्द्र सह नियंत्रण कक्ष संचालित रहेगा। आपदा समपूर्ति पोर्टल को अपडेट कराने का निर्देश दिया गया। प्रखण्ड एवं पंचायत अनुश्रवण समिति के गठन का निर्देश दिया गया। समीक्षा के दौरान प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया कि सदर अनुमंडल को छोड़कर अन्य सभी अनुमंडल के तटबंधों की संयुक्त जांच प्रतिवेदन प्राप्त हो गया है। अनुमंडल पदाधिकारी सदर को भी अविलंब तटबंधों की जांच कर प्रतिवेदन उपलब्ध करने का निर्देश दिया गया। प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया कि सभी 14 प्रखण्डों में वर्षा मापक यंत्र अधिष्ठापित एवं कार्यरत है, जिसका क्रॉस जांच करने का निर्देश दिया गया। -जिले में 10 शरण स्थल, चापाकल व दवा की हो उपलब्धता : -पूर्णिया जिला में कुल 10 शरणस्थल हैं। सभी को कार्यरत कराने के लिए कहा गया। सभी शरणस्थल पर आवश्यकतानुसार सामुदायिक रसोई के संचालन हेतु सभी आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया गया। चिन्हित शरणस्थल पर सभी चापाकल को ठीक कराने का निर्देश दिया गया। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी पूर्णिया एवं धमदाहा को चिन्हित शरणस्थल पर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता हेतु सभी खराब चापाकल की मरम्मती कराने का निर्देश दिया गया। सभी अस्पताल/चिकित्सा केन्द्र में सर्प काटने की दवा, क्लोरीन टेबलेट, ओ आर एस घोल के पैकेट, हैलोजन टैबलेट एवं एन्टी रेबिज की सूई, एन्टीबायोटिक, ब्लीचिंग पाउडर आदि का भंडार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
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