सिमरी बख्तियारपुर में भीषण गर्मी में पेयजल संकट
सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र भीषण गर्मी और उमस से परेशान है। तापमान बढ़ने और हीट स्ट्रोक के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। नगर परिषद द्वारा नागरिकों के लिए पेयजल की व्यवस्था नहीं की गई है।...

सिमरी बख्तियारपुर, निज संवाददाता। सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र इन दिनों भीषण गर्मी और उमस से झुलस रहा है। तापमान में लगातार हो रही वृद्धि और हीट स्ट्रोक की स्थिति ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। लेकिन इन विकट परिस्थितियों में भी नगर परिषद द्वारा नागरिकों के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे आम जनता खासकर गरीब व ग्रामीण वर्ग के लोग काफी परेशान हैं। नगर परिषद क्षेत्र के चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर दो वर्ष पूर्व लगाए गए शीतकालीन पेयजल संयंत्र (वॉटर कूलर/रेफ्रिजरेटर) इस समय पूरी तरह से बेकार हो चुके हैं। दुर्गा स्थान परिसर और रेलवे स्टेशन चौक स्थित संयंत्र खराब अवस्था में पड़े हैं।
नगर परिषद ने जिन ठिकानों पर यह संयंत्र लगाए थे, वे स्थान हैं बड़ी दुर्गा स्थान परिसर, रानीबाग मेन मार्केट मस्जिद के पास, स्टेशन चौक, अस्पताल और रानीहाट मस्जिद के पास। इन संयंत्रों के माध्यम से राहगीरों, दुकानदारों और गरीब तबके को ठंडा व शुद्ध पानी मिलना था, लेकिन वर्तमान में इनमें से अधिकांश खराब हो चुके हैं और किसी की मरम्मत तक नहीं की गई है। नगर परिषद मुख्य बाजार सहित अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में एक भी हैंडपंप या सार्वजनिक पेयजल की व्यवस्था नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों से हाट-बाजार करने आए लोग तपती धूप में एक बूंद पानी के लिए तरसते दिख रहे हैं। नप क्षेत्र के पुराने बाजार चौक, रानीबाग, हटिया गाछी, गुदरी हाट आदि स्थलों पर पीएचईडी विभाग के दर्जनों हैंडपंप केवल कागजों पर ही मौजूद हैं। कुछ स्थानों पर हैंडपंप तो हैं, लेकिन या तो उनका डंडा गायब है या बोरिंग फेल हो चुकी है। हालात यह हो गए हैं कि जो लोग समर्थ हैं, वे 20 रुपये में बोतलबंद पानी खरीदकर प्यास बुझा रहे हैं, लेकिन गरीब पुरुष, महिलाएं और बच्चे तपती गर्मी में पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। क्या कहते हैं, अधिकारी: इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) रामविलास दास ने कहा कि नगर क्षेत्र में स्थाई रूप से 5 स्थानों पर शीतल जल संयंत्र लगाए गए हैं। तीन चालू है। मुख्य बाजार स्थित दुर्गा स्थान परिसर में लगा संयंत्र का पाइप फट जाने से वह बंद है, जिसे जल्द ही मरम्मत कर चालू कर दिया जाएगा। रेलवे स्टेशन परिसर में रेल भवन का निर्माण होने के कारण वहां से संयंत्र को हटा लिया गया है। इसके अलावा 18 स्थानों पर अस्थाई पेयजल व्यवस्था की गई थी, लेकिन गर्म पानी के कारण लोग उसे नहीं पी रहे थे, इसलिए उसे बंद करना पड़ा। आगामी दिनों में आवश्यकतानुसार स्थाई संयंत्रों के लिए नया प्रस्ताव लाया जाएगा।वर्तमान हालात को देखते हुए यह स्पष्ट है कि नगर परिषद को गर्मी के मौसम में पेयजल की गंभीर समस्या को प्राथमिकता देते हुए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। वरना आम जनता का आक्रोश और अधिक गहराता जाएगा। नगर परिषद को चाहिए कि वह बंद पड़े शीतल जल संयंत्रों को अविलंब दुरुस्त करे और सभी सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल की स्थाई व्यवस्था सुनिश्चित करे।
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