पत्नी को बचाने के चक्कर में पति भी ट्रेन से कटा, ट्रैक पर बिखरे टुकड़े, पीछे छूट गया 20 दिन का नवजात
कटिहार जिले में दर्दनाक हादसा हो गया। जब रेलवे फाटक पार करने के दौरान महिला ट्रेन की चपेट में आई, इस दौरान उसे बचाने के चक्कर में पति की भी ट्रेन सेे कटकर मौत हो गई। दंपति की मौत के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। दोनों अपने पीछे 20 दिन का नवजात बच्चा छोड़ गए हैं।

कटिहार जिले के आजमनगर में दिल झकझोर देने वाली घटना घटी। जब बरहट के पास बंद रेलवे फाटक को पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई, जबकि पत्नी को बचाने के चक्कर में पति भी ट्रेन से कट गया, और उसकी भी जान चली गई। दंपति अपने पीछे 20 दिन के नवजात बच्चे को छोड़ गए हैं। घटना के बाद लोगों की भीड़ को संभालने में पुलिस के पसीने छूट गए।
पति-पत्नी 20 दिन के एक बच्चे को लेकर इलाज करने के लिए सालमारी जा रहे थे। इस बीच बंद रेलवे फाटक के पास ऑटो आकर रुक गयी। मगर महिला ऑटो से उतरकर पटरी पार करने की कोशिश करने लगी। इसी बीच वो ट्रेन की चपेट में आ गई। ट्रेन को आता देख महिला के पति ने बचाने की कोशिश की। मगर उसकी भी मौत हो गयी। इस बीच महिला की मां और उसका 20 दिन का बेटा ऑटो में ही बैठा था।
घटना करीब सुबह 9:30 बजे की बताई जा रही है। गेटमैन ने बताया कि बारसोई की ओर से मालगाड़ी आ रही थी। बंद गेट को पार करने के कारण पत्नी को बचाने के चक्कर में ट्रेन की चपेट में आने से मियां बीवी दोनों की मौत हुई है। घटना की जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष कुंदन कुमार सिंह ने बताया कि महिला रूपदा खातून (22) पति मोहम्मद सजावल (24) कोपीलाट थाना चांचल पश्चिम बंगाल निवासी है। इस दौरान बंद गेट को पार करने के कारण ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार महिला आजमनगर थाना क्षेत्र के पांचकोहनियां गांव की निवासी थी। यहां महिला का मायका है। जबकि युवक पश्चिम बंगाल के कोपीलाट गांव थाना चांचल का निवासी है। मृतक मोहम्मद सजावल की शादी आजमनगर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पांचकोहनियां गांव में दो वर्ष पूर्व हुई थी। ससुराल से ही अपनी पत्नी और बच्चे का इलाज करवाने के लिए सालमारी के किसी डॉक्टर के पास जा रहा था। तभी यह घटना घट गई। मृतक के परिजनों ने कई टुकड़ों में बंटे लाश को रेलवे के पटरी से चुन-चुन कर निकाला। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। हृदय विदारक दृश्य को देख कर प्रत्यक्षदर्शियों की आंखें नम हो गई। वहीं 20 दिन के बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल था।