बोले सीवान : बलुआ बाजार में जाम से दुकानदार परेशान
सीवान जिले का बलुआ बाजार महत्वपूर्ण है, लेकिन यहाँ जाम और जलजमाव की समस्या बढ़ती जा रही है। बाजार में बस और टेम्पो स्टैंड की कमी है, जिससे यातायात प्रभावित होता है। दुकानदारों ने प्रशासन से नाइट...
सीवान जिले का बलुआ बाजार महत्वपूर्ण बाजार है। गुठनी से 03 किलोमीटर के अंदर सेलौर, तेनुआ, गुठनी बाजार है। इसके चलते बाजार में चौतरफा गांवों के लोग नहीं आते हैं। फिर भी, पुरानी बाजार होने के कारण आसपास क्षेत्र के साथ कई गांव के लोग यहां बाजार करने के लिए आते हैं। इससे बालू लदे व अन्य वाहनों की आवाजाही से नियमित जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इससे बाजार के व्यवसायियों और दुकानदारों को काफी समस्या होती है। जलनिकासी की ठोस व्यवस्था नहीं होने से बरसात के मौसम में बाजार में जलजमाव भी हो जाता है। इससे भी दुकानदारों के साथ खरीदारों को परेशानी उठानी पड़ती है।
सबसे अहम सवाल यह है कि जाम और जलजमाव से दुकानदारों और खरीदारों को मुक्ति कब मिलेगी? प्रखंड के सबसे पुराने बाजारों में शुमार है यह कई इलाकों के लोगों के लिए महत्वपूर्ण बाजार है। स्थानीय प्रखंड के अलावा के अन्य प्रखंड के भी कई गावों के लोग यहां बाजार करने आते हैं। बजार के महत्व के हिसाब से यहां सुविधाएं बिल्कुल नगण्य हैं। बजार में दुकानदारों या ग्राहकों के लिए कोई सुविधा नहीं है। इस पर बड़ी संख्या में चारपहिया वाहनों का परिचालन होता है। इस कारण बजार अक्सर जाम से जुझता रहता है। जाम के कारण दुकानदार और ग्राहक दोनों को परेशानियों का सामना करना पडता है। दुकानदारों का व्यवसाय ठीक से नहीं हो पाता है। बाजार में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। साथ ही सार्वजनिक शौचालय की उचित व्यवस्था नहीं है। इससे ग्राहकों और दुकानदारों को काफी परेशानी होती है। बजार में वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे जहां-तहां गाड़ी खड़ी रहती है। इस कारण अक्सर जाम लग जाता है। कई बार गाड़ी पार्किंग व साइड करने को लेकर मारपीट भी हो जाती है। बाजार में नाइट गार्ड नहीं रहने से अक्सर चोरी की छोटी-बड़ी घटनाएं होती रहती हैं। दुकानदारों ने बाजार में नाइट गार्ड की व्यवस्था करने की मांग प्रशासन से की है। टेम्पो और बस स्टैंड नहीं रहने से बाजार में लगता है जाम बाजार के बीच से गुठनी डुमरहर की सड़क गुजरती है। साथ ही मुख्य बाजार पर चौक है। यहां से एक ओर दरौली, रघुनाथपुर दूसरी ओर गुठनी सड़क जाती है। साथ ही सभी रूट में अलग-अलग टेम्पो चलता है। बस और टेम्पो स्टैंड नहीं रहने के कारण बजार में मुख्य सड़क पर ही यात्री बसों का ठहराव होता है। वहां सड़क पर ही टेम्पो वाले भी गाड़ी लगाते हैं। वहीं के जगहों के लिए सड़क पर बीच बाजार में ही टेम्पो लगते हैं। इससे बाजार में पूरे दिन जाम लगा रहता है। जाम के कारण दुकानदारों के व्यवसाय पर भी काफी कुप्रभाव पड़ता है। मुख्य सड़क पर बालू लदे वाहनों के कारण लंबी-लंबी लाइन लग जाती है। इससे बाजार में आना-जाना मुश्किल हो जाता है। साथ ही, दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है। शादी-विवाह और पर्व-त्योहार के दिनों में और ज्यादा दिक्कतें होती हैं। मंडी नहीं होने से सड़क पर सब्जी बेचते हैं दुकानदार बाजार में कई दर्जन गांवों के लोग नियमित तौर पर सब्जी खरीदने आते हैं। सब्जी विक्रेताओं की संख्या भी काफी है, लेकिन यहां आज तक सब्जी मंडी नहीं बन पायी है। जो बनी है उसके वावजूद कई सब्जी विक्रेता मुख्य बाजार की सड़क पर ही सब्जी बेचते हैं। इससे बाजार में अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। साथ ही स्थाई दुकानों के आगे