बोले सीवान : हसनपुरा बाजार को जाम से मिले निजात तो बढ़ेगा कारोबार
सीवान जिले का हसनपुरा बाजार कई गांवों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन जाम और जलजमाव की समस्याएं विकराल रूप ले चुकी हैं। बाजार में उचित सुविधाओं की कमी और अवैध वाहन पार्किंग के कारण ग्राहकों और दुकानदारों...
सीवान जिले का हसनपुरा महत्वपूर्ण बाजार है। सीवान से 17 किलोमीटर के हसनपुरा, अरंडा गोलाबाजार, उसरी बाजार है। जिसके चलते बाजार में चौतरफा गांवों के लोग बड़ी मुश्किल से आते हैं। फिर भी प्रखंड होने के कारण बैंक, थाना, या वाहन से जाने के लिए व अन्य समान की खरीदारी के लिए क्षेत्र के लोग यहां बाजार करने के लिए आते है।वहीं लोडेड व अन्य वाहनों की आवाजाही से नियमित जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इससे बाजार के व्यवसायियों और दुकानदारों को काफी समस्या होती है। वहीं जलनिकासी की ठोस व्यवस्था नहीं होने से बरसात के मौसम में बाजार में जलजमाव भी हो जाता है।
इससे भी दुकानदारों के साथ खरीदारों को परेशानी उठानी पड़ती है। सबसे अहम सवाल यह है कि जाम और जलजमाव से दुकानदारों और खरीदारों को मुक्ति कब मिलेगी? जिले के पुराने बाजारों में हसनपुरा बाजार शुमार है यह कई इलाकों के लोगों के लिए महत्वपूर्ण बाजार है। हसनपुरा में प्रखंड, अंचल, एमएच नगर थाना एवं अस्पताल होने के कारण यहां बाजार में काफी चहल-पहल रहती है। स्थानीय प्रखंड के अलावा के अन्य प्रखंड के भी कई गावों के लोग यहां बाजार करने आते हैं। बजार के महत्व के हिसाब से यहां सुविधाएं बिल्कुल नगण्य हैं। बजार में दुकानदारों या ग्राहकों के लिए कोई सुविधा नहीं है। हसनपुरा बजार के बीचोंबीच से गुजरते हुए उसरी पुल जो कि संकीर्ण पुल से होकर आन्दर की तरफ गुजरना होता है। इस पर बड़ी संख्या में चार पहिए वाहनों का परिचालन होता है। इस कारण बाजार अक्सर जाम से जुझता रहता है। जाम के कारण दुकानदार और ग्राहक दोनों को परेशानियों का सामना करना पडता है। दुकानदारों का व्यवसाय ठीक से नहीं हो पाता है। बाजार में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था फिलहाल गर्मी के मौसम में नगरपंचायत द्वारा पियाऊ की व्यवस्था की गई है। लेकिन पेयजल के साथ ही सार्वजनिक शौचालय और यात्री ठहराव की उचित व्यवस्था नहीं है। हालांकि, मुख्य गोलाबाजार में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण हुआ है जिसका उद्घाटन शीघ्र होगा। वहीं बस स्टैंड समीप सुविधा नहीं होने से ग्राहकों और दुकानदारों को काफी परेशानी होती है। बजार में वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे जहां-तहां गाड़ी खड़ी रहती है। इस कारण अक्सर जाम लग जाता है। कई बार गाड़ी पार्किंग एवं साइड करने को लेकर मारपीट भी हो जाती है। बजार में फिलहाल छोटी छोटी अक्सर चोरी की घटनाएं होती रहती हैं। फिलहाल दुकानदारों ने बाजार में नाइट गार्ड की व्यवस्था करने की मांग प्रशासन से की है। अवैध वाहन स्टैंड बनाए जाने से बढ़ी परेशानी हसनपुरा बस स्टैंड व जहां सीवान, चैनपुर, दारौंदा जाने लिए अक्सर वाहनों से लोग गुजरते हैं। जहां हसनपुरा बाजार में बड़ी संख्या में यात्री अपने निजी वाहनों के अलावा टेम्पो आदि से गुजरते हैं। वही, हसनपुरा बस स्टैंड समीप मुख्य सड़क पर ही यात्री बसों का ठहराव होता है। वहां सड़क पर ही टेम्पो वाले भी गाड़ी लगाते हैं। हसनपुरा चौक पर एक तरफ चैनपुर, तो दूसरी तरफ सीवान व दरौंदा जाने के लिए दर्जनों टेम्पो व अन्य बड़े छोटे वाहन खड़े रहते हैं। वहीं कई जगहों के लिए सड़क पर ही टेम्पो आदि लगते हैं। इससे बाजार में पूरे दिन जाम लगा रहता है। जाम के कारण दुकानदारों के व्यवसाय पर भी काफी कुप्रभाव पड़ता है। मुख्य सड़क पर और भी वाहनों के कारण