Tragic Bus Accident in Lucknow Claims Lives of Two Children from Sitamarhi ट्रेन की टिकट नहीं मिला तो पकड़ी बस, आंखों के सामने जल गए दोनों बच्चे, Sitamarhi Hindi News - Hindustan
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ट्रेन की टिकट नहीं मिला तो पकड़ी बस, आंखों के सामने जल गए दोनों बच्चे

सीतामढ़ी के गंगवारा गांव के रामबालक महतो के दो बच्चे लखनऊ बस हादसे में मारे गए। मृतक बच्चे देवराज (03) और साक्षी कुमारी (02) हैं। हादसे में रामबालक और उसकी पत्नी गुड्डी देवी भी घायल हुए हैं। गुड्डी...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीतामढ़ीFri, 16 May 2025 04:24 AM
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ट्रेन की टिकट नहीं मिला तो पकड़ी बस, आंखों के सामने जल गए दोनों बच्चे

सीतामढ़ी। लखनऊ बस हादसे में मरने वालों में दो बच्चे रून्नीसैदपुर प्रखंड के गंगवारा गांव के रहने वाले हैं। दोनों सगे भाई-बहन हैं। मृतक की पहचान गंगवारा गांव के रामबालक महतो के पुत्र देवराज (03) व पुत्री साक्षी कुमारी (02) के रूप में की गयी है। वहीं, इस हादसे में रामबालक महतो व उसकी पत्नी गुड्डी देवी भी जख्मी हुए हैं। जिनका इलाज वहां के एक अस्पताल में चल रहा है। इधर, हादसे की सूचना के बाद परिजन लखनऊ के लिए रवाना हो गए हैं। उनके परोसी राजकुमार महतो ने बताया कि सुबह में फोन आया कि जिस बस से रामबालक अपने बच्चों व पत्नी के साथ जयपुर जा रहा था, लखनऊ में सड़क हादसे में जलकर राख हो गया।

घटना के बाद से परिजनों में चित्कार मच गया। हालांकि, थोड़ी देर बाद फोन आया कि बस हादसे में दोनों बच्चे की जलकर मौत हो गई है। रामबालक व उसकी पत्नी को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस सूचना के बाद से ही सभी लोगों का रो-रोकर बूरा हाल है। राजकुमार ने बताया कि रामबालक महतो व उसका पूरा परिवार बुधवार को जयपुर के लिए गांव से निकला था। बस से वह दिल्ली जा रहा था। वहां से फिर बस बदलकर जयपुर के लिए रवाना होता। लेकिन रास्ते में ही यह हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि वह विगत 10 वर्षों से जयपुर रहकर मजदूरी कर परिवार चलाता है। इधर, कुछ वर्षो से पत्नी को भी वहीं रखे हुए था। इधर, हादसे की सूचना के बाद परिजन लखनऊ के लिए रवाना हो गए हैं। छह माह से घर पर था राजकुमार थाना क्षेत्र की गंगवाराबुजुर्ग पंचायत के गंगवारा गांव निवासी रामबालक महतो विगत छह माह से घर पर था। जब आर्थिक स्थिति गड़बड़ हुई तो मजदूरी के तलाश में वह जयपुर के लिए बुधवार की सुबह 11 बजे घर से पत्नी गुड्डी देवी व दोनों बच्चो देवराज व साक्षी के साथ निकला। पिता राजकुमार महतो ने बताया कि विगत छह माह से किन्ही कारणों से घर पर ही था। लेकिन रुपये की तंगी व काम सही से नहीं मिलने की वजह से वह जयपुरजाने के लिए तैयार हुआ। पूर्व में भी वह जयपुर में रहकर ही काम करता था, इसी वजह से वह वही जाने के लिए निकला। ट्रेन में सीट नहीं मिलने की वजह से वह बस से दिल्ली व फिर वहां से जयपुर जाने की बात कही। गुरुवार की सुबह फोन आया कि बस में आग लग गयी, सबकुछ जल गया है। जिसके बाद तो सभी रोने लगे। लेकिन कुछ घंटे बाद फिर फोन आया कि आग से सिर्फ बच्चे की मौत हुई है। रामबालक व उसकी पत्नी जख्मी है, इलाज चल रहा है। इसके बाद परिवार वाले लखनऊ के लिए रवाना हुए है। सात माह की गर्भवती है गुड्डी देवी राजकुमार महतो ने बताया कि बहु गुड्डी देवी 7 माह की गर्भवती है। इसी वजह से वह पत्नी व बच्चों को भी जयपुर ले जा रहा था। उन्होंने बताया कि काश हमलोगों ने उसे रोका होता, तो हमारा हंसता खेलता परिवार नहीं उजरता। उधर, दोनो बच्चो के जलकर मरने की खबर से ग्रामीण भी शोकाकुल है।

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