आईपीएस अमित लोढ़ा से एसवीयू ने 4 घंटे तक की पूछताछ, खाकी वेब सीरीज को लेकर भी दागे सवाल
करोड़ों रुपये से अधिक खर्च करके वेब सीरीज 'खाकी : द बिहार चैप्टर' बनाई गई थी। इसे बनाने में आईपीएस अमित लोढ़ा की भूमिका सीधे तौर पर नहीं है, लेकिन निर्माता कंपनी के मालिकों के साथ उनके संबंध पाए गए।

खाकी : द बिहार चैप्टर वेब सीरीज से चर्चा में आए बिहार के आईपीएस अमित लोढ़ा से विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने शनिवार को करीब 4 घंटे तक पूछताछ की। अभी वे स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में आईजी के पद पर तैनात हैं। पटना के दारोगा राय पथ स्थित एसवीयू के कार्यालय में ही उनसे पूछताछ की गई। इस दौरान उनसे आय से अधिक संपत्ति के स्रोत से जुड़े कई सवाल पूछे गए।
आईपीएस अमित लोढ़ा से पूछताछ के दौरान वेब सीरीज बनाने के लिए करोड़ों रुपये का इंतजाम करने से संबंधित भी सवाल दागे गए। साथ ही सरकारी पद के दुरुपयोग से जुड़े कई पहलुओं पर भी सघन पूछताछ की गई। इस दौरान उनसे कई प्रश्नों के जवाब लिखित में भी लिए गए। जबकि शेष सवालों के मौखिक जवाब दर्ज किए गए। हालांकि पूरी पूछताछ के दौरान लोढ़ा अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते रहे और जांच एजेंसी को ही फिर से जांच करने की सलाह देते रहे।
आईपीएस लोढ़ा जब गया रेंज में आईजी के पद पर थे, तब उन पर पद का दुरुपयोग कर अवैध कमाई करने का आरोप लगा था। उन पर आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार से जुड़े कई आरोप लगे हैं, जिसकी जांच एसवीयू कर रही है। इसके अलावा लोकसेवक अधिनियम की धारा 168 का उल्लंघन करते हुए आईपीएस के पद पर रहने के दौरान ही बिना सरकार से अनुमति लिए व्यवसाय कर मुनाफा कमाने का भी गंभीर आरोप है। शुरुआती जांच में इन सभी आरोपों में दोषी पाए जाने के कारण ही उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
खाकी वेब सीरीज से चर्चा में आए अमित लोढ़ा
करोड़ों रुपये से अधिक खर्च करके वेब सीरीज 'खाकी : द बिहार चैप्टर' बनाई गई थी। इसे बनाने में आईपीएस अमित लोढ़ा की भूमिका सीधे तौर पर नहीं है, लेकिन निर्माता कंपनी फ्राईडे स्टोरीटेलर्स एलएलपी के मालिकों के साथ उनके संबंध उजागर हुए हैं। आईपीएस की पत्नी के खाते में पैसे के लेनदेन की बात भी सामने आई है। इन सभी पहलुओं की जांच एसवीयू कर रही है। अमित लोढ़ा से पूछताछ करने के लिए एसवीयू ने 7 नवंबर को ही नोटिस भेजा था, लेकिन वे किसी कारण से उपस्थित नहीं हो पाए थे।