भक्तों के करुण पुकार सुनकर धरती पर आते हैं परमात्मा
गुठनी के चकिया गांव में श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने फूल, अबीर, गुलाल और भजन के साथ भगवान के जन्मोत्सव का जश्न मनाया। कथावाचिका देवी अनुराधा...

गुठनी, एक संवाददाता । प्रखंड के चकिया गांव में सोमवार से चल रहे श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान कथा में मौजूद श्रद्धालुओं ने फूल,अबीर, गुलाल व कीर्तन भजन के साथ भगवान के जन्मोत्सव मनाया गया। कथावाचिका देवी अनुराधा सरस्वती ने कहा कि भक्तो के करुण पुकार सुनकर धरती पर ईश्वर को आना पड़ता है। उन्होंने कथा में कहा की जब जब भक्तो पर किसी तरह की बिपती आई या उनका जीवन संकट में दिखाई दिया। स्वयं भगवान मानव रूप में धरती पर अवतरित हुए। उनके भक्तो में प्रहलाद, ध्रुव जी, माता सबरी, महात्मा विदुर, राजा परीक्षित शामिल हैं। उन्होंने कथा के माध्यम से कहा की आधुनिक समाज में लोग स्वार्थ सिद्ध की खातिर रिश्तों का खून कर देते हैं। जबकि भक्ति में डूबा भक्त सिर्फ परमात्मा को मांगता है। उन्होंने कहा की आधुनिक समाज में युवा अपनी संस्कृति को भूलकर पश्चिमी सभ्यता को अपना रहे हैं। जिससे सामाजिक विघटन, पारिवारिक बिघटन व धार्मिक विघटन होने से धार्मिक संकट पैदा हो गया। उन्होंने नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की भजन कीर्तन पर लोग झूम उठे. वही जय कन्हैया लाल की जय जयकार से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। कथा के दौरान सतीश पांडेय ने कथावाचिका को अंग वस्त्र और भगवान की प्रतिमा देकर सम्मानित किया। लोगों में सच्चिदा पांडेय, पृथ्वीनाथ तिवारी, अवध बिहारी सिंह, गोलू तिवारी, पवन पांडेय, गोदावरी देवी, माधुरी देवी, विजय देवी समेत सैकड़ों भक्त मौजूद थे।
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