सब्जी व फल की दुकानें लगने से दुकानदारों को भी व्यवसाय करने में दिक्कत होती है। सभी दुकानदारों का कहना है कि महाराजगंज में सब्जी मंडी का निर्माण अविलंब होना चाहिए। इससे जाम से निजात के साथ-साथ लोगों को खरीदारी करने में भी आसानी होगी। लोगों इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। नाली निर्माण नहीं होने से हल्की वर्षा में भी बाजार में होता है जलजमाव बलुआ बाजार में सड़क पर ही ज्यादा दुकानें स्थित हैं। साथ ही पुराना बजार है। इस सड़क पर स्थित बाजार में ही लगभग सभी क्लिनिक हैं। इससे इन जगहों पर ज्यादा भीड़भाड़ रहती है, लेकिन सड़क के किनारे आज तक कायदे के नाला का निर्माण से जल निकासी नहीं हो सका है। इससे इस तरफ के लोगों के समक्ष पानी की निकासी की समस्या है। साथ ही यह सड़क मुख्य सड़क से नीची है। साथ ही दोनों तरफ दुकानें भी लगभग ऊंची हो गई हैं। हल्की बरसात होने पर भी पूरे बाजार में जलजमाव कि स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जो दुकानें नीचे हैं, उन दुकानों में पानी चला जाता है। इससे दुकानदारों को काफी नुकसान होता है। बजार में जब तक नाला निर्माण नहीं हो जाता है, तब तक यहां के दुकानदारों का हाल नारकीय ही रहेगा। दुकानदारों ने नाली निमार्ण की मांग की है। प्रस्तुति- प्रवीण कुमार तिवारी। सुझाव- 1. बाजार में शुद्ध पेयजल और सुलभ शौचालय की व्यवस्था होने से ग्राहकों को सहूलियत होगी। 2. बाजार में सीसीटीवी कैमरा से छोटी-बड़ी घटनाओं में अपराधियों को चिह्नित किया जा सकेगा, जिससे घटनाएं कम होंगी। 3. बस स्टैंड एवं टेम्पो स्टैंड अलग बनाने से मुख्य सड़क एवं बाजार में वाहनों से जाम नहीं रहेगा। 4. सब्जी मंडी सड़क से हटाकर मंडी में शिफ्ट हो जाने से ग्राहकों एवं दुकानदारों दोनों को सहूलियत होगी। 5. सरकार द्वारा छोटे दुकानदारों को मुद्रा लोन दिलाने के लिए सरल एवं सुगम तरीका अपनाया जाना चाहिए। शिकायतें- 1. बाजार में शुद्ध पेयजल एवं सार्वजनिक शौचालय की सुविधा नहीं है। 2. बाजार के चौक व अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं। 3. बस स्टैंड और टेम्पो स्टैंड नहीं रहने से जाम की समस्या बनी रहती है। 4. सब्जी मंडी नहीं रहने से सड़क किनारे सब्जी की दुकानें लगती हैं। 5. छोटे दुकानदारों को मुद्रा लोन असानी से नहीं मिल पाता है।| हमारी भी सुनिए :- सब्जी मंडी की उचित व्यवस्था नहीं रहने से सब्जी व फल की दुकानें सड़क किनारे लगती है। इससे बाजार ने कभी कभार भयंकर जाम लग जाता है। इससे दुकानदार व खरीदारों को भी परेशानी उठानी पडती है। - रमा पासवान, तम्बाकू दुकानदार। छोटे दुकानदारों को ब्याज रहित आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए, ताकि वे व्यवसाय चला सकें। इससे उन्हें जीवन यापन में परेशानी नहीं हो सकेगी। जीतेंद्र कुशवाहा, परचून दुकानदार लोन मिल जाता है, लेकिन छोटे व जरूरतमंद दुकानदारों को मुद्रा लोन एवं बिजनेस लोन असानी से नहीं मिल पाता है। इससे व्यवसाय बढ़ाने में परेशानी होती है। - रमेश शर्मा, पोलंबर मिस्त्री बजार में सुबह सात से शाम सात बजे तक बड़े मालवाहक वाहनों के लिए नो इंट्री होनी चाहिए, क्योंकि इनसे नियमित जाम लगा रहता है। इस कारण दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित होता है। - अश्वनी कुमार, मोबाइल दुकानदार मुख्य चौक पर टेम्पो स्टैंड एवं ठेला लगाने से बाजार में अक्सर जाम लग जाता है। इससे जाम के कारण दुकानदारों के व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पड़ता है। - अमरजीत मद्धेशिया, ट्रंक दुकानदार मुख्य सड़क के दोनों छोर पर बालू लदे वाहनों की अनियंत्रित चाल से अक्सर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कई