8 साल की बच्ची से गैंगरेप के बाद हत्या, DNA रिपोर्ट से कैसे खुली पूरी कहानी; हैवानों को फांसी की सजा
डीएनए टेस्ट के दौरान पोस्टमार्टम में शव से लिए गए सैंपल, मृतका के शरीर एवं कपड़ों से इकट्ठा किए गए नमूने तथा आरोपितों के खून व उसके कपड़े से लिए गए साक्ष्यों के नमूने का मिलान कराया गया। डीएनए रिपोर्ट से आरोपितों द्वारा पीड़िता के साथ रेप करने की पुष्टि हुई थी।

बिहार के मधुबनी जिले में सामूहिक दुष्कर्म के बाद आठ वर्षीय बच्ची की निर्मम हत्या में डीएनए रिपोर्ट पर सुशील राय व ओम कुमार झा को फांसी की सजा दी गई। प्रथम जिला व अपर सत्र न्यायाधीश व एससी एसटी मामलों के स्पेशल जज सैयद मोहम्मद फजलुल बारी ने अपने 109 पन्ने फैसले में इसका खुलासा किया है। जजमेंट में वर्णित तथ्यों के अनुसार एफएसएल टीम के अधिकारियों ने घटनास्थल पर मृतका के कपड़े एवं उसके आसपास फैले खून के धब्बों व अन्य साक्ष्यों का नमूना इकट्ठा किया था। आरोपितों के कपड़े से भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गये थे।
एससी-एसटी मामलों के स्पेशल पीपी सपन कुमार सिंह ने बताया कि डीएनए टेस्ट के दौरान पोस्टमार्टम में शव से लिए गए सैंपल, मृतका के शरीर एवं कपड़ों से इकट्ठा किए गए नमूने तथा आरोपितों के खून व उसके कपड़े से लिए गए साक्ष्यों के नमूने का मिलान कराया गया। डीएनए रिपोर्ट से आरोपितों द्वारा पीड़िता के साथ रेप करने की पुष्टि हुई थी।
बहस के दौरान अभियोजन की ओर से स्पेशल पीपी सपन कुमार सिंह ने घटना को रेयरेस्ट ऑफ द रेयर करार देते हुए दोनों को फांसी की सजा देने की मांग की थी। वहीं डिफेंस काउंसिल अमित कुमार ने आरोपितों का बचाव किया था। आरोपितों ने 22 जून 2023 को जयनगर थाना क्षेत्र के बलुआ टोल बलडीहा में वारदात को अंजाम दिया था। जयनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 20 महीने में इस मामले का ट्रायल पूरा हुआ। इस दाौरान 18 की गवाही हुई।