सुहागन महिलाओं ने उत्साह पूर्वक किया बट सावित्री पूजा
पेड़ की पूजा कर मौली बांधते महिलाओं ने की परिक्रमा बट सावित्री पूजा को लेकर महिलाओं में दिखा खासा उत्साह सासाराम, हिन्दुस्तान टीम। पति के स्वस्थ और दीर्घायु को लेकर सुहागन महिलाओं द्वारा किए जाने...

सासाराम, हिन्दुस्तान टीम। पति के स्वस्थ और दीर्घायु को लेकर सुहागन महिलाओं द्वारा किए जाने वाला बट सावित्री पूजा सोमवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों में उत्साहपूर्वक मनाया गया। अहले सुबह से ही सज-संवरकर सुहागिन महिलाएं बट वृक्ष के समीप पहुंची। और विधि विधान के साथ वट सावित्री पूजा की। बताते हैं, कि सुहागन महिलाओं के बीच इस व्रत की काफी अहमियत है। सुहागन महिलाएं रीति-रिवाजों के अनुसार हाथों में मेहंदी रचाकर, सिंदूर-श्रृंगार कर वट सावित्री की पूजा कर बरगद के पेड़ की पूजा कर मौली बांधते हुए बरगद के पेड़ की पूजा की। पूजा के बाद व्रत में आम का मुरब्बा, गुड़ या चीनी का सेवन किया।
डेहरी प्रतिनिधि के अनुसार बड़ी संख्या में विवाहित महिलाएं एनीकट परिसर स्थित झारखंडी मंदिर परिसर के वट वृक्ष के नीचे जुटीं। महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र और अपने वैवाहिक सुख की रक्षा के लिए कई अन्य स्थानों पर भी वट वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना की। महिलाओं ने वट वृक्ष की परिक्रमा कर अपने वैवाहिक सुख की रक्षा और अपने पति की लंबी उम्र की कामना की। रोहतास प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड के अंतर्गत मंदिरों में सोमवार को महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी रही। महिलाओं ने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए वट वृक्ष की पूजा की। इस अवसर पर सावित्री-सत्यवान की कथा का श्रवण किया। महिलाओं ने वट वृक्ष की 108 परिक्रमा की और उसमें मौली का धागा लपेटा। वहीं नौहट्टा प्रखंड क्षेत्र मे हर्षोल्लास के साथ वट सावित्री पूजा सोमवार को की गयी। आचार्य ललका बाबा व सुरेश शास्त्री ने बताया कि सुहागन महिलाओं के लिए तीन दिवसीय वट सावित्री पूजा काफी महत्वपूर्ण है। इसी दिन सावित्री ने यमराज से तर्क कर अपने पति सत्यवान का प्राण लौटवाया था। यदुनाथपुर, नावाडीह, परछा, पंडुका, नौहट्टा, तिउरा, शाहपुर, दारानगर, भदारा, आनंदीचक, टीपा सहित पहाड़ पर स्थित दर्जनो गांवो मे वट सावित्री की पूजा की गयी। उधर, चेनारी प्रखंड क्षेत्र के सुहागिनों ने अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए वट सावित्री की पूजा धूमधाम से किया। तीखी धूप उमस भरी गर्मी में भी महिलाओं की हौसला कम नहीं हुई। वे घंटों पैदल चल कर खेत खलिहान के पास वाले पेड़ पर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। कई जगह महिलाओं ने 12:00 बजे के बाद पूजा शुरू किया। नवविवाहिता महिलाओं ने पूजा-अर्चना के बाद सेल्फी फोटो भी खूब लिया व सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। वहीं तिलौथू प्रतिनिधि के अनुसार पतियों के लम्बी उम्र और उत्तम स्वास्थ के लिए महिलाओं द्वारा किया जाने वाला बट सावित्री व्रत पूरे क्षेत्र मे बड़े ही श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया गया l इस अवसर पर सुहागिनो ने सुबह से ही वट के पेड़ को पूजा अर्चना की।
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