कोसी व मिथिलांचल में है सबसे ज्यादा बेरोजगारी
सरायगढ़, निज संवाददाता। बिहार में सबसे ज्यादा बेरोजगारी कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में है।

सरायगढ़, निज संवाददाता। बिहार में सबसे ज्यादा बेरोजगारी कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में है। बिहारी का रोजगार बंद कर दिया गया है। जिस राज्य में उनकी सरकार है वहां पर काम करने वाले बिहारियों को पीटा जा रहा है। यह बातें पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बुधवार की रात प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव के आवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 11 वर्षों के शासन काल में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया, जबकि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की लंबे समय से मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि हाईडैम का सवाल वर्षों से लंबित है। डैम, नदी जोड़ने और नदी से गाद निकालने के लिए सरकार के पास नहीं है। कैनाल का पक्कीकरण कार्य नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार के तीन चीनी मिल मधुबनी, सहरसा और दरभंगा में बंद है। एक पेपर मिल दरभंगा का कई सालों से बंद है। वहीं सहरसा, दरभंगा में दाल और चीनी मिल बंद है। रोजगार नहीं मिलने के कारण प्रतिदिन बिहार के लोग पलायन करते हैं। बिहार में बेरोजगारी और पलायन को रोकने के लिए बिहार को विशेष पैकेज की जरूरत है जो नहीं मिल रहा है। मौके पर प्रमुख विजय यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूर्य नारायण मेहता, कार्यकारी जिलाध्यक्ष राज नारायण गुप्ता, जितेंद्र यादव, आमोद यादव, रमेश मुखिया, नवीन अरगरिया, छोटू कुमार, संतोष कुमार आदि मौजूद थे।
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