आयुष मौत मामले में परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
सहरसा में बीसीए छात्र आयुष की मौत के मामले में परिजनों ने कोचिंग संचालक और मकान मालिक के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है। पिता ने कहा कि बेटे के कमरे में मिली सुसाइड नोट की लिखावट संदिग्ध है और उन्होंने...

सहरसा, नगर संवाददाता। सदर थाना क्षेत्र के हटियागाछी स्थित लाॅज में रहकर पढाई करने वाले बीसीए छात्र आयुष मौत मामले में परिजनों ने कोचिंग संचालक व मकान मालिक के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। छात्र के पिता संजीव कुमार सिंह ने सदर थाना में आवेदन देकर कार्रावाई करने की मांग की है। परिजनों ने छात्र के कमरे मे मिली सुसाइड नोट की लिखावट को मानने से इंकार कर दिया है। साथ हीं मोबाइल फार्मेट होने पर भी सवाल उठा रहे हैं। बिहरा थाना क्षेत्र के सिहौल निवासी पिता ने बताया कि पुत्र आयुश आनंद आदेश चौहान उर्फ राणा सिंह के मकान में रहता था।
जिसमें वह गुरुकूल विश्वामित्र के नाम से बीएसीए का कोचिंग चलाता था। आदेश चौहान मेरे लड़के के साथ उसी बेड पर सोता भी था और मेरे बेटे को कोचिंग भी देता था। पिता ने बताया कि करीब दो दिन पूर्व मेरा लड़का घर गया था। जहां यह बोला था कि आदेश चौहान अच्छा आदमी नहीं है। उसके कोचिंग का माहौल भी ठीक नहीं है। मैं यहां से निकलना चाहता हू । जिस पर उसे कहा कि कहीं और जगह अच्छा कोचिंग खोज लो और वहां से हट जाओ। उसके बाद वह सहरसा आ गया और कोचिंग खोजने लगा।उन्होंने बताया कि गुरुवार को करीब 10 बजे दिन में आदेश चौहान ने फोन कर बतलाया कि अभी तक आयुश का कमरा बंद है। किसी अनहोनी की आशंका हो रही है। उसकी बात सुनकर मैं भी घबरा गया और तुरंत बाइक से निकल कर लगभग 10:30 बजे कोचिंग पर पहुंचा तो देखा कि आदेश चौहान एक अन्य लड़के रजनीश और उसके भाई के साथ मेरे लड़के के गेट पर खड़ा था।मैनें अपने लड़के का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आयी। फिर पैर से दरवाजे के निचले हिस्से में ठोकर लगाई तो दरवाजा लगभग दो-ढाई फीट पीछे खिसक गया। जिससे आसानी से कोई आदमी अंदर आ जा सकता था। दरवाजे के उपर की छिटकली बंद थी। आयुश कहता भी था कि सोये में आदेश चौहान दरवाजे को नीचे से धकेलकर घर पुस जाता है और सो भी जाता है। पंखे से लटका दिया :पिता ने बताया कि पुलिस जब जांच दल के साथ आ गयी और दरबाजे को तोड़कर अंदर घुसी तो देखा कि बेटे के गले में चादर का फंदा लगाकर उसे पंखे से लटका दिया गया था। जबकि उसका दोनों पैर धरती से सटा हुआ था। जहां मेरे पुत्र को मारकर लटकाया गया था उसी के बगल में लगभग एक फीट की दूरी पर उसका बेड भी था। कमरा पूरा अस्त-व्यस्त था। कमरे में सिगरेट का डब्बा, नेल पॉलिस की शीशी, बिन्दी, औरतों द्वारा उपयोग में लाये जाने वाला केश में बांधने वाला रबर, आदेश चौहान के बाइक की चाभी फैला हुआ था। बेटे के मोबाइल का सारा डाटा फॉर्मेट कर गायब कर दिया गया था। पिता ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि आदेश चौहान अपने कोचिंग के अन्य लड़कों रजनीश यादव एवं उसके भाई आदि के साथ षड्यंत्र रचकर मेरे इकलौते पुत्र की हत्या कर बहुत सफाई से उसके शरीर को पंखे से लटका दिया गया। जबकि उसका पैर जमीन पर सटा हुआ था। साजिशन उसके बगल में एक सुसाइड नोट भी रख दिया गया था। जिसमें उसका नाम आयुश सिंह लिखा हुआ था। जबकि वह अपना नाम आयुश आनंद लिखता था।सुसाइड नोट की लिखावट भी नहीं मिलती है मरने वाला व्यक्ति इतने इत्मिनान से सुघर लिखावट में नहीं लिख सकता है।जिसके जांच की आवश्यकता है। पिता ने आवेदन देकर कार्रावाई करने की मांग की है। सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने कहा पिता के बयान पर रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है। जांच करते आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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