किसानों के लिए वरदान साबित हो रही ड्रिप सिंचाई योजना
कोचस, एक संवाददाता। नीक को अपनाकर बेहतरीन परिणाम हासिल किए हैं। चतरा गांव के किसान रामाश्रय सिंह, चितांव पंचायत के पंकज कुमार और अभिषेक

कोचस, एक संवाददाता। गिरते जलस्तर की चुनौतियों के बीच प्रखंड के किसानों के लिए ड्रिप सिंचाई योजना वरदान साबित हो रही है। अल्प जल संसाधनों में अधिक उत्पादन लेने की इस तकनीक से न केवल जल की बचत हो रही है, बल्कि खेती की लागत भी काफी घट गई है। बताया जाता है कि सरकार की सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत जिला उद्यान विभाग द्वारा चयनित किसानों को अनुदान पर ड्रिप सिंचाई सुविधा मुहैया करायी जा रही है। रूपी बांध, सोरठी, चतारा आदि गांवों के अनेक किसानों ने इस तकनीक को अपनाकर बेहतरीन परिणाम हासिल किए हैं। चतरा गांव के किसान रामाश्रय सिंह, चितांव पंचायत के पंकज कुमार और अभिषेक आनंद, रूपी गांव के सूर्यवंश सिंह और अनिल कुमार सिंह,नौवां गांव के योगेंद्र कुमार, बहुआरा के अनिल कुमार, कुछिला के प्रेम प्रकाश आदि ने बताया कि पहले ट्यूबवेल से एक एकड़ खेत की सिंचाई में करीब 1500 रुपये खर्च आते थे।
अब ड्रिप सिस्टम से वही काम 500-600 रुपये में हो जाता है। प्रखंड उद्यान पदाधिकारी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य जल की बर्बादी को रोकते हुए किसानों की आमदनी में इजाफा करना है। अब तक अनेकों किसानों को इसका लाभ दिया गया है। बताया कि सरकार द्वारा 80 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। इच्छुक किसान संबंधित कार्यालय में आवेदन कर लाभ ले सकते हैं।
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