बार तो दुर्घटना हो भी जाती है। - रामसागर गुप्ता, कपड़ा दुकानदार बाजार में आग से बचाव की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। बाजार में फायर सेफ्टी की कोई व्यवस्था नहीं है। मकान मालिक द्वारा भी कोई फायर सेफ्टी की व्यवस्था नहीं की गई है। - धनंजय गुप्ता बाजार में एक प्राइवेट बैंक होना चाहिए ताकि दुकानदारों को खाता संचालन में समस्या नहीं हो। सरकारी बैंक वाले स्टाफ दुकानदारों को काफी परेशान करते हैं। - जयप्रकाश कुशवाहा, गल्ला दुकानदार बैंक ऋण दुकानदारों को सरल एवं सुगम तरीके से नहीं मिल पाता है। मिलता भी है, तो इंश्यारेंस के नाम पर काफी अतिरिक्त पैसे की उगाही की जाती है। - मुन्ना मद्देशिया, मोबाईल दुकानदार अकाउंट खोलवाने में दुकानदारों को काफी दिक्कतें होती हैं। लंबा प्रोसेस एवं कई कागजात की मांग के कारण करंट अकाउंट असानी से नहीं खुल पाता है। - जयप्रकाश प्रजापति, दुकानदार बाजार में वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। इससे सड़क पर ही जहां-तहां गाड़ी खड़ी रहती है। इससे बाजार में जाम की आशंका बनी रहती है। वाहन पार्किंग के लिए समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। - शंभू कुशवाहा, पान दुकानदार पेयजल आपूर्ति सही ढंग से संचालित नहीं होती है। पानी से दुर्गंध की शिकायत है। पीएचईडी की टंकी की सफाई नहीं की जाती है। सप्लाई के पानी से नहाने पर परेशानी हो जाती है। - संजय वर्णवाल, किराना दुकानदार चोरी की घटना से दुकानदार भयभीत रहते हैं। दुकानों की सुरक्षा के लिए नाइट गार्ड की व्यवस्था नहीं है। इससे आये दिन चोरी की छोटी-बड़ी घटनाओं की आशंका बनी रहती है। - लालाबाबू गुप्ता, चाय दुकानदार दुकानदारी के समय में चार से पांच घंटों तक बिजली कटौती की जाती है। ज्यादातर छोटे दुकानदारों के पास इनवर्टर नहीं है। इससे उन्हें ज्यादा परेशान होना पड़ता है। - श्रीनिवास मद्धेशिया, फल दुकानदार बाजार में सड़क किनारे कायदे का नाली निर्माण नहीं होने से जलजमाव हो जाता है। हल्की बरसात होने पर ही जलजमाव के कारण बाजार में चलना मुश्किल हो जाता है। इससे दुकानदार एवं ग्राहक दोनों को दिक्कत होती है। - अशोक पटेल, इलेक्ट्रिक दुकानदार बाजार में स्ट्रीट लाइट व हाईमास्क लाइट पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं। हाई मास्क लाइट के बंद होते ही बाजार की सड़कों पर अंधेरा हो जाता है। इससे दुकानदारों को काफी परेशानी होती है। शाम होते ही दुकानदारी बंद हो जाती है। - ओमप्रकाश गुप्ता, किराना दुकानदार बाजार में सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं। इससे बाजार करने आने वाले लोगों को शौचालय के लिए यत्र-तत्र जाना पड़ता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सत्यप्रकाश विश्वकर्मा, साईकिल दुकानदार सार्वजनिक शौचालय और यात्री ठहराव की उचित व्यवस्था नहीं है। इससे ग्राहकों और दुकानदारों को काफी परेशानी होती है। बजार में वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे जहां-तहां गाड़ी खड़ी रहती है। इस कारण अक्सर जाम लग जाता है। शिवकुमार गुप्ता यात्री शेड या बस पड़ाव नहीं होने से बाजार में आने-जाने वालों को काफी परेशानी होती है। उन्हें बाजार से खरीदारी करने के बद सड़क पर ही खड़े होकर गाड़ी का इंतजार करना पड़ता है। - राजेश त्रिपाठी मांस-मछली की दुकान बाजार के मुख्य सड़क पर दोनों तरफ लगाने से काफी गंदगी रहती है। बाजार आने-जाने वाले लोगों को काफी दुर्गंध आती है। साथ ही इससे बाजार में जाम भी लगता रहता है। ठेला-खोमचा वाले दुकान भी सड़क ही लगते हैं। - चंदन शर्मा
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