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वीरपुर में स्वच्छता पर 14 लाख हर माह खर्च, फिर लगा रहता है कचरे का अंबार

बसंतपुर, एक संवाददाता। नगर पंचायत वीरपुर की ओर से लगातार स्वच्छता अभियान चलाया जाता

Newswrap हिन्दुस्तान, सुपौलSun, 15 June 2025 04:44 AM
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वीरपुर में स्वच्छता पर 14 लाख हर माह खर्च, फिर लगा रहता है कचरे का अंबार

बसंतपुर, एक संवाददाता। नगर पंचायत वीरपुर की ओर से लगातार स्वच्छता अभियान चलाया जाता है, जिसके तहत विभन्नि प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया जाता है। वहीं स्वच्छता को लेकर नगर पंचायत वीरपुर दावा करती है कि स्वच्छता के मामले में वीरपुर नगर काफी आगे है और नगर पंचायत द्वारा नगर क्षेत्र के हर गली मुहल्लों में साफ सफाई प्रतिदिन की जाती है। नगर पंचायत के इस दावे को नगर पंचायत के वार्ड आठ में लगे कचरे का अंबार मुंह चिढ़ा रहा है। यहां प्रायः कचरे का अंबार लगा रहता है, जिससे लोगों को बदबू का सामना करना पड़ता है।

स्थानीय रहवासी अभय जैन ने बताया कि नगर पंचायत कार्यालय द्वारा वार्ड 8 के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। नगर पंचायत द्वारा सर्फि मुख्य सड़कों पर झाड़ू लगाई जाती है, जबकि गली मुहल्लों में नियमित साफ सफाई नहीं की जाती है। इसको लेकर कई बार नगर पंचायत कार्यालय और मुख्य पार्षद व वार्ड पार्षद को सूचना दी जाती है। बावजूद इसके यहां साफ-सफाई नहीं की जाती है। नगर पंचायत कार्यालय द्वारा होल्डिंग टैक्स के साथ-साथ सफाई के भी पैसे लिए जाते हैं, लेकिन सफाई केवल कागज तक ही सीमित है। इसी तरह की स्थिति नगर क्षेत्र के विभन्नि वार्डों की भी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पंचायत में 65 स्वच्छता कर्मी सहित चालक सुपरवाइजर कार्यरत हैं, लेकिन मात्र 30-35 स्वच्छता कर्मी ही काम करते हैं। जबकि कुल 65 लोगों की हाजिरी बनाई जाती है। बता दें कि स्वच्छता को लेकर पूरे वीरपुर नगर क्षेत्र प्रत्येक महीने लगभग 15 लाख रुपए खर्च किए जाते हैं। बावजूद इसके नगर क्षेत्र कुछ स्थानों पर साफ सफाई नही हो पाती है। जानकारी के अनुसार स्वच्छता पर खर्च होने वाले 14 लाख रुपए में बंदरबांट होती है। इस कारण साफ सफाई संतोषजनक नहीं होती है। यही कारण है कि इस विषय पर कोई भी जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी अवाज नहीं उठाते हैं। लोगों ने यह भी बताया कि लगभग सभी जनप्रतिनिधियों की कमीशन बंधी है। इस कारण वीरपुर नगर पंचायत आज नर्क पंचायत बनी हुई है। इस बाबत मुख्य पार्षद सुशील कुमार ने बताया कि एक ट्रैक्कर खराब रहने के कारण यह समस्या आई है। कचरा का प्रत्येक दिन उठाव होता है। उन्होंने कहा कि साइड एरिया रहने के कारण कभी कभी कचरे का उठाव नहीं हो पाता है, जिससे लोगों को समस्याएं होती हैं। इधर, स्वच्छता पदाधिकारी ज्योति कुमारी ने कह कि एनजीओ को नियमित साफ सफाई करने को कहा जाता है। हम खुद भी फल्डि विजिट करते हैं। ट्रैक्टर खराब रहने के कारण यह समस्या आई है। थोड़ी बहुत लापरवाही एनजीओ की है। नगर क्षेत्र के हर गली-मोहल्ले में साफ-सफाई करने को कहा गया है। वैसे उक्त स्थल से कचरा साफ करवाने को कहा गया है। जल्द ही कचरे का उठाव कर लिया जाएगा।

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