अपने जिले से हजारों किलोमीटर दूर भेजना; सोनम की गिरफ्तारी के बाद राजा मर्डर केस पर बोले CM यादव
राजा हत्याकांड के खुलासे और मुख्य अभियुक्त सोनम रघुवंशी के गिरफ्त में आने से दो दिन पहले यानी सीएम यादव ने राजा रघुवंशी के परिजनों की मांग पर इस मामले की जांच मेघालय पुलिस से लेकर सीबीआई से कराने का अनुरोध किया था।

इंदौर के युवा व्यवसायी राजा रघुवंशी के मर्डर केस के खुलासे और इस मामले में उसकी पत्नी का हाथ होने के खुलासे के बाद इस निर्मम हत्याकांड को लेकर प्रदेश के मुखिया मोहन यादव का बयान भी सामने आया है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों से हमें सबक लेते हुए आगे बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शायद इन्हीं सब वजहों से पुराने जमाने में तो लोग शादी के तुरंत बाद नए वर-वधू को अपने जिले से बाहर भेजने से डरा करते थे, या उन्हें बिल्कुल नहीं भेजते थे। सीएम ने यह बात एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कही।
समाचार चैनल न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू के दौरान जब मुख्यमंत्री मोहन यादव से इंदौर के जोड़े राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी से जुड़ा सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'बिल्कुल सही बात है कि इस विषय पर हम सबको विचार करना चाहिए। बच्चों का विवाह करते समय तो करना ही चाहिए, साथ ही बच्चों पर निगाह भी रखना चाहिए।' आगे उन्होंने कहा, 'पुराने समय की बात करें तो हमारे समय में तो विवाह के बाद नए दूल्हा-दुल्हन को अपने जिले से हजारों किलोमीटर दूर भेजना भी किसी भी दृष्टि से उचित नहीं मानते थे, कम से कम एक महीने तक तो बिल्कुल भी नहीं। ये जो इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देते हैं, मैं इस पर प्रश्न नहीं कर रहा हूं, लेकिन इस पूरे मामले से हम सबको यह सबक जरूर मिलता है कि आने वाले समय में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है।'
दर्दनाक घटना और समाज के लिए बड़ा सबक
उधर समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सीएम यादव ने कहा, 'यह घटना समाज के लिए बहुत दर्दनाक घटना भी है और सबक भी है। इससे आगे के लिए हमको कई सारे सबक मिलते हैं। खासकर जब हम विवाह के लिए बच्चों के संबंध बनाते हैं, दो परिवार जुड़ते हैं, तब बहुत बारीकी से सारी बातों का ध्यान रखने की जरूरत है। आगे जाकर के बच्चों को शादी के बाद इतनी दूर जाने देने के लिए भी विचार करने की जरूरत है। मैं तो आज इस घटना से आहत हूं, हम सबको इससे सबक मिलता है। ये बहुत कष्टकारी घटना है।'
सीएम ने की थी सीबीआई जांच की सिफारिश
सोमवार को राजा हत्याकांड के खुलासे और मुख्य अभियुक्त सोनम रघुवंशी के गिरफ्त में आने से दो दिन पहले यानी शनिवार को सीएम यादव ने राजा रघुवंशी के परिजनों की मांग पर इस मामले की जांच मेघालय पुलिस से लेकर सीबीआई से कराने का अनुरोध केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से किया था। इस बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए यादव ने लिखा था, 'संकट की इस घड़ी में मध्यप्रदेश श्रीमती सोनम रघुवंशी के परिवार के साथ खड़ा है। मैंने इस संबंध में मेघालय के मुख्यमंत्री से चर्चा की है। मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मेघालय के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में हैं। इस प्रकरण में सीबीआई जाँच आदेशित करने हेतु मैंने माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से आग्रह किया है। श्रीमती सोनम रघुवंशी की सुरक्षित वापसी हेतु हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।' हालांकि इसकी जरूरत नहीं पड़ी और मेघालय पुलिस ने बेहद सफलतापूर्वक पूरे मामले को सुलझा दिया।
राजा और सोनम 11 मई को इंदौर में अपनी शादी के बाद 21 मई को हनीमून के लिए शिलॉन्ग पहुंचे थे। 23 मई को यह जोड़ा नोंग्रियाट गांव में एक होमस्टे से चेक आउट करने के कुछ घंटों बाद पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में गायब हो गया था। शिलॉन्ग से किराए पर लिया गया उनका स्कूटर 24 मई को सोहरारिम में मिला था। 25 मई को राजा के परिवार ने मेघालय पहुंचकर पूर्वी खासी हिल्स जिले में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। 2 जून को राजा का शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिला था। उस जगह से लगभग 20 किमी दूर, जहां पर उन्हें आखिरी बार देखा गया था।
सोमवार 9 जून को इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि राजा की पत्नी सोनम ने ही अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करवाई थी। इसके लिए इन दोनों ने राज के तीन दोस्तों को पैसों का लालच देते हुए राजा को मारने की सुपारी दी थी। इस मामले की मुख्य आरोपी सोनम को जहां सोमवार तड़के उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में स्थित एक ढाबे से हिरासत में ले लिया गया था, वहीं उसके प्रेमी 21 वर्षीय राज कुशवाह सहित चार अन्य लोगों को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया।