किसानों को वैज्ञानिक ढंग से खेती करने की दी गई जानकारी
भगवानपुर हाट, एक संवाददाता।1957 में स्थापित सिहौता बंगरा हाईस्कूल में शिक्षकों की कमी से प्लस टू की पढ़ाई बाधित

भगवानपुर हाट, एक संवाददाता। कृषि विज्ञान केन्द्र में शुक्रवार को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की तेरहवीं बैठक आयोजित हुई। उद्घाटन डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. मयंक राय, निदेशक अनुसंधान डॉ. आलोक कुमार, केविके के वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। इस बैठक में शामिल अधिकारियों व किसानों के साथ केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति पी. एस. पांडेय ने उनके साथ ऑनलाइन जुड़कर कृषि के उनके प्रदर्शन पर चर्चा की। इसमें उन्होंने किसानों की समस्याओं पर भी विशेष फोकस किया। उन्होंने वैज्ञानिकों को किसानों के हित में अपने कार्य पद्धति पर फोकस करने, जलवायु के अनुकूल खेती से किसानों को जोड़ने, मोटे अनाज की खेती करने, कृषि के क्षेत्र में यांत्रिकीकरण को बढ़ावा देने व महिला सशक्तीकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा बिहार मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आज आत्मावलंबी बन गया है। कुलपति ने बैठक की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की। केविके के वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र प्रसाद ने आए हुए अतिथियों को अंगवस्त्र व पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। उन्होंने पिछले बैठक में दिए गए सुझाओं परअमल करते हुए किए गए कार्यों का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और कृषि विज्ञान केन्द्र की उपलब्धियों को पटल पर रखा। निदेशक ने प्रगति प्रतिवेदन पर उपस्थित सदस्यों की राय ली। मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार, आत्मा सीवान के उपनिदेशक के के चौधरी, जिला मत्स्य पदाधिकारी अर्पणा सिंह, किसान शिव प्रसाद सहनी, देवंती देवी व अन्य सदस्य थे।
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