लंबी-लंबी लाइन लग जाती है। इससे बाजार में आना-जाना मुश्किल हो जाता है। साथ ही, दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है। शादी-विवाह और पर्व-त्योहार के दिनों में और ज्यादा दिक्कतें होती हैं। नाली निर्माण नहीं होने से हल्की वर्षा में भी बाजार में होता है जलजमाव हसनपुरा सड़क पर ही ज्यादा दुकानें स्थित हैं। साथ ही पुराना बजार है। इस सड़क पर स्थित बाजार में ही लगभग सेंट्रल बैंक हैं। इससे इन जगहों पर ज्यादा भीड़भाड़ रहती है। सड़क की चौड़ाई भी सही नहीं है। हसनपुरा बाजार में जहां तहां सड़क भी खराब हो चुके हैं जिसके चलते जल निकासी नहीं हो सकता है। इससे लोगों के समक्ष पानी की निकासी की समस्या है। साथ ही यह सड़क मुख्य सड़क से नीची है। साथ ही दोनों तरफ दुकानें भी लगभग ऊंची हो गई हैं। हल्की बरसात होने पर भी पूरे बाजार में जलजमाव कि स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जो दुकानें नीचे हैं, उन दुकानों में पानी चला जाता है। इससे दुकानदारों को काफी नुकसान होता है। बजार में जब तक नाला निर्माण नहीं हो जाता है, तब तक यहां के दुकानदारों का हाल नारकीय ही रहेगा। दुकानदारों ने सड़क निमार्ण की मांग की है। दुकानदार के अलावा हर कोई जूझता रहता है जाम से बाजार में कई दर्जन गांवों के लोग नियमित तौर पर सब्जी खरिदने आते हैं। सब्जी विक्रेताओं की संख्या भी काफी है, लेकिन यहां आज तक सब्जी मंडी नहीं बन पायी है। जो बनी है उसके वावजूद कई सब्जी विक्रेता मुख्य बाजार की सड़क पर ही सब्जी बेचते हैं। इससे बाजार में अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। साथ ही स्थाई दुकानों के आगे सब्जी व फल की दुकानें लगने से दुकानदारों को भी व्यवसाय करने में दिक्कत होती है। सभी दुकानदारों का कहना है कि हसनपुरा में सब्जी के साथ फल मंडी का निर्माण अविलंब होना चाहिए। इससे जाम से निजात के साथ-साथ लोगों को खरीदारी करने में भी आसानी होगी। लोगों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। प्रस्तुति- शैलेश कुमार सिंह। सुझाव 1. बाजार में शुद्ध पेयजल और सुलभ शौचालय की व्यवस्था होने से ग्राहकों को सहूलियत होगी। 2. बाजार में सीसीटीवी कैमरा से छोटी-बड़ी घटनाओं में अपराधियों को चिह्नित किया जा सकेगा, जिससे घटनाएं कम होंगी। 3. बस स्टैंड एवं टेम्पो स्टैंड अलग बनाने से मुख्य सड़क एवं बाजार में वाहनों से जाम नहीं रहेगा। 4. सब्जी मंडी को सुदृण किए जाने से ग्राहकों एवं दुकानदारों दोनों को सहूलियत होगी। 5. सरकार द्वारा छोटे दुकानदारों को मुद्रा लोन दिलाने के लिए सरल एवं सुगम तरीका अपनाया जाना चाहिए। शिकायतें 1. बजार में शुद्ध पेयजल एवं सार्वजनिक शौचालय की सुविधा मिलनी चाहिए। 2. बाजार के चौक एवं अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर सार्वजनिक शौचालय जरूरी है। 3. बस स्टैंड और टेम्पो स्टैंड नहीं रहने से हर तरह की समस्या बनी रहती है। 4. सब्जी और अन्य छोटे दुकान सड़क के किनारे भी लगते। 5. छोटे दुकानदारों को मुद्रा लोन असानी से नहीं मिल पाता है।| हमारी भी सुनिए 01. बड़ी सब्जी व फल मंडी की उचित व्यवस्था नहीं रहने से सब्जी व फल की दुकानें सड़क के किनारे लगती है। इससे बाजार में बराबर भयंकर जाम लग जाता है। इससे दुकानदार व खरीदारों को भी परेशानी उठानी पडती है। - असगर अली 02. छोटे दुकानदारों को ब्याज रहित आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए, ताकि वे व्यवसाय चला सकें। इससे उन्हें जीवन यापन में परेशानी नहीं हो सकेगी। - मोहम्मद इमामुद्दीन 03. लोन मिल जाता है, लेकिन छोटे व जरूरतमंद दुकानदारों को मुद्रा लोन एवं बिजनेस लोन असानी से नहीं मिल पाता है। इससे व्यवसाय बढ़ाने में परेशानी होती है। - मुन्ना 