डाक अभिकर्ताओं को सुविधा देना तो दूर , घटा दिया आधा प्रतिशत कमीशन
समस्तीपुर में डाक अभिकर्ता ग्राहकों को केंद्र सरकार की डाक योजनाओं से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अभिकर्ताओं को उचित सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जिससे...
समस्तीपुर । डाक अभिकर्ता विभाग और ग्राहकों के बीच एक मजबूत कड़ी हैं। कई वर्षों से ये ग्राहकों को केंद्र सरकार की डाक योजनाओं से जोड़ कर उन्हें लाभ दिलाने का काम करते आ रहे हैं। इनके योगदानों से डाक विभाग को भी योजनाओं के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है। समस्तीपुर कलेक्ट्रेट के राष्ट्रीय बचत संगठन से ग्राहकों को डाक योजनाओं से जोड़ कर लाभ दिलाने के लिए इन अभिकर्ताओं कों लाइसेंस निर्गत किया हुआ है। इतने के बावजूद अभिकर्ताओं की कई समस्याएं हैं, जिनका निदान नहीं हो पा रहा है। इनके महत्वपूर्ण योगदानों को देखते हुए डाक विभाग से जो बुनियादी सुविधाएं इन्हें मिलनी चाहिए, वे नहीं मिल रही हैं।
जिससे ये अभिकर्ता कई तरह से परेशान रहते हैं। उनकी पीड़ा है, कि उनकी सुविधाओं के लिए प्रधान डाकघर में कारगर व्यवस्था नहीं है। कई बार उनलोगों ने अपनी समस्या डाक प्रशासन के सामने रखी भी, फिर भी आज तक समस्या दूर नहीं हुई। डाक अभिकर्ताओं ने खुलकर अपनी समस्याएं रखीं। अभिकर्ता पवन कुमार सिन्हा, संतोष कुमार ने बताया कि उन्हें ग्राहकों का पैसा साथ में लेकर काउंटर पर जमा कराने के लिए काफी देर तक खड़ा होना पड़ता है। उनके पैसे की सुरक्षा दिलाने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अभिकर्ताओं के साथ बड़ा रिस्क रहता। शिव प्रकाश चौधरी बताते हैं कि लगातार मांग करते रहने पर भी काउंटरों की संख्या बढ़ाई नहीं जा रही है। अभिकर्ताओं के लिए अलग से कोई काउंटर भी नहीं है, जहां तत्काल नकदी जमा करायी जा सके। एक काउंटर वरीय नागरिकों के लिए बना भी हुआ है, तो वहां कोई कर्मी बैठता ही नहीं है। उस काउंटर पर फार्म वगैरह रखा रहता है। वर्तमान में चार काउंटर से अब तीन काउंटर हो गए हैं, जहां जमा-निकासी आदि का काम होता है। कभी-कभी दो काउंटरों पर ही काम होता है। ऐसी हालत में अभिकर्ताओं के सामने अधिक परेशानी हो जाती है। सुनील कुमार सिन्हा बताते हैं कि अभिकर्ता रुपये जमा कराने डाकघर आते हैं तो उन्हें कहा जाता है कि खजाना में जमा करा दें। जबकि, खजाना में जमा कराने जाने पर वहां बताया जाता है, कि ड्यूटी ऑफ है। वर्षों से अभिकर्ता इस डाकघर में सेवा दे रहे हैं। फिर भी अभी तक उनके बैठने व ग्राहकों से सेवा पर बात करने के लिए कोई कमरा नहीं दिया गया है। उन्हें जहां-तहां बैठ कर काम करना पड़ता है। काउंटर के साइड में अभिकर्ता कॉर्नर बना हुआ है, लेकिन यहां सीट ही बहुत कम हैं। ग्राहक ही इस पर बैठे रहते हैं। काफी अधिक भीड़ होने पर सही से खड़ा होना भी मुश्किल रहता है। अभिकर्ताओं को घंटों खड़ा ही रहना पड़ता है। गर्मी के दिनों में भी डाकघर में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं रहती है। खाली केन पड़ा रहता है। इस भीषण गर्मी में भी डाकघर की ओर से शीतल जल की व्यवस्था नहीं रहती है। अभिकर्ता बताते हैं कि शौचालय व यूरिनल भी कॉमन ही है। एक बार में अधिक संख्या में लोग इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। अभिकर्ताओं का तो इससे काम नहीं चलता है। उन्हें डाकघर से बाहर जाना पड़ता है। बाहर भी इसके लिए जगह तलाशनी पड़ती है। समय से ऑनलाइन टीडीएस नहीं जमा होने से रिटर्न में परेशानी गुंजन कुमार बताते हैं कि पहले अभिकर्ताओं को सेवा पर एक प्रतिशत कमीशन डाकघर से मिलता था, जिसे आधा प्रतिशत घटा दिया गया है। यह उनके हित के साथ नाइंसाफी है। राजा बाबू, शैलेंद्र वर्मा, संजीव कुमार, रंजीत कुमार ने बताया कि अभिकर्ता जितनी योजनाओं पर सेवा देते हैं, उन पर टीडीएस डाक विभाग से समय पर तो काट लिया जाता है, लेकिन समय पर ऑनलाइन जमा नहीं किया जाता है। समय पर अपडेट नहीं होने की वजह से अभिकर्ताओं के खाते में समय पर रिफंड नहीं होता है। इसके चलते समय पर रिटर्न फाइल करने में अभिकर्ताओं को परेशानी होती है। इसकी शिकायत समय-समय पर वे लोग करते रहे हैं, फिर भी समस्या बनी ही हुई है। अभिकर्ताओं द्वारा जो ग्राहकों को सेवाएं दी जाती हैं, उनमें किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत पत्र, मासिक आय योजना, एक, दो, तीन व पांच वर्षीय सावधिक जमा योजना प्रमुख हैं। इन योजनाओं से जुड़ने पर क्या-क्या लाभ ग्राहकों को मिलता है, इसकी जानकारी लेने के लिए भी कई ग्राहक उनसे मिलने आते रहते हैं। प्रधान डाकघर में पेयजल और शौचालय की हो बेहतर व्यवस्था डाक अभिकर्ता जितेंद्र कुमार, गंधर्व कुमार झा ने कहा कि प्रधान डाकघर में तीन काफी पुराने कूलर लगे हुए हैं जो ठंड हवा देने के बदले गर्म हवा ही फेंकता है। जबकि काउंटरों पर सामान्य ग्राहकों की काफी भीड़ लगती है। इसको देखते हुए उसी तरह की सुविधाएं भी दी जानी चाहिए थी। अक्षत पाठक बताते हैं कि यूरिनल और शौचालय की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। गर्मी में शीतल पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए। ठंड में तो वैसे भी लोग कम पानी पीते हैं।
बोले जिम्मेदार
टीडीएस कटौती समय पर जमा नहीं होने की समस्या हो सकती है। आगे से यह समस्या नहीं रहेगी। आरओ पानी की व्यवस्था प्रधान डाकघर में तीन जगहों पर है। एजेंट 9 बजे सुबह ही डाकघर आते हैं लेकिन ट्रांजेक्शन 12 बजे के बाद करते हैं। ऐसे में अलग से काउंटर पर कर्मी को बैठाकर नहीं रख सकते। यदि नियमित ट्रांजेक्शन होगा तो विचार किया जाएगा। - दिनेश साह, डाक अधीक्षक, समस्तीपुर।
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