2 सौ 13 एएनएम का जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्र में प्रतिनियुक्ति किया
सहरसा जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए 213 एएनएम का पदस्थापन किया गया है। इससे ग्रामीण मरीजों को चिकित्सा सुविधा मिलेगी। हालांकि, जिले में एएनएम की कमी अभी भी बनी हुई है, क्योंकि स्वीकृत पद...

सहरसा, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्र के लिए विभाग द्वारा एएनएम का पदस्थापन किया गया है। एएनएम के पदस्थापन से ग्रामीण इलाके के मरीजों को चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलेगा। जानकारी अनुसार बिहार तकनीकी सेवा आयोग, पटना के विज्ञापन के आलोक में बिहार महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता संवर्ग के अनतर्गत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एएनएम) के पद पर नियुक्ति हेतु बिहार तकनीकी सेवा आयोग, पटना के द्वारा अनुशंसित अभ्यर्थियों को विभिन्न शर्तों के अधीन पे मैट्रिक्स लेवल-4 एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर स्वीकृत तथा अनुमान्य भत्तों के साथ परीक्ष्यमान एएनएम के रूप में औपबंधिक रूप से नियुक्त किया गया है।
जिसके तहत जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्र पर 213 एएनएम कआ पदस्थापन किया गया है। हालांकि अभी भी जिले में एएनएम की कमी है। जानकारी अनुसार चार सौ से अधिक एएनएम का स्वीकृत पद है। विभाग ने पदस्थापन कर स्वास्थ्य केन्द्र की सूची जारी कर दी है। विभाग ने कहा कि सभी एएनएम को स्वास्थ्य सुविधा केन्द्र में अगले आदेश तक पदस्थापित किया जाता है। नियुक्ति अभ्यर्थियों के पुलिस सत्यापन प्रतिवेदन अनुकूल प्राप्त होने की प्रत्याशा में की जा रही है। सत्यापन के क्रन में प्रतिकूल प्रतिवेदन प्राप्त होने पर उनकी सेवा बिना किसी पूर्व सूचना के समाप्त कर दी जायेगी। पूर्ववृत सत्यापन प्रतिवेदन आत करनेरिव सत्यापन कराने की जिम्मेवारी संबंधित जिले के असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी की होगी तथा पुलिस सत्यापन प्रतिवेदन से विभाग को अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे। सभी नवनियुक्त महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता की परीक्ष्यमान अवधि एक वर्ष की होगी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों एवं अन्य संगत प्रमाण पत्रों के गलत अभया नियम विरूद्ध पाये जाने की स्थिति में इनकी सेवा बिना किसी पूर्व सूचना के समाप्त कर दी जायेगी एवं उनके विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी। एक माह के अंदर योगदान का निर्देश : विभाग ने सभी एएनएम को निर्देश दिया कि एक माह के अन्दर निश्चित रूप से सभी प्रमाण पत्रों एवं अभिलेखों के साथ असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के समक्ष अपना योगदान देंगे तथा संबंधित असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी की यह जवाबदेही होगी कि वे अपने जिले में योगदान करने वाले नवनियुक्त एवं पदस्थापित एएनएम से उनके शैक्षणिक व अन्य संगत प्रमाण पत्रों की स्व-अभिप्रमाणित छायाप्रति प्राप्त करेंगे तथा मूल प्रमाण पत्रों से मिलान कर संतुष्ट हो लेंगे। स्वास्थ्य प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक : योगदान के समय नवनियुक्त एएनएम को असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा निर्गत स्वास्थ्य प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक होगा। अभी जिले में लगभग 85 मात्र नियमित एएनएम : जानकारी अनुसार जिले में अभी मात्र 85 ही नियमित एएनएम कार्यरत है। जिसके कारण अधिकांश स्वास्थ्य केन्द्र पर एएनएम प्रतिनियुक्त नहीं रहने से ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को चिकित्सा सुविधा मे काफी परेशानी हो रही है। हालांकि अब एएनएम की पदस्थापना से स्वास्थ्य क्षेत्र में सुविधा मिलेगी। एएनएम प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन और सामुदायिक स्वास्थ्य गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। संविदा वाले सभी एएनएम हटे : पूर्व में लगभग 112 एएनएम संविदा पर कार्यरत थे। जिन सभी एएनएम को हटा दिया गया है।
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