04. बाजार में सुबह 8 बजे से शाम सात बजे तक बड़े मालवाहक वाहनों के लिए नो इंट्री होनी चाहिए, क्योंकि इनसे नियमित जाम लगा रहता है। इस कारण दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित होता है। - शाह आलम 05. मुख्य चौक पर टेम्पो स्टैंड एवं ठेला लगाने से बाजार में अक्सर जाम लग जाता है। इससे जाम के कारण दुकानदारों के व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पड़ता है। - सैयद हसन इमाम 06. मुख्य सड़क के दोनों छोर पर बड़े छोटे वाहनों की अनियंत्रित चाल से अक्सर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कई बार तो दुर्घटना हो भी जाती है। - मुजम्मिल हुसैन 07. बाजार में आग से बचाव की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। बाजार में फायर सेफ्टी की कोई व्यवस्था नहीं है। बाजार में फायर सेफ्टी की व्यवस्था नहीं की गई है। - हरेंद्र चौधरी 08. बाजार में एक प्राइवेट बैंक होना चाहिए ताकि दुकानदारों को खाता संचालन में समस्या नहीं हो। सरकारी बैंक से दुकानदारों को काफी परेशानी होती है। - बबलू चौरसिया 09. बैंक ऋण दुकानदारों को सरल एवं सुगम तरीके से नहीं मिल पाता है। जिससे व्यवसायिक स्थिति को सुधारा जा सके। - शौकत अली 10. उसरी पुल संकीर्ण होने से एक वाहन को गुजरने पर दूसरे वाहन को घंटों इंतजार करना होता है। जिससे दोनों तरफ जाम की संभावना बन जाती है। - नौशाद अली 11. बाजार में वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। इससे सड़क पर ही जहां-तहां गाड़ी खड़ी रहती है। इससे बाजार में जाम की आशंका बनी रहती है। वाहन पार्किंग के लिए समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। - वाजिद अली। 12. पेयजल आपूर्ति सही ढंग से संचालित नहीं होती है। पानी टंकी की सप्लाई भी नहीं है। जिससे हर चीज के लिए परेशानी हो जाती है। - नौशाद अली । 13. मामूली चोरी की घटना से दुकानदार भी परेशान रहते हैं। दुकानों की सुरक्षा के लिए नाइट गार्ड की व्यवस्था जरूरी है। - मिथुन कुमार 14. दुकानदारी के समय में चार से पांच घंटों तक बिजली कटौती की जाती है। ज्यादातर छोटे दुकानदारों के पास इनवर्टर नहीं है। इससे उन्हें ज्यादा परेशान होना पड़ता है। - अमृत जयसवाल 15. हसनपुरा बाजार में सड़क पर ही जलजमाव हो जाता है। हल्की बरसात होने पर ही जलजमाव के कारण बाजार में चलना मुश्किल हो जाता है। इससे दुकानदार एवं ग्राहक दोनों को दिक्कत होती है। - सैयद सरवर रजा। 16. बाजार में स्ट्रीट लाइट व हाईमास्क लाइट पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं। हाई मास्क लाइट के बंद होते ही बाजार की सड़कों पर अंधेरा हो जाता है। इससे दुकानदारों को काफी परेशानी होती है। शाम होते ही दुकानदारी बंद हो जाती है। - गोपाल कुमार 17. बस स्टैंड में सार्वजनिक शौचालय नहीं के बराबर हैं। इससे यात्रियों को शौचालय के लिए यत्र-तत्र जाना पड़ता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। - शर्मेंद्र कुमार। 18. सार्वजनिक शौचालय और यात्री ठहराव की उचित व्यवस्था नहीं है। इससे ग्राहकों और दुकानदारों को काफी परेशानी होती है। बाजार में वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे जहां-तहां गाड़ी खड़ी रहती है। इस कारण अक्सर जाम लग जाता है। - जफर इमाम 19. बस स्टैंड समीप शौचालय नहीं होने से काफी परेशानी होती है। उन्हें बाजार से खरीदारी करने के दौरान शौचालय आदि के लिए इधर उधर जान पड़ता है। - मोहम्मद शमी 20. मांस-मछली की दुकान बाजार के मुख्य सड़क के किनारे भी लग जाते हैं जिससे बाजार आने-जाने वाले लोगों को परेशानी होती है। ठेला-खोमचा वाले दुकान भी सड़क पर ही लगते हैं। - सैयद रिजवान रिजवी ि
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