बिरयानी में चिकन पीस मांगने पर भड़का दुकानदार, ग्राहक पर खौलता तेल फेंका
कटिहार जिले के बारसोई में ग्राहक ने बिरयानी में चिकन पीस मांगने पर दुकानदार से उसका विवाद हो गया। दुकानदार ने आवेश में आकर ग्राहक पर खौलता तेल फेंक दिया, जिससे उसका आधा शरीर जल गया।

बिहार के कटिहार जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। बिरयानी खरीदते समय चिकन पीस मांगने पर दुकानदार भड़क गया और उसने खौलता हुआ तेल ग्राहक पर फेंक दिया। यह घटना बारसोई के शुभम सिंह चौक के पास हुई। गर्म तेल गिरने से ग्राहक मानिक दास (32) का आधा शरीर जल गया। फिलहाल उसका पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार यह घटना 6 जून की है। पीड़ित के 17 वर्षीय बेटे मानव दास ने पुलिस थाने बारसोई थाने में बिरयानी दुकानदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उसने बताया कि बीते शुक्रवार की शाम लगभग 6.30 बजे उसके पिता मानिक दास अपनी फर्नीचर की दुकान बंद करके घर जा रहे थे। उससे पहले उन्होंने इंडिया गेट बियरानी की दुकान पर रुककर दो पैकेट बिरयानी पैक करने को कहा। उस समय बेटा मानव भी साथ था।
मानिक दास ने अपने मोबाइल फोन से यूपीआई के जरिए बिरयानी वले को 110 रुपये का भुगतान किया। बिरयानी देते समय मानिक ने दुकानदार से कहा, "देखो भाई चिकन का पीस अच्छा वाला और बड़ा साइज देखकर देना"। इतना सुनते ही दुकानदार आग बबूला हो गया और उल्टा-पुल्टा बोलने लगा। फिर दुकानदार ने कढ़ाई से खौलता हुआ तेल मानिक दास पर फेंक दिया।
मानव ने बताया कि शरीर पर गर्म तेल गिरते ही उसके पिता जमीन पर गिर पड़े और तड़पने लगे। आसपास रहने वाले बिरयानी वाले के शुभचिंतक वहां पहुंचे और जल्दी-जल्दी दुकान समेट कर दुकानदार को भगा दिया। मानक दास की बुरी स्थिति देखकर परिजन पहले उन्हें एक निजी नर्सिंग होम ले गए, उन लोगों ने अस्पताल जाने को कहा तो अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। जहां चिकित्सक प्रेम कुमार ने प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें तुरंत कटिहार मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया।
बताया जा रहा है कि कटिहार से भी मानव दास को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जब परिजन जख्मी को लेकर सिलीगुड़ी पहुंचे तो मानिक की स्थिति देखकर अस्पताल वाले भर्ती करने से इनकार करते रहे। बहुत मिन्नतें करने के बाद एक निजी अस्पताल के आईसीयू में उन्हें भर्ती किया गया। मानव ने बताया कि पिता के इलाज के चक्कर में पुलिस को आवेदन देने में देरी हो गई। इस मामले में बारसोई थानाध्यक्ष नवल किशोर सिंह ने सोमवार को कहा कि घायल के बेटे द्वारा आवेदन दिया गया है। एफआईआर दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है।